रणनीति चुनना

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए?

निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए?

मैं कैसे निर्धारित करूँ कि कौन सी परोपकारी संस्था/संगठन/सेवकाई के लिए वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए?

परोपकारी संस्थाओं के असँख्य विकल्पों के होने के कारण, एक मसीही विश्वासी कैसे बुद्धिमानी से निर्णय कर सकता है कि किसे दान देना है? कौन से सेवकाई, मिशन, संगठन, परोपकारी संस्थाएँ दान दिए जाने के लिए विचार करने योग्य हैं? सबसे अधिक सम्भावित अनन्तकालीन प्रभाव के लिए धन का कैसे निवेश किया जा सकता है? बहुत से लोग इन प्रश्नों के कारण उलझ कर रह जाते हैं। यहाँ कुछ सिद्धान्त दिए गए हैं, जिनसे निर्णयों को आसानी से लेने में थोड़ी सी सहायता मिलेगी।

किसे दान दें? - खरे उपदेश

"पर तू ऐसी बातें कहा कर जो खरे उपदेश के योग्य हैं" (तीतुस 2:1)।

क्या कोई सेवकाई/मिशन/संगठन/परोपकारी संस्था यीशु मसीह के सुसमाचार की घोषणा करता है और परमेश्वर के वचन के अधिकार को ऊँचा उठाता है? क्या जो कुछ एक निश्चित सेवकाई करती है, उसमें उसके पास महान आदेश को पूरा करने का लक्ष्य है, जो कि खोए हुए लोगों को इकट्ठा करना और विश्वासियों को यीशु मसीह के प्रति पूरी तरह से समर्पित अनुयायी बनने के लिए प्रेरित करना है (मत्ती 28:19-20; प्रेरितों के काम 1:8)? चाहे उस सेवकाई का प्राथमिक ध्यान बिन्दु लोगों की भौतिक आवश्यकताओं को पूरा करना और यीशु के हाथ और पैर ही होना क्यों न हो, क्या सभी बातों में सुसमाचार प्रथम स्थान पर रहता है?

किसे दान दें? - प्रभावशीलता और विशेषज्ञता

"पर कुछ बीज अच्छी भूमि पर गिरे, और फल लाए - कोई सौ गुना, कोई साठ गुना, और कोई तीस गुना।" (मत्ती 13:8)।

क्या उस सेवकाई का कोई प्रभाव है? क्या परोपकारी संस्था वास्तव में अपने मिशन, लक्ष्यों और उद्देश्यों को पूरा कर रही है? क्या संगठन समस्याओं को सुलझाने में विशेषज्ञता का प्रदर्शन कर रहा है? एक भीड़ से भरे हुए मैदान में, क्या सुसमाचार की सेवकाई शेष लोगों से पृथक हो कर सही अर्थ में लोगों के जीवन में भिन्नता को जन्म दे रही है?

किसे दान दें? – भण्डारीपन

"फिर यहाँ भण्डारी में यह बात देखी जाती है कि वह विश्‍वासयोग्य हो" (1 कुरिन्थियों 4:2)।

क्या एक सेवकाई अपने धन का बुद्धिमानी से उपयोग कर रही है? क्या एक सेवकाई अपने संसाधनों में जिन कार्यों में निवेश कर रही है, वे वास्तव में कोई अर्थ रखते हैं? तोड़ों के दृष्टान्त की तरह, क्या एक संगठन अपने खजाने को गाड़ तो नहीं रहा है या वह इसका निवेश परमेश्वर के राज्य में कर रहा है? क्या एक परोपकारी संस्था की वित्तीय प्राथमिकताएँ परमेश्वर के वचन की प्राथमिकताओं की रूपरेखा के अनुरूप हैं?

किसे दान दें? – जवाबदेही

"बिना सम्मति की कल्पनाएँ निष्फल हुआ करती हैं, परन्तु बहुत से मन्त्रियों की सम्मति से बात ठहरती है।" (नीतिवचन 15:22)।

क्या एक संगठन अपने वित्त और निर्णयों के बारे में पारदर्शी और ईमानदार है? क्या किसी एक व्यक्ति का तो इसमें बहुत अधिक प्रभाव नहीं है, या क्या महत्वपूर्ण निर्णयों में सम्मिलित लोगों में अच्छा सन्तुलन बना हुआ है? क्या नेतृत्व "जैसे लोहा लोहे को चमका देता है" के विचार के लिए खुले मन वाला है (नीतिवचन 27:17)? क्या परोपकारी संस्था अपनी सभी उचित वित्तीय जानकारी को पूरी तरह से उजागर करने के लिए तैयार है? क्या एक सेवकाई रचनात्मक आलोचना को सुनने के लिए तैयार है, या मिलने वाली प्रतिक्रिया को सुनना पसन्द नहीं करती है (नीतिवचन 27:6)?

