Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है

New Fund Offer (NFO): अगर आप निवेश करके बेहतर रिटर्न कमाना चाहते हैं, तो हम यहां पर आपको एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है जा रहे हैं जो जिसके लिए आपके पास अभी भी मौका है. आईटीआई म्यूचुअल फंड (ITI Mutual Fund) ने आईटीआई फार्मा और हेल्थकेयर फंड (ITI Pharma and Healthcare Fund) लॉन्च किया है. यह न्यू फंड आफर (NFO) 18 अक्टूबर यानी सोमवार से निवेश के लिए खुल गया है. इसमें 1 नवंबर 2021 तक पैसे लगा सकते हैं. यह फंड फार्मा और हेल्थकेयर शेयरों में निवेश करेगा और निफ्टी हेल्थकेयर टोटल रिटर्न इंडेक्स इसका बेंचमार्क होगा. फार्मा सेक्टर में आगे तेजी का अनुमान है, जिसका फायदा इस स्कीम में मिल सकता है.
पारस्परिक निधि (म्युचुअल फंड)
म्युचुअल फंड ऐसी इकाई है जो विभिन्न प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए बड़ी संख्या में निवेशकों के पैसे को एकत्रित करती है। इस धन को तब विभिन्न वित्तीय साधनों में निवेश करने के लिए इकाई धारकों की ओर से एक पेशेवर निधि Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है प्रबंधक द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
टिप्पणी: पारस्परिक निधियों (म्युचुअल फंड) में निवेश करने के लिए, निवेशकों को पारस्परिक निधि (म्यूचुअल फंड) संबंधी केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) का अनुपालक होने की आवश्यकता होती है।
घर बैठे म्यूचुअल फंड में कैसे करें निवेश और किस म्यूचुअल फंड में लगाएं पैसा?
Written by: Sarabjeet Kaur
Updated on: June 22, 2020 20:24 IST
Photo:GOOGLE
Mutual Fund investment
नई दिल्ली। कोरोना संकट में आर्थिक स्थिति बिगड़ने से लोग पहले के मुकाबले निवेश को लेकर ज्यादा जागरूक हो गए हैं। निवेशक अब अपना पैसा सुरक्षित और सही जगह पर लगाना चाहते हैं। ऐसे में जानकारों का मानना है कि जिन्हें शेयर बाजार का ज्यादा ज्ञान नहीं है उनके लिए आज भी म्यूचुअल फंड निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता हैं। ऐसे में कई लोग हैं जो घर बैठे ही बिना किसी ब्रोकर या एजेंट की मदद से म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना चाहते हैं। अगर आप भी चाहते हैं बेहतर तरीके से म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन निवेश करना और जानना चाहते हैं कि वो कौन से ऐसे म्यूचुअल फंड है जहां आपको पैसा लगाना चाहिए तो पढ़िए ये खास रिपोर्ट।
Equity Mutual Funds: जानिए बाजार में गिरावट आने पर किस तरह उठाएं फायदा
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए इन्वेस्टमेंट स्कीम का रिटर्न महंगाई के मुकाबले ज्यादा होना चाहिए. वर्तमान में महंगाई दर 5-6 फीसदी के बीच है. ऐसे में अगर निवेश के परंपरागत साधनों में निवेश करते हैं तो नेट रिटर्न कम होगा. म्यूचुअल फंड में आपका पैसा शेयर बाजार में भी निवेश होता है जिसके कारण रिटर्न ज्यादा मिलता है और आपका नेट रिटर्न ज्यादा होगा.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: शशांक शेखर
Updated on: Feb 26, 2022 | 6:05 PM
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है. ऐसे में अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) में निवेश करते हैं तो बाजार में गिरावट आने पर निवेशकों (Mutual Fund Investors) को क्या करना चाहिए इसकी जानकारी जरूरी है. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि इक्विटी म्यूचुअल फंड पूरी तरह बाजार जोखिम पर निर्भर करता है. बाजार में जब गिरावट आती है तो निवेशकों का पोर्टफोलियो घट जाता है. ऐसे में इन्वेस्टर्स को रिस्क के बारे में जानकारी जरूरी होनी चाहिए. फाइनेंशियल डिसिप्लिन के लिए समय-समय पर असेट अलोकेशन, पोर्टफोलियो रिव्यू जरूरी है. इससे आपका निवेश हमेशा सुरक्षित रहेगा और बेहतर रिटर्न देगा.
अलग-अलग कैटिगरी के फंड में करें निवेश
मिंट में छपी रिपोर्ट में ऑप्टिमा मनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज माथपाल ने कहा कि इक्विटी म्यूचु्अल फंड की अलग-अलग कैटिगरी है. यह स्मॉलकैप, मिड कैप, लार्ज कैप, मिक्स्ड कैप हो सकता है. अगल-अलग कैटिगरी के म्यूचुअल फंड के लिए असेट अलोकेशन अलग-अलग होता है. निवेशक कितना रिस्क उठा सकता है या उठाना चाहिए, उस आधार पर ही फंड का सलेक्शन करना चाहिए. निवेशकों को हमेशा अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई रखना चाहिए. इक्विटी फंड में ही मिडकैप, स्मॉल कैप, लार्ज कैप, सभी का समावेश हो.
बाजार में जब उठापटक आता है तो तेजी और गिरावट, दोनों समय म्यूचुअल फंड के यूनिट पर असर होता है. हालांकि, लार्ज कैप फंड पर असर कम होता है, जबकि स्मॉल कैप में ज्यादा उतार-चढ़ाव देखा जाता है. ऐसे में निवेशक वोलाटिलिटी बढ़ने पर स्मॉल कैप, मिडकैप और लार्ज कैप में निवेश घटा-बढ़ा सकता है. जब बाजार में गिरावट आए तो स्मॉलकैप में निवेश बढ़ाया जा सकता है. तेजी आने पर यह ज्यादा रिटर्न देगा.
Mutual Fund Investment: म्यूचुअल फंड में पहली बार कर रहे हैं निवेश, तो भूल कर भी न करें ये गलतियां, वरना डूब सकता है पैसा
बाजार रैली से उत्साहित होकर, पहली बार के निवेशक को म्युचुअल फंड (MF) के इक्विटी सेगमेंट में भारी निवेश नहीं करना चाहिए.
Mutual Fund Investment: ऐसा कहा जाता है कि किसी को भी अपने दोनों पैरों से पानी की Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है गहराई नहीं मापनी चाहिए. इसी तरह, किसी भी बाजार रैली से उत्साहित होकर, पहली बार के निवेशक को म्युचुअल फंड (MF) के इक्विटी सेगमेंट में भारी निवेश नहीं करना चाहिए. म्यूचुअल फंड में निवेश धैर्य और जोखिम की बेहतर समझ की मांग करता है. हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश ऑप्शन की भरमार और बाजार के मौजूदा हालात को देखते हुए सही फंड का चुनाव आसान नहीं है. फिर भी म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़ी कुछ बुनियादी सावधानियों को ध्यान में रखेंगे तो आपको घाटा नहीं होगा.
कभी भी बड़ी रकम को एक साथ निवेश ना करें.
एक निवेशक को इक्विटी में बड़ी रकम को एक साथ निवेश करने से बचना Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है चाहिए. ऐसा इसलिए है क्योंकि बाजार में गिरावट आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. पहली बार के निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव की समझ नहीं होती होती है. ऐसे में वे थोड़ा नुकसान होने पर घबरा जाते हैं. इस घबराहट में नए निवेशक अक्सर अपना पैसा निकालने का फैसला करते हैं, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. इसलिए, यह हमेशा सलाह दी जाती है कि इक्विटी-ओरिएंटेड फंडों में निवेश सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के ज़रिए किया जाना चाहिए.
बाजार के उतार-चढ़ाव के आदी होने के लिए, ज्यादा जोखिम वाले प्योर इक्विटी फंड के बजाय पहली बार निवेशकों के लिए बेहतर यह है कि वे संतुलित फंडों में निवेश करें. नए Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है निवेशकों को ऐसे फंडों में निवेश करना चाहिए जहां जोखिम कम हो या हो भी तो ज्यादा नहीं. इस तरह के फंडों में बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान, प्योर इक्विटी फंड से कम उतार-चढ़ाव होता है. इससे नए निवेशकों के लिए घबराहट की स्थिति नहीं बनती है. इससे नए निवेशक बाजार में ज्यादा समय तक बने रह सकते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव को समझ सकते हैं. इसलिए, ज्यादा जोखिम वाले प्योर इक्विटी फंड से शुरू करने के बजाय, उन फंडों में निवेश करना बेहतर है, जो तुलनात्मक रूप से कम जोखिम वाले हैं.
निवेश करने से पहले फाइनेंशियल प्लानिंग करें.
अगर कोई निवेशक सही फाइनेंशियल प्लानिंग द्वारा लॉन्ग टर्म गोल्स को हासिल करने के लिए इक्विटी-ओरिएंटेड फंडों में निवेश करना शुरू करता है, तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि निवेशक बाजार में ज्यादा समय तक बने रहे. लंबी अवधि के गोल्स के लिए निवेश करने वाले निवेशक बाजार के छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज कर देते हैं. वहीं तुरंत रिटर्न हासिल करने के Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है लिए निवेश करने वाले नए निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराकर तुरंत अपना पैसा निकाल लेते हैं. इसलिए, निवेश करने से पहले किस कैटेगरी के फंड में कितना निवेश करना है, यह तय करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करना बेहतर है.
(Article : Amitava Chakrabarty)
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ITI Pharma and Healthcare Fund में कम से कम 5, 000 रुपये निवेश करना Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है जरूरी है. उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश किया जा सकता है.
फार्मा सेक्टर में नई ऊर्जा
NFO पर ITI Mutual Fund के सीईओ और चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर जॉर्ज हेबर जोसेफ का कहना है कि कोविड -19 महामारी ने भारतीय फार्मा सेक्टर को एक नई एनर्जी दी है. ITI Pharma and Healthcare Fund रिसर्च बैक्ड इन्वेस्टमेंट प्रक्रिया के जरिए निवेशकों को एक अनूठा निवेश अनुभव दे सकता है. उनका कहना है कि फंड हाउस SQL के इन्वेस्टमेंट फिलोसॉफी का पालन Mutual Fund में निवेश करने के तरीके क्या है करता है, जिसका मतलब है कि मार्जिन की सुरक्षा, कारोबार की गुणवत्ता और कम खर्च अपने निवेशकों को बेहतर निवेश अनुभव प्रदान करना.
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