शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है

Stock Broker कैसे बने और स्टॉक ब्रोकर का काम क्या होता है |Stock Broker Kaise Bane
Stock Broker Kaise Bane in India : Share Market Broker शेयर मार्केट, शेयर, स्टॉक एक्सचेंज,Stock Broker, सेंसेक्स, निफ़्टी BSE,NSE शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है यह सभी टर्म्स आपको कभी ना कभी सुनने को जरूर मिला होगा हो वैसे यह सभी टॉम स्टॉक मार्केट में निवेश करते वक्त या कम टाइम में शेयर बाजार से पैसे कमाने वक्त बताता है
बहुत से लोगों की इच्छा होती है कि हम कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाए हम एक बार पैसा लगा दे और हमें समय-समय पर अच्छे रिटर्न मिलते रहे तो ऐसे व्यक्ति के लिए शेयर मार्केट सबसे अच्छा रास्ता है तो आज के इस पोस्ट में हम यह जानेंगे कि Stock broker Kaise Bane (How to Become a Stock Broker in india), स्टॉक ब्रोकर का क्या काम होता है, शेयर मार्केट ब्रोकर कैसे बने, ब्रोकर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए
आम भाषा में स्टॉक ब्रोकर वह होता है जो शेयर मार्केट के बीच में मेडिएटर का काम करता है स्टॉक ब्रोकर गलत है अगर आप स्टॉक ब्रोकर के तौर पर अपना करियर बनाने की सोच रहे हैं तो आज का यह पोस्ट आप को ध्यान पूर्वक पढ़ना चाहिए तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि < अगर आपने अभी तक डीमैट खाता नहीं खोला है तो नीचे दिए लिंक से अपनाफ्री में डीमैट खाता खोल सकते है.>
Table of Contents
शेयर मार्केट क्या है? (What is Share Market in Hindi)
Share Market दो शब्दों से मिलकर बना है पहला शेयर और दूसरा मार्केट जिस में शेयर का मतलब एक दूसरे के साथ किसी प्रोडक्ट को इधर से उधर करना तथा मार्केट का मतलब जहां पर खरीदने के लिए तथा बेचने के लिए वह प्रोडक्ट AVILABLE हो उसे हम शेयर मार्केट कहते हैं अगर सामान्य शब्दों में कहूं तो जहां हम किसी किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदते है और उस शेयर को सही समय आने पर बेच देते है शेयर मार्केट (Share Market) शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है कहलाता हैं.
स्टॉक ब्रोकर कौन होता है? (What is Stock Broker)
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि स्टॉक मार्केट में हम किसी कंपनी के शेयर डायरेक्ट नहीं खरीद सकते हैं उसके लिए हमें किसी कंपनी या Individual Person की जरूरत होती है तो वह कंपनी Individual Person जो हमारे आर्डर को मार्केट में पहुंचाता है उसे हम स्टॉक ब्रोकर कहते हैं तो स्टॉक ब्रोकर को Individual Person भी हो सकता जो स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो अर्थात भारत के दो सबसे बडे़ स्टाॅक एक्सचेंज NSE, BSE में
यह स्टॉक ब्रोकर हमारे आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE, BSE में पहुंचाने के लिए कुछ फी चार्ज करती है. शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए हमें डीमेट खाटा की आवश्यकता होती है जिसके द्वारा हम शेयर मार्केट में निवेश कर पाते हैं तो वहीं डीमेट अकाउंट प्रोवाइडर हमारा स्टॉक ब्रोकर होता है.