किसे दान दें? – प्रार्थना

“माँगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूँढ़ो तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा” (मत्ती 7:7)।

परमेश्वर से यह ज्ञान माँगें कि वह कैसे चाहता है कि आप अपने धन को सेवकाई में निवेश करें (याकूब 1:5)। परमेश्वर से पूछें कि वह आपको उन कामों को करने के लिए जुनून दे, जिनके लिए वह चाहता है कि आप दान दें। परमेश्वर से बहुतायत के साथ यह स्पष्ट करने के लिए कहें कि निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? आप अनन्तकालीन प्रभाव को लाने के लिए वित्तीय बलिदान कैसे कर सकते हैं।

किसे दान दें? - परमेश्वर पर भरोसा करें और दान दें

“परन्तु बात यह है : जो थोड़ा बोता है, वह थोड़ा काटेगा भी; और जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा। हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे; न कुढ़ कुढ़ के और न दबाव से, क्योंकि परमेश्‍वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है” (2 कुरिन्थियों 9:6–7)।

जबकि उपर्युक्त सिद्धान्तों को सहायता देनी चाहिए, इस प्रश्न के प्रति बाइबल आधारित कोई भी "तू यह. " करना या यह न करना वाला कथन नहीं है। हमारा विश्वास है कि, जबकि एक मसीही विश्वासी के द्वारा प्राथमिक रूप दान को उसकी स्थानीय कलीसिया में ही दिया जाना चाहिए, जिसमें वह भाग लेता है, तथापि इस विषय के प्रति बहुत अधिक स्वतन्त्रता दी गई है। क्या एक मसीही विश्वासी को बच्चों के लिए सहायता दी जाने वाले कार्यक्रम का समर्थन करना चाहिए या मानव तस्करी को समाप्त करने के लिए दान देना चाहिए? क्या एक मसीही विश्वासी को एक स्थानीय बचाव आश्रय स्थल के लिए या एक विश्वव्यापी सुसमाचार प्रचार के कार्यक्रम के लिए दान देना चाहिए? इन प्रश्नों का कोई सार्वभौमिक सही या गलत उत्तर नहीं है। यह विवेक, प्राथमिकताओं और जुनून का विषय है।

परमेश्वर से प्रार्थना करें कि वह आपको सुसमाचार सुनाने के एक कार्यक्रम की सहायता करने के लिए जुनून दे। उपरोक्त सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर खोज करें। तत्पश्चात्, दान दें!

मैं कैसे निर्धारित करूँ कि कौन सी परोपकारी संस्था/संगठन/सेवकाई के लिए वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए?

आपके फायदे की बात: कम रिस्क के साथ चाहिए FD से ज्यादा रिटर्न तो लार्ज कैप फंड्स में करें निवेश, बीते 1 साल में दिया 60% तक का रिटर्न

कई लोग म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना तो चाहते हैं लेकिन रिस्क के कारण इसमें निवेश से बचते हैं। ऐसे लोग लार्ज-कैप फंड के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड की अन्य कैटेगिरी की तुलना में रिस्क कम रहती है। लार्ज-कैप फंड ने बीते 1 साल में 60% तक का रिटर्न दिया है, जो FD से कई गुना ज्यादा है। यहां 2 एक्सपर्ट आपको बता रहें हैं कि लार्ज-कैप फंड में किसे और कैसे निवेश करना चाहिए।

सबसे पहले समझें लार्ज-कैप फंड क्या हैं?
लार्ज कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80% टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है। माना जाता कि इनके शेयरों में उतार चढ़ाव कम होता है, इसलिए इनमें पैसा लगाने पर नुकसान की संभवना, खासतौर पर लंबे समय में कम ही रहती है।

इसमें उन निवेशकों को पैसा लगाने की सलाह दी जाती है, जो कम जोखिम के साथ शेयर बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड में लार्ज-कैप में निवेश ज्‍यादा सुरक्षित समझा जाता है।

लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं और इनमें कम उतार-चढ़ाव रहता है। जबकि इन फंड्स का रिटर्न एक औसत हो सकता है लेकिन ये लगातार रिटर्न देते रहते हैं। लंबी अवधि के नजरिए से अलग-अलग मार्केट साइकल में ये फंड कंपाउंडिंग के आधार पर बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं।

इसमें किसे करना चाहिए निवेश?
अगर आपकी उम्र ज्यादा है और डेब्ट फंड्स से ज्यादा रिटर्न चाहते हैं लेकिन ज्यादा इन्वेस्टमेंट रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो आप लार्ज-कैप फंड्स में पैसा लगा सकते हैं। ये अस्थिर मार्केट में स्थिर रिटर्न दे सकते हैं। इनमें कम रिस्क होती है जिससे ये मिड और स्मॉल-कैप इक्विटी में ज्यादा एक्सपोजर वाले फंड्स की तुलना में मध्यम रिटर्न देते हैं। यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते हैं तो टॉप-रेटेड लार्ज-कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं।

इनमें लम्बे समय के लिए निवेश करना सही
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व CEO पंकज मठपाल कहते हैं कि इन स्कीमों में कम से कम 5 साल के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए। ध्यान रहे कि छोटे समय में शेयर बाजार में उतार चढ़ाव का निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? असर आपके निवेश पर ज्यादा पड़ सकता है जबकि लंबे समय मे यह खतरा कम हो जाता है।

SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
रूंगटा सिक्‍योरिटीज के CFP और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।

सेवानिवृत्ति के बाद के लिए र्प्याप्त फंड जरूरी

वित्तीय नियोजन के दौरान सेवानिवृत्ति के बाद के चरण के लिए पर्याप्त कोष एकत्रित करना एक आवश्यक पहलू है। यह न केवल व्यक्ति को उसकी व्यय आवश्यकताओं को पूरा करने की अनुमति देता है, बल्कि उसे कम से कम बाधाओं के साथ सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन को जीने में सशक्त भी बनाता है…

राष्ट्रीय पेंशन योजना सामाजिक सुरक्षा की ओर केंद्र सरकार की शानदार पहल

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) क्या है : राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) भारत में पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा संचालित भारतीय नागरिकों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन हेतु एक स्वैच्छिक और दीर्घकालिक निवेश योजना है। राष्ट्रीय पेंशन योजना केंद्र सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा की ओर सुदृढ़ पहल है। यह पेंशन योजना सार्वजनिक, निजी और असंगठित क्षेत्र के सभी कर्मचारियों के लिए खुली है। यह योजना लोगों को उनके रोजगार के दौरान नियमित अंतराल पर पेंशन खाते में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है। सेवानिवृत्ति के पश्चात ग्राहक जमा की गई निधि का एक निश्चित प्रतिशत निकाल सकते हैं। एनपीएस खाता धारक के रूप में, आपको शेष राशि मासिक पेंशन के रूप में मिलेगी, जो आपकी सेवानिवृत्ति के बाद प्रारंभ होगी। पहले एनपीएस योजना केवल केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए ही थी, किंतु अब पीएफआरडीए ने स्वैच्छिक आधार पर सभी भारतीय नागरिकों के लिए इसे खोल दिया है।

दो अलग प्रकार के खाते : राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के साथ खाता खोलने के बाद प्रत्येक ग्राहक को एक स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या या पीआरएएन जारी किया जाता है। इस योजना में योगदान सहित फंड प्रबंधन, पीआरएएन के माध्यम से ही किया जाता है।

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली नागरिकों को निम्नलिखित दो खातों के माध्यम से व्यवस्थित निवेश करने की अनुमति देती है

टियर- I खाता : यह पेंशन खाते के रूप में कार्य करता है और इससे निकासी विशिष्ट प्रतिबंधों के अधीन है। एक व्यक्ति इस खाते को न्यूनतम 500 रुपए की जमा राशि के साथ खोल सकता है।

टियर- II खाताः यह निवेश और निकासी के माध्यम से धन की तरलता प्रदान करने वाला स्वैच्छिक खाता है। इस खाते के लिए न्यूनतम जमा राशि 250 रुपए है। टियर- II खाते में निवेश की अनुमति केवल तभी दी जाती है, जब ग्राहक के नाम पर एक सक्रिय

