निवेशकों के लिए ऑफर

इंवेस्टर्स मीट में शारदा ग्लोबल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो पीसी गुप्ता, जीएनआईओटी ग्रुप के निदेशक डॉ आरके पाठक, आईआईएमटी के डीन अमित रंजन, एसएमडी ग्रुप के सिद्धार्थ कश्यप, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय से डॉ गौरव तिवारी सहित 60 से ज्यादा संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए. सभी ने स्मार्ट सिटी रांची के मास्टर प्लान और सरकार के सकारात्मक अप्रोच की सराहना की.
इंफोसिस बायबैक निवेशकों के लिए है फायदे का सौदा
आईटी दिग्गज इंफोसिस का शेयर बायबैक छोटे निवेशकों के लिए शॉर्ट टर्म रिटर्न कमाने का शानदार मौका है. कंपनी ने इसी साल 19 अगस्त को घोषणा की थी कि वो 11.30 करोड़ शेयर बायबैक करेगी. कंपनी ये बायबैक करेगी 1150 रुपए प्रति शेयर की कीमत पर, यानी कुल 13,000 करोड़ रुपए के शेयर इंफोसिस अपने निवेशकों से वापस खरीदेगी. इस बायबैक की रिकॉर्ड डेट है 1 नवंबर, यानी जिन निवेशकों के पास 1 नवंबर की तारीख में इंफोसिस के शेयर होंगे, वही इस बायबैक स्कीम में हिस्सा ले पाएंगे.
छोटे निवेशकों से कितने शेयर बायबैक करेगी इंफोसिस
इस वक्त इंफोसिस के शेयर की कीमत है करीब 930 रुपए, यानी मौजूदा कीमत और बायबैक की कीमत का अंतर है 220 रुपए प्रति शेयर. लेकिन ऐसा नहीं है कि आपके पास मौजूद सारे शेयर इंफोसिस वापस खरीद लेगी. सेबी के नियमों के तहत बायबैक ऑफर का 15% रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित रहेगा.
रिटेल निवेशकों का मतलब है निवेशकों के लिए ऑफर वो निवेशक जिनके पास रिकॉर्ड डेट तक अधिकतम 2 लाख रुपए के शेयर हों. इंफोसिस का बायबैक ऑफर है 13,000 करोड़ का, यानी कंपनी 1,950 करोड़ रुपए के शेयर छोटे निवेशकों से खरीदेगी. अब एक निवेशक से इंफोसिस कितने शेयर बायबैक करेगी, ये निर्भर होगा एक्सेप्टेंस रेश्यो पर.
निवेशकों को मिल सकता है 25% तक रिटर्न
बायबैक से मिलने वाले रिटर्न की निवेशकों के लिए ऑफर गणना करने के लिए हम मान लेते हैं कि कोई निवेशक आज इंफोसिस के 200 शेयर खरीदता है. 930 रुपए के हिसाब से इनकी मौजूदा निवेशकों के लिए ऑफर कीमत हुई 1.86 लाख रुपए. अगर एक्सेप्टेंस रेश्यो 60% है तो कंपनी बायबैक में लेगी 120 शेयर. मौजूदा बाजार कीमत हुई 120x930= 1,11,600 रुपए. और बायबैक की कीमत हुई 120x1150= 1,38,000 रुपए. यानी फायदा हुआ 26,400 रुपए का. बचे 80 शेयरों की कीमत अगर नहीं भी बढ़ती है, तो उनसे मिलेंगे 80x930= 74,400 रुपए. तो निवेशक के पास आएंगे कुल 1,38,000+74,400= 2,12,400 रुपए. यानी निवेश की मूल रकम 1.86 लाख रुपए पर होगी 26,400 रुपए की कमाई यानी करीब 15% रिटर्न.
छोटे निवेशक इन बातों का भी ध्यान रखें
1) 1 नवंबर को आपके पास शेयर रहें, इसके लिए जरूरी है कि आप 30 अक्टूबर तक शेयर खरीद लें. टी+2 सेटलमेंट पीरियड की वजह से शेयर खरीदने के दो दिन बाद आपके डीमैट अकाउंट में निवेशकों के लिए ऑफर पहुंचते हैं.
2) रिटेल निवेशकों के 15% कोटे में वही निवेशक निवेशकों के लिए ऑफर हिस्सा ले सकेंगे, जिनके पास मौजूद इंफोसिस के शेयरों की वैल्यू अधिकतम 2 लाख रुपए होगी.
3) रिकॉर्ड डेट के नजदीक पहुंचने पर अगर इंफोसिस के शेयर खरीदने वाले निवेशकों की तादाद बढ़ती है तो एक्सेप्टेंस रेश्यो निवेशकों के लिए ऑफर के घटने की आशंका बढ़ जाएगी.
4) एक्सेप्टेंस रेश्यो घटने-बढ़ने के मुताबिक निवेश पर रिटर्न भी घट-बढ़ सकता है, इसलिए इस जोखिम को ध्यान में जरूर रखें.