स्टॉक ब्रोकर का काम क्या होता है
शेयर मार्केट में जब हम अपना पहला कदम रखते हैं तो हमें Demat Account और Trading Account की जरूरत पड़ती है जो कि एक स्टॉक ब्रोकर का ही काम होता है और जब हम किसी कंपनी के Stock को buy करते हैं या Sell करते हैं तो स्टॉक एक्सचेंज NSE, BSE तक पहुंचाने का काम स्टॉक ब्रोकर का ही होता है. (अगर आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते है तो नीचे के लिए से पहले अपना फ्री में डीमैट खाता खोले
स्टॉक ब्रोकर के प्रकार (How many types of Stock Broker)
शेयर मार्केट में दो तरह के स्टॉक ब्रोकर काम करते हैं।
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full Service Sock Broker) : जैसा कि आपको नाम से ही पता चल रहा है फुल सर्विस यानी कि वह सारी सर्विस जो स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए जरूरत है जैसे कि Stock Academy यानी कौन सा शेयर खरीदना और कौन सा शेयर बेचना Merging, मोबाइल फोन से ट्रेडिंग की सुविधा, आईपीओ की सुविधा इसके अलावा 24 * 7 कस्टमर सपोर्ट और कई ब्रोकर के तो बहुत से ब्रांच तो शहरों में होते है. भारत में कुछ पोपुलर स्टॉक ब्रोकर है जिसमे आप अपना डीमैट खाता खोल सकते है.
Stock Broker | Download Link |
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डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर (Discount Stock Broker) :
Full Service Sock Broker की तुलना कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की फैसिलिटी प्रोवाइड करता है इसका कम फीस इसलिए होता है क्योंकि यह अपने कस्टमर को स्टॉक एडवाइजर और रिसर्च फैसिलिटी नहीं देता और इसके ऑफिस कुछ शहरो में होते हैं अकाउंट ओपन करने के साथ इसका अधिकतर काम ऑनलाइन ही किया जाता है इंडिया में कुछ पॉपुलर डिस्काउंट ब्रोकर है .
- Zerodha
- South Asian Stock Ltd.
- Master Capital Service Ltd
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए योग्यता
Stock broker बनने के लिए सबसे पहले आपके पास धैर्य होना चाहिए और Risk का सामना करना आना चाहिए स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए Academic Qualification के साथ-साथ अच्छी Analysis, बुद्धि और रिसर्च Skill मजबूत होना चाहिए और स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग rules जरूर और process की जानकरीअच्छा तरीके से पता होना चाहिए
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको मार्केट में क्या कुछ नया चल रहा है मार्केट कैसा परफॉर्म कर रहा है इन सभी बातों से Update रखना होगा स्टॉक ब्रोकर के फील्ड में एक्सपर्ट बनने के लिए आपको कंप्यूटर स्किल के साथ-साथ Decision Making टीम वर्क रिसर्च ,एनर्लिटिक्स की जानकारी भी होनी चाहिए
स्टॉक ब्रोकर कैसे बने (Stock Broker Kaise Bane)
Share Market Broker बनने के लिए आपको पहले कुछ दिन स्टॉक मार्केट में अनुभव करना होगा जिसके लिए आपको पहले एक डीमैट खाता खुलवाना होगा डीमैट खाता खुलवाने के लिए आप Upstox में खाता खोल सकते हैं और जब आप Upstox में अच्छे से आप स्ट्रोक्स को शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है जान लेते हैं तो अब आप Upstox Patner बन जाए जिसे हम सब ब्रोकर भी कहते हैं.