टियर- I खाता उपलब्ध है।

एनपीएस एवं कर दक्षता – व्यक्ति को उपलब्ध कर लाभः

एनपीएस में निवेश करने के समय कर-बचत लाभ आयकर अधिनियम के अंतर्गत तीन वर्गों में उपलब्ध हैः

(i) धारा 80 सीसीडी (1) : इसके तहत कर लाभ एनपीएस टियर- ढ्ढ खाते में किसी व्यक्ति के स्व-योगदान पर निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? उपलब्ध है। एक वित्तीय वर्ष में कोई भी व्यक्ति अधिकतम 1.5 लाख रुपए के स्वयं के योगदान पर कर-लाभ का दावा कर सकता है।

(ii) धारा 80 सीसीडी (2) : इसके तहत निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? कर-लाभ किसी भी व्यक्ति द्वारा दावा किया जा सकता है, जहां नियोक्ता अथवा कंपनी अपने एनपीएस टियर- ढ्ढ खाते में व्यक्ति की ओर से धन जमा करता है। वर्तमान आयकर कानूनों के अनुसार, नियोक्ता व्यक्ति के वेतन का अधिकतम 10 प्रतिशत जमा कर सकता है। यहां वेतन का अर्थ है- मूल वेतन और महंगाई भत्ता।

(iii) धारा 80 सीसीडी (1बी) : इसके तहत एक व्यक्ति किसी वित्तीय वर्ष में अधिकतम 50000 रुपए की कटौती का दावा कर सकता है। यह लाभ उपर्युक्त दोनों कर लाभों के अतिरिक्त उपलब्ध है। इसलिए यह योजना कुल मिलाकर दो लाख रुपए तक की कर कटौती की अनुमति देती है।

एनपीएस में किसे निवेश करना चाहिए : एनपीएस उन लोगों के लिए एक अच्छी योजना है जो पेशेवर करियर या कामकाजी उम्र के दौरान अपनी सेवानिवृत्ति की योजना जल्द बनाना चाहते हैं और उनमें जोखिम उठाने की क्षमता कम है। आपकी सेवानिवृत्ति के वर्षों में एक नियमित पेंशन आय प्रवाह का अच्छा स्त्रोत होगा, खासकर उन लोगों के लिए जो निजी क्षेत्र की नौकरियों से सेवानिवृत्त होते हैं। साथ ही ऐसे अन्य नियमित वेतन वाले लोग जो धारा 80-सी कटौती का सबसे अधिक लाभ उठाना चाहते हैं, वे भी इस योजना पर विचार कर सकते हैं।

चलते-चलते

एनपीएस उन वित्तीय उत्पादों में से एक है, जिसका उपयोग आप अपने आय-कर को कम करने के लिए कर सकते हैं। यह आपके काम के दिनों के दौरान आपकी रिटायरमेंट के बाद के सुनहरे दिनों के लिए एक ठोस राशि बनाने में सहायता करता है।

स्वस्थ रहिए, स्वच्छ रहिए व जहां तक हो सके, घर पर रहिए।

संपर्कः [email protected]

नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।

ELLS Mutual Fund in Hindi: ईएलएसएस फंड क्या है, इसमें किसे निवेश करना चाहिए और फायदें क्या है? जानें सबकुछ

ELLS Mutual Fund in Hindi: ईएलएसएस फंड क्या है, इसमें किसे निवेश करना चाहिए और फायदें क्या है? जानें सबकुछ

ELLS Fund in Hindi: ईएलएसएस फंड को टैक्स सेविंग फंड भी कहा जाता है क्योंकि सेक्शन 80C के तहत ELLS Fund टैक्स डिडक्शन क्लेम करने की भी पेशकश करते हैं। इसलिए आज के लेख में जानेंगे कि ELLS Fund Kya Hai? (What is ELLS Fund in Hindi), इसके फायदें क्या है? (Benefits of ELLS Funds in Hindi) और किन्हें निवेश करना चाहिए (Who Should Invest in ELSS Mutual Funds)

