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ब्रोकरेज क्या होता है

ब्रोकरेज क्या होता है
Broker Meaning in Hindi

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है Stock broker meaning in hindi

stock broker meaning in hindi शेयर मार्किट में शेयर खरीदने और बेचने के लिए सेवाए प्रदान करने वाले व्यक्ति, संस्थाए या फर्म को स्टॉक ब्रोकर कहते है| ये व्यक्ति संस्थाए, या फर्म इसके लिए शुल्क वसूल करती है जिसे ब्रोकरेज कहा जाता है| ब्रोकर की रोजी रोटी ब्रोकरेज मतलब दलाली से चलती है|ब्रोकर क्या होता है और ब्रोकर किस प्रकार की सेवाए प्रदान करता है इनके बारे में हम विस्तार से जानने वाले है|

stock broker meaning in hindi आर्टिकल में आप जानेंगे की जब आप शेयर को खरीदने और बेचने के लिए कोई आर्डर प्लेस करते है तो वो शेयर मार्किट के पास पंहुचाने का काम कौन करता है| आपको शेयर खरीदने हो या म्यूच्यूअल फंड्स आपको ब्रोकर की जरुरत पड़ेगी| वो चाहे व्यक्ति हो संस्था हो या कोई फर्म हो.

आसान शब्दों में कहे तो आप के सौदों को शेयर मार्किट तक पंहुचाने का कार्य स्टॉक ब्रोकर करते है. stock broker in hindi आर्टिकल में अब हम डिटेल में जानते है|

stock broker meaning in hindi (स्टॉक ब्रोकर क्या होता है)

Table of Contents

शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के लिए स्टॉक ब्रोकर एक माध्यम होता है| आप शेयर मार्किट से डायरेक्ट शेयर खरीद नहीं सकते| शेयर मार्किट से शेयर खरीदने के लिए आपके पास Demat Account और Trading Account होना चाहिए| डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने का काम ब्रोकर करते है| ये ब्रोकर NSDL और CDSL से जुड़े DP के साथ कनेक्टेड होते है|

शेयर मार्केट ब्रोकरेज क्या होता है जब आप शेयर खरीदने और बेचने के लिए आर्डर प्लेस करते है तो ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये ये ब्रोकर के पास जाता है और ब्रोकर के थ्रू ये आर्डर शेयर मार्किट के सर्वर पर पंहुचता है| आपके आर्डर को शेयर मार्किट तक पंहुचाने का काम ये ब्रोकर करते है|

ब्रोकर शेयर मार्किट की रीढ़ की हड्डी के ब्रोकरेज क्या होता है समान है इनके बिना शेयर मार्किट को चलाना कठिन है| दुसरे शब्दों में कहे तो शेयर मार्किट के विकास में ब्रोकर्स का बड़ा योगदान है.

stock broker in hindi- ब्रोकर के प्रकार- Types of Broker

शेयर मार्किट में अलग अलग सेवाए प्रदान करने के आधार पर ब्रोकर के दो प्रकार होते है १. फुल टाइम ब्रोकर और २. डिस्काउंट ब्रोकर| अब हम फुल टाइम और डिस्काउंट ब्रोकर में क्या तफावत होता है इसके बारे में जानकारी देता हु.

फुल टाइम ब्रोकर:

फुल टाइम ब्रोकर शेयर मार्किट से जुडी सारी सेवाए प्रदान करते है| जैसे की डीमैट अकाउंट ओपन करना, ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना, शेयर मार्किट रिसर्च प्रदान करना आदि|

फुल टाइम ब्रोकर अपने कस्टमर को लगभग सारी सेवाए प्रदान करते है जो शेयर मार्किट के काम काज से जुडी हो| फुल टाइम ब्रोकर स्टॉक एडवायजरी सर्विस देते है जिनमे वो टेक्नीकल और फंडामेंटल मजबूत शेयर चुनके अपने कस्टमर को उन शेयर्स में निवेश करने की रणनीतिया साजा करते है|

शेयर खरीदी और बिकवाली का आर्डर तो ये लोग प्लेस करते ही है लेकिन निवेशक को किन शेयर्स में इन्वेस्ट करना चाहिए, कितनी समय अवधि के लिए इन्वेस्ट करना चाहिए और शेयर कब बेच देने चाहिए ये सारी सलाह ये ब्रोकर देते है|

IPO में निवेश करने और उससे जुडी सारी जानकारी और विश्लेषण ये अपने कस्टमर को पंहुचाते है| मार्जिन मनी की सुविधा भी ये ब्रोकर देते है| कई सारी सेवाए देने के कारण फुल टाइम ब्रोकर की ब्रोकरेज भी ज्यादा होती है|ये ब्रोकर मोबाइल एप पर भी कई फीचर कस्टमर को देते है| फुल टाइम ब्रोकर की हेल्पलाइन सर्विस भी बहुत अच्छी होती है|