स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज में मेंबर तो नहीं होते लेकिन वह ग्राहकों को स्टॉक ब्रोकर की पूरी सुविधा दे सकते हैं सब ब्रोकर बनने के लिए आपके पास पैन कार्ड, आधार कार्ड एजुकेशन क्वालिफिकेशन इसके अलावा आपका घर और CA होना चाहिए सब ब्रोकर आप उन्हीं कंपनी में बने जो इन्वेस्टर को पसंद हो क्योंकि आज मार्केट में बहुत सारे कंपनी शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है है जिस कंपनी का आप ब्रोकर बनना चाहते हैं उसके बारे में पहले से ही पूरी जानकारी होनी चाहिए शेयर मार्केट में रुचि होना चाहिए एक स्टॉक ब्रोकर ब्रोकर के तौर पर सिक्योरिटी एंड सेबी में रजिस्टर करवाना होगा रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रश्न डिटेल के साथ-साथ बैंक अकाउंट डिटेल इत्यादि देना होगा
Upstox
Anngel One
ShareKhan
Reliance Securites
Motilal Oswal
Upstox सबसे अच्छा और बेहतर डिस्काउंट ब्रोकर है
अंतिम विचार
शेयर मार्केट में निवेश करना एक कला है जो इसे जो सीख लिया वह इतना पैसा कम आएगा जितना किसी जॉब या बिज़नस में नहीं कम पाएगा वैसे आपने Film Scam1960 में एक डायलॉग बड़ा फेमस है जिसने बोला जाता है कि शेयर मार्केट एक ऐसा कुआं है जिसे पूरी दुनिया का प्यास बुझा सकता है और फिर भी पानी बचा रहेगा
हम आपसे यही उम्मीद करता है कि हमारे द्वारा लिखे गए जानकारी आपको Stock Broker Kaise Bane बनने में मदद किया होगा मेरा हमेशा यही कोशिश रहता है कि हमारे द्वारा लिखे गए पोस्ट में सही और एक अच्छी Quality की जानकारी हो जिससे आप के समय का बचत हो ताकि आपको कहीं जाना ना पड़े आप इस पोस्ट में आपकी राय जरूर दें
Broker Meaning in Hindi
Who is Broker meaning in Hindi ब्रोकर किसे कहते हैं और इनके क्या कार्य होते हैं। स्टॉक ब्रोकर कौन होते हैं और इन्हें कौन नियुक्त करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर की क्या भूमिका होती है। इनका रेगुलेटर कौन है और इनकी शिकायत कहां की जा सकती है। यह सब समझेंगे आसान भाषा में। कैसे खोज सकते हैं BSE और NSE के लिये ब्रोकर। साथ ही Broker meaning in Hindi में समझेंगे किस तरह आप भी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। शेयर मार्केट के सभी पहलुओं को समझने के लिये शेयर मार्केट इन हिंदी पढ़िये हमारी साइट पर।
Broker Meaning in Hindi
Broker Meaning in Hindi
Broker यानी ब्रोकर को हिंदी में दलाल या बिचौलिया भी कहते हैं। ब्रोकर कोई शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है व्यक्ति या फर्म हो सकती है जो निवेशक द्वारा जमा किए गए ऑर्डर को खरीदने और बेचने के लिए शुल्क या कमीशन लेता है। एक ब्रोकर एक फर्म की भूमिका को भी संदर्भित करता है जब यह किसी ग्राहक के लिए एजेंट के रूप में कार्य करती है और ग्राहक से अपनी सेवाओं के लिए कमीशन लेती है। किसी भी एक्सचेंज में व्यक्तिगत ब्रोकर और कॉर्पोरेट ब्रोकर हो सकते हैं।
Stock Broker किसे कहते हैं
Stock Broker अपने स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज का सारा व्यापार इन्हीं के जारिये होता है। स्टॉक एक्सचेंज में व्यक्तिगत सदस्यता और कॉर्पोरेट सदस्यता ली जा सकती है। बड़े और फुल सर्विस ब्रोकर मार्केट रिसर्च करते हैं और अपने क्लाईँट के लिये इन्वेस्टमेँट एडवाइजर का काम भी करते हैं।
Broker Meaning in Hindi – ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए भी चाहिए
पहले शेयर बाजार में निवेश करना केवल बड़े शहरों तक ही सीमित था। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने इसकी पहुंच हर जगह बना ली है। इन ब्रोकरों के कारण लगभग कोई भी शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। ब्रोकर के पास अपना खाता खोल कर कोई भी इनके द्वारा प्रदान किये गये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खुद भी ट्रेडिंग कर सकता है। इसके लिये आपको डीमैट खाते की जरूरत होती है। कई ब्रोकिंग हाउस जो बैंकों से जुड़े हैं वे थ्री इन वन खाते की सुविधा देते हैं जिसमें ट्रेडिंग खाता, डीमैट खाता और सेविंग खाता एक ही जगह खोल सकते हैं। भारत में कुछ बड़े स्टॉक ब्रोकर हैं शेयरखान, एक्सिस सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, एंजल ब्रोकिंग ओर मोतीलाल ओसवाल। यहां पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।
Broker एक्सचेंज के नियमों के अधीन होते हैं
स्टॉक Broker किसी ना किसी सटॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर आप यहां खोज सकते हैं और बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य यहां खोज सकते हैं। BSE और NSE के Broker अपने एक्सचेंज के नियमों के अनुसार काम करते हैं और एक्सचेंज इन पर कड़ी निगरानी रखते हैं। इनके अलावा सेबी स्टॉक ब्रोकरों के रेगुलेटर के रूप में कार्य करती है। एक्सचेंज के ट्रेडिंग सदस्यों को एक्सचेंज के नियम, विनियम और उपनियमों और एक्सचेंज में निर्धारित अन्य आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक होता है।
महत्व
जिस प्रकार शेयर बाजार का महत्व है उसी प्रकार स्टॉक एक्सचेंज के सदस्यों का भी महत्व है स्टॉक एक्सचेंज को सुचारू रूप से चलाने के लिये। Broker यहां के स्तंभ के रुप में कार्य करते हैं और अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाते हैं। This was information about Broker and his work in Hindi. आशा है कि में आपको स्पष्ट हो गया होगा कि ब्रोकर किसे कहते हैं और कैसे ये किसी एक्सचेंज के महत्वपूर्ण प्रतिभागी होते हैं।
शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान
शेयर बाजार में शेयर खरीदन-बेचना बच्चों का खेल नहीं. इसके लिए आपको जरूरत होती है. ब्रोकर के चयन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान.
1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.
2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
इसे भी पढ़ें: ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए MRP बताना अनिवार्य, सरकार का आदेश
3. ब्रोकिंग चार्जेज पर नजर
अकसर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स्ड ही रखते हैं. हालांकि, ये कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. ऐसे में इस बारे में बात कर लेना भी जरूरी है.
4. अन्य सुविधाएं के बारे में जानें
कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक पहुंचाते हैं. ऐसे में जान लें कि यह सेवाएं क्या हैं और आपके लिए इनकी क्या उपयोगिता है. इसके बाद ही ब्रोकर का शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है चयन करें.
5. ब्रोकरेज की छवि जान लें
अपने ब्रोकर पर मुहर लगाने से पहले बाजार में उसकी छवि जान लें. ब्रोकर की सेवाओं और सुविधाओं की संतुष्टि के बाद ही उससे जुड़े. सभी ब्रोकरेज के खिलाफ दर्ज शिकायतों का ब्यौरा सेबी के पास मिल जाएगा.
(नोट: यह लेख सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग के विचारों से प्रभावित हैं. इस लेख में गिरिजा गाद्रे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता ने अहम योगदान दिया है.)
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ट्रेडिंग अकाउंट में लाखों रुपए के नुकसान से बचना है तो गलती से भी न भूलें इन टिप्स को
हाल के दिनों में फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और आपको इनसे बचकर रहने की जरूरत है। अगर आप थोड़ी सी भी चूक होगी तो आपको लाखों रुपए का चूना लग सकता है। आजकल शेयर मार्केट में ट्रेडिंग में सभी लोगों.