ELLS Mutual Fund in Hindi: निवेश के लिए म्यूच्यूअल फंड (Mutual Fund) इन दिनों एक बेहतरीन विकल्प बनता जा रहा है। इसपर मिलने वाला रिटर्न निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। मौजूदा समय में म्यूच्यूअल फंड में ही कई प्रकार की केटेगरी है। इन्ही केटेगरी में से एक केटेगरी ईएलएसएस म्यूच्यूअल फंड (ELLS Mutual Fund) है। यह इक्विटी फंड (Equity Fund) की केटेगरी है जिसपर निवेशकों को टैक्स बेनिफिट्स भी मिलता है। तो अगर आप विस्तार से जानना चाहते है कि ELLS Fund Kya Hai? (What is ELLS Fund in Hindi), इसके फायदें क्या है? (Benefits of ELLS Funds in Hindi) और इसमें किन्हें निवेश करना चाहिए (Who Should Invest in ELSS Mutual Funds) तो लेख के साथ अंत तक बने रहे।

ELLS Fund Kya Hai? | What is ELLS Fund in Hindi

ELLS Mutual Fund in Hindi: ईएलएसएस फंड इक्विटी फंड होते हैं, जो अपने कॉरपस का एक बड़ा हिस्सा इक्विटी या इक्विटी संबंधित इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं। ELSS फंड को टैक्स सेविंग स्कीम्स भी कहा जाता है क्योंकि ये आयकर अधिनियम के सेक्शन 80C के तहत 150,000 रुपये तक का टैक्स डिडक्शन क्लेम करने की भी पेशकश करते हैं। ELLS Full Form - Equity Linked Saving Scheme है।

अन्य टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स की तुलना में ELLS 3 साल की सबसे छोटी लॉक-इन अवधि के साथ आते है। इसका मतलब है कि आप अपने निवेश को खरीद की तारीख से 3 साल बाद ही बेच सकते हैं। हालांकि ELLS Funds से अधिकतम रिटर्न प्राप्त करने के लिए सलाह दी जाती है कि आप अपने निवेश को अधिकतम अवधि के साथ बरकरार रखें। अगर आपके पास ELLS SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) है, तो प्रत्येक किस्त में तीन साल की लॉक-इन अवधि होती है, जिसका अर्थ है कि आपकी प्रत्येक किस्त की एक अलग मैच्यूरिटी तिथि होगी।

ELLS म्यूचुअल फंड कैसे काम करते हैं? | How ELSS Mutual Funds Work in Hindi

ELLS Fund in Hindi: ELSS Funds डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड हैं। ये फंड मुख्य रूप से लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में फंड के निवेश उद्देश्य के अनुसार एक विशिष्ट अनुपात में निवेश करते हैं। शेयरों को बाजार पूंजीकरण (लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप) और इंडस्ट्री सेक्टर से चुना जाता है। इन फंडों का लक्ष्य लंबे समय में पूंजी की सराहना को अधिकतम करना है। फंड मैनेजर जोखिम और समायोजित पोर्टफोलियो रिटर्न देने के लिए अच्छी तरह से मार्केट रिसर्च करते है उसके बाद ही शेयरों का चयन करते है।

ELLS म्यूच्यूअल फंड में किसे निवेश करना चाहिए? | Who Should Invest in ELSS Mutual Funds

वेतनभोगी व्यक्ति

जब आप एक वेतनभोगी कर्मचारी होते हैं, तो एक निश्चित राशि होती है जो कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) की ओर जाती है जो एक निश्चित इनकम प्रोडक्ट है। अगर कोई अपने निवेश पोर्टफोलियो में जोखिम और रिटर्न को बैलंस करना चाहता है तो ELLS सबसे अच्छा विकल्प है। असाधारण रिटर्न के अलावा, ELLS में टैक्स छूट भी मिलता है। जबकि यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) और नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) भी ऐसा ही करते हैं, उनकी लॉक-इन अवधि अधिक होती है और रिटर्न की संभावना कम होती है।

उदाहरण के लिए ULIP में पांच साल की लॉक-इन अवधि होती है। NPS इक्विटी में आपका निवेश 60 वर्ष की आयु तक लॉक रहता है। वहीं ELLS Fund में आपकी राशि केवल 3 साल के लिए ही लॉक्ड होती है।

फर्स्ट टाइम इन्वेस्टर

अगर आप नए इन्वेस्टर है तो ELLS एक आदर्श विकल्प है क्योंकि आपको टैक्स बेनिफिट के साथ इक्विटी इन्वेस्ट और म्यूच्यूअल फंड का स्वाद भी चखने को मिलता है। यह बात भी सच है कि इक्विटी निवेश में अधिक जोखिम होता है, लेकिन यह आमतौर पर अल्पावधि में होता है। अगर आप पांच साल से अधिक समय के लिए निवेश करते हैं, तो जोखिम बहुत कम होता है। सभी इक्विटी निवेशों की तरह, वर्ष के दौरान मासिक SIP में निवेश शुरू करना सबसे अच्छा तरीका है।

