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करेंसी मार्किट

करेंसी मार्किट
मार्जिन – एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट में प्रवेश करने से पहले, एक प्रारंभिक मार्जिन आवश्यक होती है जिसे ट्रेडिंग खाते में जमा करने की आवश्यकता होती है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग की जानकारी

Cryptocurrency Book Hindi PDF Download 2022 – Bitcoin Book for Beginners (Latest News)

Cryptocurrency Book in Hindi for Beginners 2021-2022 PDF file is now available to download for free using the direct download link given at the bottom of this page. यहाँ करेंसी मार्किट हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से क्रिप्टो न्यूज़ की पूरी जानकारी देंगे। आज 2022 में क्रिप्टो करेंसी का इतना ज्यादा Trend हो चुका है कि बहुत सारे लोग इसमे Invest कर रहे है। मगर क्या आप जानते है कि Cryptocurrency क्या है और इसमें पैसे इन्वेस्ट कैसे करें? क्या क्रिप्टो में पैसे निवेश करने में जोखिम है? इन सभी सवालों के जवाब आपको Cryptocurrency Book Hindi करेंसी मार्किट PDF Download में मिल जायेंगे। दोस्तों, अगर आप Crypto Currency के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले Bitcoin के बारे में जानना होगा। क्योंकि बिटकॉइन की वजह से ही क्रिप्टो करेंसी प्रचलन में आयी है।

क्या क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना चाहिए या करेंसी मार्किट नहीं?

सबसे पहले यह जान लेते है कि Cryptocurrency एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जो कि computer algorithms पर बनी हुई है। इस टेक्नोलॉजी को Blockchain भी कहा जाता है। यह अपनी तरह की एक यूनिक टेक्नोलॉजी है, जो इसे पूरी तरह से Decentralized बनाती है। इसको हम एक Asset भी बोल सकते है क्योंकि इसकी मदद से आप आसानी से खरीदारी कर सकते हैं। क्रिप्टो करेंसी जैसे Bitcoin, Ethereum, Dogecoin एक Independ Currency है, जिसका किसी तरह का कोई मालिक नही होता है और इस करेंसी को कोई भी इंस्टीटूशन Manipulate या बोले बदलाव नहीं कर सकता है।

गौरतलब है कि वर्ष 2009 में Cryptocurrency की शुरुआत हुई थी, जिसको ‘Bitcoin’ के नाम से जाना जाता है। इस Currency को जापान के एक इंजीनियर जिसका नाम सतोषी नाकमोतो है, उन्होंने बनाया था। बिटकॉइन की लोकप्रियता के कारण मार्किट में कई नयी Crypto Currencies प्रचलन में आयी है। जिसमें आज हर दूसरा व्यक्ति इन्वेस्ट करने की सोच रहा है। मगर हम आपको इसमें इन्वेस्ट करने से पहले क्रिप्टो से सम्बंधित सभी जानकारी प्राप्त करने की सलाह देंगे।

Cryptocurrency Trading Books 2022 PDF

अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरेयम, लाइटकॉइन या अन्य किसी टोकन में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपको सर्वप्रथम इससे सम्बंधित Cryptocurrency Book Hindi/ English जिस भी भाषा में मिले जरूर पढ़ें। नीचे हम आपको crypto currency investment की कुछ बुक्स के नाम बता रहे हैं।

  • Mastering Bitcoin by Andreas M. Antonopoulos
  • Cryptoassets by Chris Burniske and Jack Tatar
  • The Book Of Satoshi by Phil Champagne
  • Cryptocurrency by Abraham K.
  • Bitcoin From Beginner to Expert by Christian Newman
  • Digital Gold by Nathaniel Popper

Types of Cryptocurrencies in Hindi

अगर आपको नही पता कि क्रिप्टो करेंसी आखिर कितने तरह की होती है, तो हम आपको बता दें कि इस समय मार्किट में लाखों Crypto Currencies आ गयी है। इसमें से कई असली होती है और कई नकली (Fake) होती है। इसलिए सोच समझकर ही किसी क्रिप्टो कॉइन या टोकन पर इन्वेस्ट करें।