Discount broker-डिस्काउंट ब्रोकर

डिस्काउंट ब्रोकर और फुल टाइम ब्रोकर में अंतर ये होता है की फुल टाइम ब्रोकर अपने रिसर्च और स्टॉक एडवायजरी अपने निवेशको तक पंहुचाते है|जब की डिस्काउंट ब्रोकर सिर्फ आपके शेयर की खरीदी और बिकवाली के आर्डर स्टॉक मार्किट तक पंहुचाने का काम करते है|

डिस्काउंट ब्रोकर की फीस फुल टाइम ब्रोकर के हिसाब से बहुत कम होती है| डिस्काउंट ब्रोकर किसी भी प्रकार की सलाह निवेशको नहीं देते है| किसी भी ब्रोकरेज क्या होता है स्टॉक रिसर्च के बारे में कोई इन्फोरमेशन कस्टमर तक नहीं पंहुचाते है|

डिस्काउंट ब्रोकर सिर्फ आपके सौदों को मार्किट तक पंहुचाने का कार्य करते है, जिनके कारण ये ब्रोकर की ब्रोकरेज बहुत कम होती है जिनका फायदा कस्टमर्स को मिलता है.डिस्काउंट ब्रोकर की सबसे बड़ी विशेषता ये होती है की इनका सारा काम ऑनलाइन होता है. डीमैट अकाउंट ओपन करने से लेकर सारी प्रोसेस ऑनलाइन होती है. Zerodha भारत के प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकर में से एक है.

फुल टाइम ब्रोकर और डिस्काउंट ब्रोकर लिस्ट

निष्कर्ष:

ब्रोकर क्या होता है और शेयर मार्किट में ब्रोकर का कितना योगदान होता है इन की जानकारी आप को मिल चुकी होगी| stock broker meaning in hindi आर्टिकल में आपको ये भी पता चल गया होगा की फुल टाइम ब्रोकर और डिस्काउंट ब्रोकर में क्या तफावत होता है|

आपको अब ये भी जानकारी मिल चुकी है की ये सारे ब्रोकर NSDL और CDSL से जुड़े DP (Depository Participant) के साथ कनेक्टेड होते है. टेक्निकल एनालिसिस और शेयर मार्किट से जुड़े अपडेट पाने के लिए हिन्दिसफ़र.नेट वेबसाइट को जरुर विजिट करे. धन्यवाद

Cryptocurrency : क्या होता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, इसपर ट्रेडिंग के लिए कैसे खोलते हैं अकाउंट? जानें सबकुछ

Cryptocurrency Exchange क्रिप्टो इकोसिस्टम का बहुत ही अहम हिस्सा है. भारत में भी बहुत से क्रिप्टो एक्सचेंज काम करते हैं, हम आपको बता रहे हैं कि ये कैसे काम करते हैं और इनके साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोला जा सकता है.

Cryptocurrency : क्या होता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, इसपर ट्रेडिंग के लिए कैसे खोलते हैं अकाउंट? जानें सबकुछ

Cryptocurrency Exchange : क्रिप्टो एक्सचेंज किसी ब्रोकरेज फर्म की तरह होते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) ने पिछले कुछ सालों में जबरदस्त तेजी से सुर्खियां हासिल की हैं, यहां तक कि जो लोग वर्चुअल करेंसी के कॉन्सेप्ट को लेकर नाक-भौं सिकोड़ते हैं, वो भी एक बार इसे देखे-जाने बिना नहीं रह पा रहे. सबसे बड़ी बात कि बहुत कम देश ऐसे हैं, जहां पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो को उतनी पॉपुलैरिटी और ग्रोथ मिली है, जितनी इसे भारत में मिली (Cryptocurrency in India) है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टो को लेकर 'चिंताएं जताई थीं', लेकिन इसके बावजूद देश में क्रिप्टो का बाजार बड़ा ही हुआ है, खासकर पिछले एक साल में. लेकिन, लेकिन. हमें इसकी ग्रोथ और स्पीड को देखकर ही निवेश करना नहीं शुरू कर देना चाहिए, हमें इस बाजार के हर पहलू को समझना चाहिए. और इसी क्रम में हम इस लेख में आपको क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) के बारे में बता रहे हैं, जो कि क्रिप्टो इकोसिस्टम का एक बहुत ही अहम हिस्सा है.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?

यह भी पढ़ें

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग होती है. ट्रेडिंग में क्रिप्टो को दूसरे किसी असेट (यानी या तो कोई दूसरा क्रिप्टो कॉइन या टोकन, या फिर फ्लैट करेंसी यानी रुपया, डॉलर वगैरह) की खरीद-बिक्री के लिए इस्तेमाल किया जाता है. क्रिप्टो एक्सचेंज खरीददार और विक्रेता के बीच में इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ की तरह काम करते हैं. इनकी आय के स्रोत कमीशन और ट्रांजैक्शन फीस होती हैं.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज काम कैसे करता है?

एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज किसी ब्रोकरेज फर्म की तरह काम करता है, यानी यह बायर और सेलर के बीच का माध्यम होता है. किसी एक्सचेंज के हिसाब से निवेशक पेमेंट के किसी भी माध्यम जैसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, कार्ड ट्रांजैक्शन, यूपीआई वगैरह से इसपर अपना पैसा डिपॉजिट कर सकते हैं, जिसे वहां से क्रिप्टो कॉइन या टोकन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह सुविधा उपलब्ध कराने के बदले निवेशक को क्रिप्टो एक्सचेंज को एक फीस देनी होती है.

bitcoin

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलते हैं?

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के लिए ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बहुत आसान है. लेकिन, ऐसा प्लेटफॉर्म ढूंढने के लिए, जो आपको बेसिक सुविधाएं तो दे ही, कुछ दूसरे बेनेफिट्स भी दे, इसके लिए आपको थोड़ी रिसर्च करनी पड़ेगी. मान लीजिए आप देश के पॉपुलर एक्सचेंज WazirX के साथ अपना अकाउंट खोलना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको ये स्टेप फॉलो करने होंगे-

- अपने स्मार्टफोन में WazirX ऐप डाउनलोड करिए और इसकी वेबसाइट पर जाकर साइन अप करिए.
- साइन अप के लिए अपनी एक ईमेल आईडी डालिए और एक पासवर्ड सेट करिए.
- आपको इस ईमेल आईडी पर एक ईमेल आएगा, वहां जाइए, उसमें आपको Verify Email का ऑप्शन आएगा, जिसपर क्लिक करिए.
- इसके बाद आपके सामने चेकबॉक्स होगा, जिसपर क्लिक करने से पहले जरूरी है कि आप सभी टर्म्स एंड कंडीशन पढ़ लें. फिर चेकबॉक्स पर क्लिक करें.

लेकिन आपको ट्रेडिंग शुरू करने से पहले एक KYC (Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रोसेस से गुजरना होगा, जोकि अलग-अलग एक्सचेंज पर अलग-अलग हो सकता है.

क्रिप्टो एक्सचेंज क्या-क्या सुविधाएं देते हैं?

भारत में WazirX, CoinDCX, Binance और Unocoin जैसे एक्सचेंज सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं और इस्तेमाल किए जाते हैं. उदाहरण के लिए WazirX पर निवेशक क्रिप्टो कॉइन्स की आसानी से बाइंग, सेलिंग और ट्रेडिंग कर सकते हैं. WazirX निवेशकों को P2P (Peer-to-Peer) नेटवर्किंग की सुविधा भी देता है, जिसमें निवेशक सीधे दूसरे निवेशक के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं, इसमें उन्हें किसी थर्ड पार्टी और मध्यस्थ की जरूरत नहीं पड़ती है. सबसे दिलचस्प बात कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर क्रिप्टो को फ्लैट करेंसी यानी रुपया, डॉलर जैसी ट्रेडिशनल करेंसी में भी कन्वर्ट करा सकते हैं, जोकि कन्वर्जन के बाद निवेशक के सोर्स अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है.

Broker Meaning in Hindi

Who is Broker meaning in Hindi ब्रोकर किसे कहते हैं और इनके क्या कार्य होते हैं। स्टॉक ब्रोकर कौन होते हैं और इन्हें कौन नियुक्त करता है। शेयर बाजार में ब्रोकर की क्या भूमिका होती है। इनका रेगुलेटर कौन है और इनकी शिकायत कहां की जा सकती है। यह सब समझेंगे आसान भाषा में। कैसे खोज सकते हैं BSE और NSE के लिये ब्रोकर। साथ ब्रोकरेज क्या होता है ही Broker meaning in Hindi में समझेंगे किस तरह आप भी ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। शेयर मार्केट के सभी पहलुओं को समझने के लिये शेयर मार्केट इन हिंदी पढ़िये हमारी साइट पर।

Broker Meaning in Hindi

Broker Meaning in Hindi

Broker Meaning in Hindi

Broker यानी ब्रोकर को हिंदी में दलाल या बिचौलिया भी कहते हैं। ब्रोकर कोई व्यक्ति या फर्म हो सकती है जो निवेशक द्वारा जमा किए गए ऑर्डर को खरीदने और बेचने के लिए शुल्क या कमीशन लेता है। एक ब्रोकर एक फर्म की भूमिका को भी संदर्भित करता है जब यह किसी ग्राहक के लिए एजेंट के रूप में कार्य करती है और ग्राहक से अपनी सेवाओं के लिए कमीशन लेती है। किसी भी एक्सचेंज में व्यक्तिगत ब्रोकर और कॉर्पोरेट ब्रोकर हो सकते हैं।