ईएलएसएस फंड में SIP आपको बाजार के रेड होने पर अधिक यूनिट जमा करने में मदद करता है और बाजार के अनुकूल होने पर असाधारण रिटर्न उत्पन्न करता है।

ELLS फंड में निवेश करने से पहले ध्यान देने वाली बातें

फंड रिटर्न - किसी फंड में जाने से पहले फंड के प्रदर्शन की तुलना जरूर करें ताकि यह पता चल सके कि क्या इसने अतीत में लगातार प्रदर्शन दिखाया है? अगर कोई फंड अपने बेंचमार्क या कंपटीटर से बेहतर प्रदर्शन करता है, तो फंड हाई रिटर्न देता है।

फंड हाउस का इतिहास - ऐसे फंड हाउस चुनने निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? की सलाह दी जाती है, जिन्होंने लंबी अवधि में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया हो जैसे कि लगभग पांच से 10 साल।

एक्सपेंस रेश्यो - एक्सपेंस रेश्यो दर्शाता है कि आपका कितना निवेश फंड के मैनेजमेंट में जाता है। अगर किसी फंड का एक्सपेंस रेशियो कम है तो इसका मतलब है कि आपको टेक-होम रिटर्न ज्यादा मिल सकता है। इसलिए ऐसे फंड्स में जाना हमेशा बेहतर होता है जिसका एक्सपेंस रेश्यो कम हो।

फंड मैनेजर - फंड मैनेजर पर भी विचार जरूर करना चाहिए क्योंकि यह वह व्यक्ति है जो आपके फंड के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फंड मैनेजर को सक्षम होना चाहिए और उसके पास सही स्टॉक चुनने और एक मजबूत पोर्टफोलियो बनाने का अच्छा अनुभव होना चाहिए।

ELLS म्यूचुअल फंड के लाभ | Benefits of ELLS Funds in Hindi

सबसे छोटा लॉक-इन

ELSS में तीन साल की सबसे छोटी लॉक-इन अवधि होती है। टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट में पांच साल का लॉक-इन होता है, जबकि पीपीएफ में 15 साल की मैच्योरिटी होती है। कुल मिलाकर ELLS मध्यम अवधि में अधिक तरलता प्रदान करता है।

PPF और FD भी निवेश के साथ टैक्स सेविंग उत्पाद है लेकिन इनमें अधिक रिटर्न की संभावना बेहद कम है। जबकि ELLS निश्चित जमा में किसे निवेश करना चाहिए? में आपको अधिक लचीलापन तो प्रदान करते ही है, साथ ही कम समय में अधिक रिटर्न भी देते है।

बेहतर पोस्ट-टैक्स रिटर्न

ELSS से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स ₹1 लाख की सीमा तक टैक्स फ्री है। 1 लाख से अधिक के लाभ पर केवल 10% की दर से कर लगता है। कम टैक्स दरें उच्च रिटर्न के साथ मिलकर टैक्स के बाद सबसे अच्छा रिटर्न सुनिश्चित करते हैं।

मासिक SIP के जरिए ELLS Funds में निवेश करना आसान है।

ELLS पर टैक्स का प्रभाव | Tax Implications on ELSS

शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन (STCG) पर 15% का टैक्स लगता है, जबकि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) पर तभी टैक्स लगता है जब वित्तीय वर्ष के दौरान लाभ ₹1 लाख से अधिक हो। LTCG ₹1 लाख से अधिक की राशि पर 10% का कर लगता है।

शीर्ष प्रदर्शन करने वाले ELLS फंड | Top Performing ELSS Funds

ELSS Funds in Hindi: कभी-कभी किसी फंड को चुनना एक कठिन काम होता है। किसी एक को चुनने से पहले विभिन्न फंडों के विभिन्न पैरामीटर का विश्लेषण और तुलना करना सही तरीका है। यहां पर 5 ऐसे ELLS की सूची दी गई है जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में रिटर्न के आधार पर शीर्ष प्रदर्शन किया है।

रेटिंग: 4.61
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 326
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *