शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है

जब आप किसी बैंक के पास अपना ट्रेडिंग और Demat अकाउंट खोलते है, तो Normally उस बैंक में आपका Saving Account चाहिए होता है, और कुछ बैंक अपने ग्राहकों को 3 In One अकाउंट की सुविधा भी देते है, जिसमे Saving अकाउंट के साथ Demat और Trading Account भी खोल दिया जाता है,
राकेश झुनझुनवाला इन 3 वजहों से बेचते हैं कोई शेयर, जानें अभी कौन-कौन से शेयर हैं उनके पास
शेयर मार्केट के ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला (Big Bull Rakesh Jhunjhunwala) हमेशा कैसे बाजार को लेकर इतने ‘बुलिश’ रहते हैं. कैसे उनके पास मौजूद शेयरों ने उन्हें एक दिन में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है कमाई दी है और अभी उनके पास कौन-कौन सी कंपनियों के शेयर हैं, इन सबके बारे में उन्होंने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में खुलकर बातें की.
हाल में राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. उनके पास Tata Group की दो कंपनियों Tata Motors और Titan के शेयर थे. बीते सप्ताह इन दोनों के शेयर ने जबरदस्त बढ़त हासिल की और इनके शेयरों से ‘बिग बुल’ ने एक ही दिन में 1,125 करोड़ रुपये की कमाई की. टाइटन, टाटा समूह की दूसरी ऐसी कंपनी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा है.
US Stocks: अमेरिकी स्टॉक मार्केट में करना है इंवेस्टमेंट? इन तरीकों से झट से खरीद पाएंगे शेयर
Share Price: करीब एक साल से अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज Nasdaq में गिरावट देखने को मिल रही है. Nasdaq का 52 वीक हाई और ऑल टाइम हाई 16212.23 है. हालांकि एक साल की गिरावट के बाद से Nasdaq अब 11146 के स्तर पर आ चुका है.
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STOCK BROKER KYA HOTA HAI?
हम अपने स्टॉक मार्केट को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से आर्डर देते है की हमें कौन सा शेयर कितनी मात्र में खरीदना और कौन सा शेयर कब बेचना है, और स्टॉक ब्रोकर हमारे सभी खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक मार्केट में कम्पलीट कराने का काम करता है, और इसके बदले वो हमसे जो फीस लेता है उसे ब्रोकरेज कहते है.
आजकल शेयर्स की खरीद और बिक्री पूरी तरह से इन्टरनेट की मदद से होता है, और जैसे ही हम अपने ब्रोकर के पास कोई स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देते है,ब्रोकर अगले सेकंड ही उस आर्डर को स्टॉक मार्केट तक पंहुचा देता है, और स्टॉक मार्केट हमारे आर्डर को किसी दुसरे काउंटर आर्डर से मैच करके हमारा आर्डर कम्पलीट कर देता है, ये सब कुछ बहुत फ़ास्ट तरीके से होते है,
STOCK खरीदने और बेचने का आर्डर STOCK BROKER को किस तरह से दिया जाता है?
स्टॉक ब्रोकर को स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देने के लिए स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा के अनुसार हम आर्डर दे सकते है, जैसे-
- स्टॉक ब्रोकर को फ़ोन करके
- स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली TRADING ACCOUNT में इन्टरनेट की मदद से LOG IN करके,
- स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल APPLICATION आधारित ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से,
यहाँ इस बात को ध्यान में रखना जरुरी है कि आज हम सभी इन्टरनेट का इस्तेमाल मोबइल से ही ज्यादा करते है, और मोबाइल हर वक्त हमारे पास होता है,
इसलिए हमें शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है ब्रोकर के पास अपना अकाउंट ओपन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल ट्रेडिंग एप्लीकेशन सही तरह से काम करने वाला और उसका USER INTERFACE भी बिलकुल आसन हो,
TYPE OF STOCK BROKER
स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सर्विस के आधार पर, भारत में MAINLY तीन तरह के स्टॉक ब्रोकर है,
- FULL SERVICE STOCK BROKER
- DISCOUNT BROKER
आइये अब इन तीनो के बारे मे थोड़ी डिटेल्स में बात करते है-
FULL SERVICE STOCK BROKER
फुल सर्विस ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को काफी सारी सर्विस देते है, फुल सर्विस देने के कारण इनका ब्रोकरेज फीस भी काफी ज्यादा होता है,
फुल सर्विस ब्रोकर में सबसे ज्यादा POPULAR कुछ स्टॉक ब्रोकर है – ICICI DIRECT, SHERKHAN, और ANGEL BROKING,
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर के द्वारा दी जाने वाली कुछ मुख्य सर्विस, जैसे –
- स्टॉक एडवाइजरी सर्विस- (कौन सा शेयर कब ख़रीदे और कब बेचे ),
- स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा ,
- फ़ोन पे ट्रेड की सुविधा,
- IPO से शेयर खरीदने की सुविधा
- PORTFOLIO MANAGEMENT की सुविधा,
Stock Broker Meaning in Hindi | स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?
एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज जैसे NSE यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और BSE यानि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य होता है।
कोई भी स्टॉक ब्रोकर अपने client यानि कोई निवेशक या ट्रेडर तथा स्टॉक एक्सचेंज के बिच की कड़ी की तरह होता है।
वह निवेशक और ट्रेडर को स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदने और बेचने की पूरी व्यवस्था करता है।
Stock Broker kya hai और का उसका काम क्या शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है है ?
शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी व्यक्ति को ट्रेडिंग और डीमैट खाता खुलवाने की जरुरत होती है।
एक शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है ब्रोकर यह दोनों खाते खोल कर निवेश और ट्रेडिंग करने की सुविधा देता है।
कई Banks जैसे SBI और HDFC भी एक ब्रोकर की तरह रजिस्टर्ड होते है।
ऐसी बैंक आपको Bank Account, Demat Account और Trading Account शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है तीनो खाते एक साथ खुलवाने की सुविधा देती है।
नई टेक्नोलॉजी की वजह से अब सभी ब्रोकर अपने client को सीधा खरीद और बिक्री का प्लेटफॉर्म देती है।
स्टॉक ब्रोकर के प्रकार (Types of StockBroker) :
स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा और ब्रोकरेज लेने के अनुसार उसके दो प्रकार है।
1) Full Service या Regular Broker :
इस प्रकार के ब्रोकर पुराने तरह के ब्रोकर है। Meaning of StockBroker
यह ब्रोकर खरीद बिक्री की सुविधा के साथ साथ निवेशको और ट्रेडरो को और भी बहुत सी सेवाए देते है।
- निवेश या ट्रेडिंग की सलाह देना , Stock Broker kya hai
- IPO भरने की सुविधा और उसके बारे में सलाह देना ,
- शेयर बाजार के संबंध में आने वाली खबरों के बारे में अवगत करवाना ,
- कॉल कर के शेयर की खरीद-बिक्री का ऑर्डर देने की सुविधा देना ,
- कि जाने वाली खरीद बिक्री के Contract Note की कॉपी देना।
और भी बहुत सुविधाए देता है। Stock Broker kya hai
अब हम देखेंगे कि शेयर होल्डर लाभ कैसे कमाते हैं।
किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है के लिए कोई अधिकतम सीमा नहीं होती है। कोई भी निवेशक अपनी क्षमता के अनुसार शेयर खरीद सकता है और लाभ कमा सकता है। शेयर मार्केट में निवेश कि कोई न्यूनतम या अधिकतम सीमा नहीं है। शेयर मार्केट में निवेश ₹500 से भी शुरू किया जा सकता है और यह निवेश करोड़ों में भी जा सकता है।
अब हम देखेंगे कि वे निवेशक जो किसी कंपनी के शेयर का एक छोटा सा हिस्सा खरीदते हैं वे इससे कैसे लाभ उठाते हैं।
इसके लिए उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि किसी कंपनी के प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹10 है। इस कंपनी ने फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर के हिसाब से 50,000 शेयर ₹500000 के लिए जारी किए हैं। किसी निवेशक ने इसी कंपनी के फेस वैल्यू ₹10 प्रति शेयर के हिसाब से 2000 शेयर खरीदे हैं।
मान लीजिए कि अगले 1 महीने में कंपनी अच्छा लाभ अर्जित करती है। उस स्थिति में कंपनी के शेयर की मार्केट वैल्यू, शेयर की फेस वैल्यू से बढ़ जाती है। मान लीजिए कि कंपनी के शेयर की मार्केट वैल्यू ₹15 प्रति शेयर है। इस प्रकार निवेशक को प्रत्येक शेयर बेचने पर ₹5 का लाभ (मार्केट वैल्यू-फेस वैल्यू) होगा।