हाल के दिनों में फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और आपको इनसे बचकर रहने की जरूरत है। अगर आप थोड़ी सी भी चूक होगी तो आपको लाखों रुपए का चूना लग सकता है। आजकल शेयर मार्केट में ट्रेडिंग में सभी लोगों की दिलचस्पी होती है और आप में से बहुत लोग शेयर बाजार में ट्रेडिंग भी करते होंगे, आपके ट्रेडिंग अकाउंट में काफी स्टॉक्स होंगे और उनकी वैल्यू भी काफी होगी। ऐसे में अगर आप सावधानी नहीं रखेंगे तो आपको लाखों रुपए का नुकसान होने की आशंका है। हम आपको बता रहे हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय किन बातों को गलती से भी नहीं भूलना चाहिए-
> केवल रेजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर के साथ ही व्यवहार/अनुबंध करें - जिस ब्रोकर के साथ आप लेन-देन कर रहे हों, उसके रेजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जाँच कर लें।
> फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रोटेक्शन प्लान्स से सावधान रहें। ब्रोकर या उनके औथोरइज्ड व्यक्ति या उनका कोई भी प्रतिनिधि/कर्मचारी आपके इन्वेस्ट पर फिक्सड/गारंटीकृत/नियमित रिटर्न/कैपिटल प्रिजरवेसन देने के लिए औथोरइज्ड नहीं है या आपके द्वारा दिये गए पैसो पर ब्याज का भुगतान करने के लिए आपके साथ कोई लोन समझौता करने के लिए औथोरइज्ड नहीं है। कृपया ध्यान दें कि आपके खाते में इस प्रकार का कोई व्यवहार पाए जाने पर आपका दिवालिया/निष्कासित ब्रोकर संबंधी दावा निरहन कर दिया जाएगा।
> कृपया आपने 'केवाईसी' (KYC) पेपर में सभी जरूरी जानकारी खुद भरें शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है और ब्रोकर से अपने 'केवाईसी' पेपर की नियम अनुसार साइन की हुई प्रति प्राप्त करें। उन सभी शर्तों की जांच करें जिन्हें आपने सहमति और स्वीकृति दी है।
> सुनिश्चित करें कि आपके स्टॉक ब्रोकर के पास हमेशा आपका नया और सही कांटैक्ट डिटेल हो जैसे ईमेल आईडी/मोबाइल नंबर। ईमेल और मोबाइल नंबर जरूरी है और एक्सचेंज रिकॉर्ड में अपडेट के लिए आपको अपने ब्रोकर को मोबाइल नंबर देना होगा। यदि आपको एक्सचेंज/डिपॉजिटरी से नियमित रूप से संदेश नहीं मिल रहे हैं, तो आपको स्टॉक ब्रोकर/एक्सचेंज के पास इस मामले को उठाना चाहिए।
> इलेक्ट्रॉनिक (ई-मेल) कॉन्ट्रैक्ट नोट्स/फाइनेंशियल डिटेल्स का चयन सिर्फ तभी करें जब आप खुद कंप्यूटर के जानकार हों और आपका अपना ई-मेल अकाउंट हो और आप उसे प्रतिदिन/नियमित देखते हो।
> आपके द्वारा किए गए ट्रेड के लिए एक्सचेंज से प्राप्त हुए किसी भी ईमेल/एसएमएस को अनदेखा न करें। अपने ब्रोकर से मिले कॉन्ट्रैक्ट नोट/अकाउंट के डिटेल से इसे वेरिफ़ाई करें। यदि कोई गड़बड़ी हो, तो अपने ब्रोकर को तुरंत इसके बारे में लिखित रूप से सूचित करें और यदि स्टॉक ब्रोकर जवाब नहीं देता है, तो एक्सचेंज/डिपॉजिटरी को तुरंत रिपोर्ट करें।