(धीरज कुमार जाने-माने जर्नलिस्ट हैं. इस आर्टिकल में छपे विचार उनके अपने हैं. इसमें क्विंट की सहमति होना जरूरी नहीं है)
बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों ने नए फंड ऑफर को हाथों हाथ लिया
कोरोना महामारी मार्च में शुरू होने के बाद शेयर बाजार में बड़ी गिरावट निवेशकों के लिए ऑफर आई थी। उसके बाद म्यूचुअल फंड निवेशकों में अफरातफरी की स्थिति थी। निवेशकों ने तेजी से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया था लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है। इससे उत्साहित म्यूचुअल फंड कंपनियां नए-नए फंड ऑफर के साथ बाजार में आ रही है। अब सवाल उठता है कि कजो फंड आ रहे हैं क्या उसमें निवेश करना सही होगा।
नया फंड ऑफर क्या है?
एक नया फंड ऑफर (एनएफओ) किसी निवेश कंपनी द्वारा पेश किए गए किसी भी निवेशकों के लिए ऑफर नए फंड के लिए पहला सब्सक्रिप्शन ऑफर है। म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों को नए फंड ऑफर में कुछ दिन से लेकर 15 साल तक निवेश करने का विकल्प देती है। ओपन-एंडेड फंड में आप एनएफओ अवधि समाप्त होने के बाद भी प्रवेश कर सकते हैं या बाहर निकल सकते हैं। वहीं, क्लोज एंडेड फंड में एनएफओ की अवधि समाप्त होने के बाद आप प्रवेश नहीं कर सकते हैं। यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पिछले कुछ वर्षों में काफी कम क्लोज एंडेड फंड लॉन्च हुए हैं। इसके अलावा, आप एक वितरक के माध्यम से या सीधे एनएफओ में निवेश कर सकते हैं।
मिरे एसेट म्यूचुअल फंड ने इलेक्ट्रिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस थीम पर लॉन्च किए दो नए फंड ऑफर
भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहे फंड हाउस में शामिल मिरे एसेट म्यूचुअल फंड ने अपने दो नए फंड लॉन्च करने की घोषणा की है। इनमें पहला एनएफओ में मिरे एसेट ग्लोबल इलेक्ट्रिक एंड ऑटोनॉमस व्हीकल्स ईटीएफ फंड ऑफ फंड है। (यह एक ओपेन एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है। यह स्कीम उन विदेशी इक्विटी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेश करती है जो इलेक्ट्रिक और आटोनॉमस यानी स्वायत्त वाहनों और उनसे संबंधित प्रौद्योगिकी, घटकों और सामग्रियों के विकास में शामिल कंपनियों पर आधारित हैं)।
जबकि दूसरा एनएफओ मिरे एसेट ग्लोबल एक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड टेक्नोलॉजी ईटीएफ फंड ऑफ फंड है। (यह एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है, जो ग्लोबल एक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड टेक्नोलॉजी ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करती है) ये दोनों फंड भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग में लॉन्च होने वाले अपने तरह के पहले फंड हैं, जो भविष्य की तकनीक में शामिल कंपनियों पर आधारित हैं।
Ranchi Smart City: स्मार्ट सिटी में निवेश के लिए दिल्ली में इन्वेस्टर्स मीट, निवेशकों को दिए गए ऑफर
656 एकड़ में तैयार हो रहे स्मार्ट सिटी में शिक्षा, स्वास्थ्य, होटल्स जैसी सारी सुविधाओं में निवेश करने के लिए झारखंड सहित देश के अन्य राज्यों के निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है. शुक्रवार को रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की ओर से नई दिल्ली में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया.
रांची: आधुनिक सुविधाओं निवेशकों के लिए ऑफर के साथ रांची के धुर्वा में बन रहे स्मार्ट सिटी में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इन दिनों इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया जा रहा है. 656 एकड़ में तैयार हो रहे स्मार्ट सिटी में शिक्षा, स्वास्थ्य, होटल्स जैसी सारी सुविधाओं में निवेश करने के लिए झारखंड सहित देश के निवेशकों के लिए ऑफर अन्य राज्यों के निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है. 18 फरवरी 2022 को रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की ओर से नई दिल्ली में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया.
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शेयर बायबैक आनुपातिक आधार पर निविदा आधारित होगा. दवा फर्म, जिसे पहले कैडिला हेल्थकेयर के नाम से जाना जाता था, ने स्टॉक एक्सचेंजों पर बोलियों के निपटान की अंतिम तिथि 15 जुलाई, 2022 तय की है जो कि जल्दी भी हो सकती है.निवेशकों के लिए ऑफर
कंपनी ने आगे बताया कि 31 मार्च, 2022 तक कंपनी के नवीनतम ऑडिटेड स्टैंडअलोन और समेकित वित्तीय विवरणों के अनुसार, बायबैक साइज कुल पेड-अप इक्विटी शेयर पूंजी और फ्री रिजर्व के कुल 6.85% और 4.36% का प्रतिनिधित्व करता है.
कंपनी ने 2 जून, 2022 को इक्विटी शेयरधारकों की पात्रता और नाम निर्धारित करने के उद्देश्य से रिकॉर्ड तिथि के रूप में तय किया, जो बायबैक में भाग लेने के लिए पात्र होंगे.
इसमें कहा गया है कि सभी इक्विटी शेयरधारक / इक्विटी शेयरों के लाभकारी मालिक, प्रमोटरों सहित, जो रिकॉर्ड तिथि पर शेयर रखते हैं, उन शेयरधारकों को जिन्हें उपयुक्त अधिकारियों द्वारा लागू कानूनों के तहत विशेष रूप से प्रतिबंधित किया जा सकता है. उनको छोड़कर बायबैक ऑफर में भाग लेने के लिए पात्र होंगे.