Cryptocurrency Book in Hindi PDF Download 2022

अगर आप Crypto Currency – Bitcoin White Paper (Hindi Translation) Book को फ्री में डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए लिंक पर सीधे क्लिक करके पीडीएफ फाइल को डाउनलोड कर सकते हैं। आपको बता दें कि Bitcoin क्रिप्टो बाजार का जन्मदाता है। इसलिए अगर आपने एक बार बिटकॉइन को समझ लिए तो आप मार्किट की हर Cryptocurrencies के बारे में जान पाएंगे। बिटकॉइन वाइट पेपर (सातोशी नाकामोतो) का हिंदी अनुवाद पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए लिंक पर सीधे क्लिक करें।

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Best Cryptocurrency Books for Beginners Hindi 2021-22

दोस्तों किसी भी नई जानकारी/ अपडेट के बारे में जानने के लिए Books पढ़ना ही सही माध्यम होता है। अगर बात करें cryptocurrency की तो यह एक जटिल प्रक्रिया है और इसे पूरी तरह से समझना बच्चों का खेल नहीं है। मगर कोई लेखकों ने इस टॉपिक में आसान हिंदी भाषा में बुक प्रकाशित की है। जिसे आप Amazon पर search करके प्राप्त कर सकते हैं। यहाँ आप इन बुक्स को Discount Rates में ऑनलाइन खरीद कर सकते हैं या फिर आप नीचे दिए गए लिंक्स में क्लिक करके Kindle Edition, Audible – Audiobook फ्री पढ़ या सुन सकते हैं।

पाकिस्तान में यहां धड़ल्ले से बिक रहे खतरनाक हथियार, कभी लादेन भी इस मार्केट का था कायल

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लाहौर।पाकिस्तान का ऐसा क्षेत्र सामने आया है जहां खुलेआम हथियार बनाने का कारखाना चल रहा है। यह कारखाना सरकार की नाक नीचे चल है। गौरतलब है कि पाकिस्तान की सेना इसका संरक्षण कर रही है। यहां पर धड़ल्ले से हथियारों को बेचा जा रहा हैै। बताया जाता है कि 1980 के दशक में तालिबान का सरगना ओसामा बिन लादेन के लिए भी यहां की मार्किट बेहद खास थी। वह यहां से भारी मात्रा में हथियारों की खरीद करता था। यहां पर रिवॉल्‍वर, राइफल, स्‍नाइपर राइफल से लेकर एके 47 और रॉकेट लॉन्‍चर तक खुलेआम बिकता है। इसके अलावा यहां पर इटालियन राइफल, रशियन कलाकोव, अमेरिकन म्‍यूजेलाइट, 9एमएम हैंडगन भी आसानी से ले सकते हैं।

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस

जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)

Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.

एक्सचेंज फीस

  • क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
  • फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
  • क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
  • आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती है.

वॉलेट फीस

  • क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
  • क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
    (Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
    (स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें:

हालांकि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग आम लोगों की पहुँच से दूर है इसके अनेकों कारण जैसे इस प्रक्रिया में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। और दूसरा लोग अक्सर इस बारे में भी भ्रमित रहते हैं की भारत में इस तरह का काम करना कानूनी तौर पर सही है या फिर यह अवैध होता है। इसलिए यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को लेकर काफी नियम शर्तें निर्धारित की गई हैं।

इसलिए फॉरेक्स ट्रेडिंग नामक इस प्रक्रिया को सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास किसी SEBI Registered Broker का अकाउंट हो। कहने का आशय यह है की ऐसा करेंसी मार्किट कोई भी व्यक्ति जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहता हो के पास किसी फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ अकाउंट होना अति आवश्यक है।

वर्तमान में कानूनी रूप से फ़ॉरेक्स की अनुमति कुछ भारतीय एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स-एसएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) इत्यादि को है। भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति को किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है। और इसी खाते के माध्यम से व्यक्ति फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है।

सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स :

यद्यपि जैसे की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग यानिकी शेयर मार्किट की तर्ज पर ही कार्य करती है। जहाँ शेयर मार्किट में शेयर करेंसी मार्किट का मूल्य नफा नुकसान तय करता है वही इसमें एक्सचेंज मूल्य। इसलिए यह जरुरी नहीं है की जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करेगा वह लाभ ही प्राप्त करेगा हो सकता है उसे नुकसान भी हो। इसलिए यहाँ नीचे हम कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर रहे हैं जिनका अनुसरण करके सफल फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की जा सकती है।

  • फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की आपको करेंसी मार्किट मार्किट की उचित जानकारी एवं पर्याप्त अनुभव प्राप्त है।
  • यद्यपि फ़ॉरेक्स मार्किट सप्ताह के पांच दिन चौबीस घंटे खुली रहती है लेकिन भारत का बाजार शाम 5 बजे बंद हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को इंट्राडे का चुनाव करना चाहिए।
  • स्कैम इत्यादि से सावधान रहने की आवश्यकता है किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही इस तरह की ट्रेडिंग करें।
  • प्रत्येक ट्रेड के लिए स्टॉप लॉस सेट करें अन्यथा विफल हो सकते हैं।
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग करने की योजना बना लें और हमेशा उसका अनुसरण करें।
  • ट्रेडिंग से हमेशा अपनी भावनाओं को अलग करके रखें क्योंकि भावनाओं में अक्सर मनुष्य अव्यवहारिक निर्णय ले लेता है।
  • ध्यान रहे अपने नुकसान की पूर्ति के लिए ट्रेड न करें बल्कि तभी ट्रेड करें जब आपको लगता है की यह आपके लिए एकदम सही है।

फॉरेक्स मार्केट क्या है? Forex Trading Details hindi

फॉरेक्स (जिसे फॉरेक्स या FX भी कहा जाता है) का मतलब ग्लोबल, ओवर-द-काउंटर मार्केट (OTC) से है जहां ट्रेडर, निवेशक, संस्थान और बैंक, एक्सचेंज सट्टा लगाते हैं, विश्व करेंसियां खरीदते और बेचते हैं।

ट्रेडिंग ‘इंटरबैंक बाजार’ पर किया जाने वाला ऑनलाइन चैनल, जिसके माध्यम से, सप्ताह में पांच दिन चौबीसों घंटे करेंसियां ट्रेड की जाती हैं। फॉरेक्स सबसे बड़े ट्रेडिंग बाजारों में से एक है, ग्लोबल दैनिक ट्रेड 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग मार्केट कैसे काम करती है

शेयरों या वस्तुओं के विपरीत Forex Trading एक्सचेंजों पर नहीं बल्कि सीधे Two Parties के बीच एक ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में होता है। विदेशी मुद्रा बाजार बैंकों करेंसी मार्किट के वैश्विक नेटवर्क द्वारा चलाया जाता है, जो अलग-अलग समय क्षेत्रों में चार प्रमुख Forex Trading केंद्रों में फैला हुआ है: लंदन, न्यूयॉर्क, सिडनी और टोक्यो। क्योंकि कोई केंद्रीय स्थान नहीं है, आप 24 घंटे विदेशी मुद्रा व्यापार कर सकते हैं।

स्पॉट फॉरेक्स मार्केट: एक मुद्रा जोड़ी का भौतिक आदान-प्रदान, जो व्यापार के ठीक उसी बिंदु पर होता है – यानी ‘मौके पर’ – या थोड़े समय के भीतर

फॉरवर्ड फॉरेक्स मार्केट: एक अनुबंध एक निर्दिष्ट मूल्य पर एक मुद्रा की एक निर्धारित राशि को खरीदने या बेचने के लिए सहमत है, भविष्य में एक निर्धारित तिथि पर या भविष्य की तारीखों की एक सीमा के भीतर तय किया जाएगा।

फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए जरुरी टर्म्स

भारत में करेंसी ट्रेड से संबंधित कुछ विशिष्ट शब्द इस प्रकार हैं:

स्पॉट प्राइस और फ्यूचर्स प्राइस – स्पॉट प्राइस वह कीमत है जिस पर एक करेंसी पेयर वर्तमान में मार्केट में ट्रेड कर रही है। फ्यूचर प्राइस वह मूल्य है जिस पर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट मार्केट में ट्रेड करता है।

लॉट साइज – करेंसी ट्रेडिंग बहुत सारे पेयर्स में किया जाता है और विभिन्न पेयर्स के लिए लॉट साइज तय किया गया है। USD / INR, GBP / INR, EUR / INR के लिए, यह 1000 है और JPY / INR के लिए, यह 10000 है।

कॉन्ट्रैक्ट साइकल – एक महीने, दो महीने, तीन महीने से बारहवें महीने तक की करेंसी के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के लिए अलग-अलग एक्सपायरी साइकल हैं।

एक्सपायरी डेट – इसमें एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति तिथि निर्दिष्ट है। यह कॉन्ट्रैक्ट महीने का अंतिम कार्य दिवस (शनिवार को छोड़कर) है। कॉन्ट्रैक्ट के ट्रेडिंग के लिए अंतिम दिन अंतिम सेटलमेंट की तारीख या मूल्य की तारीख से दो दिन पहले होगा।

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