> आपके द्वारा निश्चित की गई अकाउंट के सेटलमेंट कि फ्रिक्वेन्सी की जांच करें। यदि आपने करेंट अकाउंट (running account) का ऑप्शन चुना है, तो कृपया कन्फ़र्म करें कि आपका ब्रोकर आपके अकाउंट का नियमित रूप से सेटलमेंट करता है और किसी भी स्थिति में 90 दिनों में एक बार ( यदि आपने 30 दिनों के सेटलमेंट का विकल्प चुना है तो 30 दिन) डिटेल्स भेजता है । कृपया ध्यान दें कि आपके ब्रोकर द्वारा डिफॉल्ट होने की स्थिति में एक्सचेंज द्वारा 90 दिनों से अधिक की अवधि के दावे एक्सैप्ट नहीं किए जाएंगे।
> डिपॉजिटरी से प्राप्त जॉइंट अकाउंट की जानकारी (Consolidated Account Statement- CAS) नियमित रूप से वेरिफ़ाई करते रहें और अपने ट्रेड/लेनदेन के साथ सामंजस्य स्थापित करें।
> कन्फ़र्म करें कि पे-आउट की तारीख से 1 वर्किंग डे के भीतर आपके खाते में धनराशि/सिक्योरिटी (शेयर) का पेमेंट हो गया हो। कन्फ़र्म करें कि आपको अपने ट्रेड के 24 घंटों के भीतर कॉन्ट्रैक्ट नोट मिलते हों।
> एनएसई की वेबसाइट पर ट्रेड वेरिफिकेशन की सुविधा भी उपलब्ध है जिसका उपयोग आप अपने ट्रेड के वेरिफिकेशन के लिए कर सकते हैं।
> ब्रोकर के पास अनावश्यक बैलेंस न रखें। कृपया ध्यान रहे कि ब्रोकर के दिवालिया निष्कासित होने पर उन खानों के दावे स्वीकार नहीं होंगे जिनमें 90 दिन से कोई ट्रेड ना हुआ हो।
> ब्रोकर्स को सिक्यूरिटि के ट्रांसफर को मार्जिन के रूप में स्वीकार करने की अनुमति नहीं है। मार्जिन के रूप में दी जाने वाली सिक्योरिटी ग्राहक के अकाउंट में ही रहनी चाहिए और यह ब्रोकर को गिरवी रखी जा सकती हैं। ग्राहकों को किसी भी कारण से ब्रोकर या ब्रोकर के सहयोगी या ब्रोकर के औथोरइज्ड व्यक्ति के साथ कोई सिक्यूरिटी रखने की अनुमति नहीं है। ब्रोकर केवल कस्टमर द्वारा बेची गई सिक्योरिटी के डिपोजिट करने के लिए ग्राहकों से संबंधित सिक्योरिटी ले सकता है।
> भारी मुनाफे का वादा करने वाले शेयर/सिक्योरिटी में व्यापार करने का लालच देकर ईमेल और एसएमएस भेजने वाले धोखेबाजों के झांसे में न आएं। किसी को अपना यूजर आईडी और पासवर्ड ना दें। आपके सारे शेयर या बैलेंस शून्य हो सकता है। यह भी हो सकता है कि आपके खाते में बड़ी राशि की वसूली निकल आए।
> पीओए (पावर ऑफ अटॉर्नी) देते समय सावधान रहें - सभी अधिकार जिनका स्टॉक ब्रोकर प्रयोग कर सकते हैं और समय सीमा जिसके लिए पीओए मान्य है, इसे स्पष्ट रूप से बताएँ। यह ध्यान रहे कि सेबी/एक्सचेंजों के अनुसार पीओए अनिवार्य / आवश्यक नहीं है।
> ब्रोकर द्वारा रिपोर्ट किए गए फंड और सिक्योरिटी बैलेंस के बारे में साप्ताहिक आधार पर एक्सचेंज द्वारा भेजे गए मैसेजों की जांच करें और यदि आप इसमें कोई अंतर पाते हैं, तो तुरंत एक्सचेंज को शिकायत करें।
> किसी के साथ पासवर्ड (इंटरनेट अकाउंट) शेयर न करें। ऐसा करना अपने सुरक्षित पैसे शेयर करने जैसा है।
> कृपया सेबी के रेजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर के अलावा किसी औथोरइज्ड व्यक्ति या ब्रोकर के सहयोगी सहित किसी को भी ट्रेडिंग के उद्देश्य से फंड ट्रांसफर न करें।
डिस्क्लेमर- जानकारी आपको एनएसई से मिली सूचना के आधार पर है।
What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .
Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।
स्टॉक ब्रोकर
Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।
(1) Full -service broker
Full-service broker
फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।
Discount broker
टेक्नोलॉजी के उत्थान से पहले केवल धनी लोग ही Share market में काम कर पाते थे। इंटरनेट केआगमन के बाद कोई भी सामान्य पढ़ा लिखा व्यक्ति, जिसे शेयर बाजार का ज्ञान हो छोटी सी धन-राशि से Discount broker के यहां बहुत कम Brokrage fee में इन्वेस्ट तथा ट्रेडिंग कर सकता है।
डिस्काउंट ब्रोकिंग सर्विस में शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करने पहले, आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग खुद करना आना चहिये। इधर-उधर से टिप्स लेकर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग नहीं चाहिए। जिससे नुकसान ना हो। ये भी पढ़ें- शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके
डिस्काउंट शेयर ब्रोकर, buy और sell के ऑर्डर को फूलसर्विस ब्रोकर की तुलना में कम ब्रोकरेज पर पूरा करते ह। ये 0.10 % से 0. 01% तक हो सकती है। लेकिन डिस्काउंट ब्रोकर निवेश तथा के लिए सलाह नहीं देते तथा ना ही रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित करते है।
यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को आप इस लिंक द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर पर क्लिक करके बहुत आसानी से खरीद सकते हैं।
डिस्काउंट ब्रोकर अपने कस्टमर के लिए टेक्स प्लानिंग भी नहीं करते है। Discount stock broker उन इन्वेस्टर तथा ट्रेडर दोनों के लिए उपयोगी है। एक्टिव ट्रेडर जो लगातार ट्रेड करते हैं, उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खता खुलवाना चाहिए। क्योकि कम ब्रोकरेज उनके प्रॉफिट को नहीं खाती और इससे उनको ज्यादा प्रॉफिट होता है।
ऐसे इन्वेस्टर तथा ट्रेडर जो शेयर बाजार के जानकर होते है। जिनका छोटा पोर्टफोलियो होता है,उनके लिए Discount stock broker फायदे का सौदा है। जो लोग Share market के जानकर हैं और अपने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के निर्णय खुद हैं,उन्हें डिस्काउंट ब्रोकर यहाँ खाता खुलवाने में ही फायदा है। ये भी पढ़ें- फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस में क्या अन्तर है ?
सही Stock broker तथा Brokrage cost कैसे चुनें?
शेयर खरीदने तथा बेचने की लागत बहुत ही पेचीदा होती है। ब्रोकिंग हाउस के रिलेशनशिप मैनेजर से कमीशन (Brokrage ) के बारे पूछे। ज्यादातर मैनेजर आपको ब्रोकरेज .05% इंट्राडे के लिए तथा .50% डिलीवरी के लिए बतायगे। यदि आप इसे नहीं मानेगे या दूसरी जगह ट्राई करेंगे तो ये कम हो सकती है। जैसे कि .01% इंट्राडे के लिए तथा .10% डिलीवरी बेस खरीदारी करने के लिए।
जब आप एक ब्रोकर चुन लेते है, तो यह पक्का करे कि क्या वो वही ब्रोकरेज ले रहा है। जिसकी उसने आपसे शुरू में पेशकश की थी। समय-समय पर Brokrage fee को चेक करते रहे।
Stock broker आपके अकाउंट के अमाउंट से एनुअल मेंटेनेंस चार्ज करते है। इसे AMC भी कहते है। यदि इसे आपका ब्रोकर मंथली चार्ज करेगा तो यह आपकी बेलेंश शीट को खाता रहेगा। इसका बेस्ट ऑप्शन इसे लम्प्शम्प पे करना चाहिए। यह लाइफटाइम के लिए 600-700 /- रूपये के आसपास होना चाहिए। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर
स्टॉक ब्रोकर को SEBI (सेबी ) में रजिस्टर्ड होना चाहिए। आप सेबी की वेबसाइट पर जाकर ब्रोकर की रजिस्ट्रेशन डिटेल चेक कर सकते। प्रत्येक Stock broker की वेबसाइट पर उसका रजिस्ट्रेशन नम्बर लिखा होता है।उस रजिस्ट्रेशन नंबर को सेबी की वेबसाइट पर डालकर स्टॉक ब्रोकर के बारे में डिटेल जान सकते है।
यहां पर इंडिया के कुछ मुख्य स्टॉक ब्रोकर के नाम दिए गए शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है है। इनमे से कुछ अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी है-
- Angel Broking
- Geojit Securities
- Icici Direct
- HDFC
- Motilal Oswal
- Share Khan
- Religare
- Zerodha - Discount Broker .
उम्मीद है, आपको इस आर्टिकल से Stock Broker and Brokrage fee के बारे शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है में काफी महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आये। तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि शेयर बाजार से सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते है।