Stock Broker किसे कहते हैं

Stock Broker अपने स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं और स्टॉक एक्सचेंज का सारा व्यापार इन्हीं के जारिये होता है। स्टॉक एक्सचेंज में व्यक्तिगत सदस्यता और कॉर्पोरेट सदस्यता ली जा सकती है। बड़े और फुल सर्विस ब्रोकर मार्केट रिसर्च करते हैं और अपने क्लाईँट के लिये इन्वेस्टमेँट एडवाइजर का काम भी करते हैं।

Broker Meaning in Hindi – ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए भी चाहिए

पहले शेयर बाजार में निवेश करना केवल बड़े शहरों तक ही सीमित था। ऑनलाइन ट्रेडिंग ने इसकी पहुंच हर जगह बना ली है। इन ब्रोकरों के कारण लगभग कोई भी शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। ब्रोकर के पास अपना खाता खोल कर कोई भी इनके द्वारा प्रदान किये गये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खुद भी ट्रेडिंग कर सकता है। इसके लिये आपको डीमैट खाते की जरूरत होती है। कई ब्रोकिंग हाउस जो बैंकों से जुड़े हैं वे थ्री इन वन खाते की सुविधा देते हैं जिसमें ट्रेडिंग खाता, डीमैट खाता और सेविंग खाता एक ही जगह खोल सकते हैं। भारत में कुछ बड़े स्टॉक ब्रोकर हैं शेयरखान, एक्सिस सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज, एंजल ब्रोकिंग ओर मोतीलाल ओसवाल। यहां पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।

Broker एक्सचेंज के नियमों के अधीन होते हैं

स्टॉक Broker किसी ना किसी सटॉक एक्सचेंज के सदस्य होते हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर आप यहां खोज सकते हैं और बंबई स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य यहां खोज सकते हैं। BSE और NSE के Broker अपने एक्सचेंज ब्रोकरेज क्या होता है के नियमों के अनुसार काम करते हैं और एक्सचेंज इन पर कड़ी निगरानी रखते हैं। इनके अलावा सेबी स्टॉक ब्रोकरों के रेगुलेटर के रूप में कार्य करती है। एक्सचेंज के ट्रेडिंग सदस्यों को एक्सचेंज के नियम, विनियम और उपनियमों और एक्सचेंज में निर्धारित अन्य आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक होता है।

महत्व

जिस प्रकार शेयर बाजार का महत्व है उसी प्रकार स्टॉक एक्सचेंज के सदस्यों का भी महत्व है स्टॉक एक्सचेंज को सुचारू रूप से चलाने के लिये। Broker यहां के स्तंभ के रुप में कार्य करते हैं और अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाते हैं। This was information about Broker and his work in Hindi. आशा है कि में आपको स्पष्ट हो गया होगा कि ब्रोकर किसे कहते हैं और कैसे ये किसी एक्सचेंज के महत्वपूर्ण प्रतिभागी होते हैं।

STOCK BROKER KYA HOTA HAI?

Zerodha

हम अपने स्टॉक मार्केट को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग ब्रोकरेज क्या होता है अकाउंट की मदद से आर्डर देते है की हमें कौन सा शेयर कितनी मात्र में खरीदना और कौन सा शेयर कब बेचना है, और स्टॉक ब्रोकर हमारे सभी खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक मार्केट में कम्पलीट कराने का काम करता है, और इसके बदले वो हमसे जो फीस लेता है उसे ब्रोकरेज कहते है.

आजकल शेयर्स की खरीद और बिक्री पूरी तरह से इन्टरनेट की मदद से होता है, और जैसे ही हम अपने ब्रोकर के पास कोई स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देते है,ब्रोकर अगले सेकंड ही उस आर्डर को स्टॉक मार्केट तक पंहुचा देता है, और स्टॉक मार्केट हमारे आर्डर को किसी दुसरे काउंटर आर्डर ब्रोकरेज क्या होता है से मैच करके हमारा आर्डर कम्पलीट कर देता है, ये सब कुछ बहुत फ़ास्ट तरीके से होते है,

STOCK खरीदने और बेचने का आर्डर STOCK BROKER को किस तरह से दिया जाता है?

स्टॉक ब्रोकर को स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देने के लिए स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा के अनुसार हम आर्डर दे सकते है, जैसे-

  1. स्टॉक ब्रोकर को फ़ोन करके
  2. स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली TRADING ACCOUNT में इन्टरनेट की मदद से LOG IN करके,
  3. स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल APPLICATION आधारित ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से,

यहाँ इस बात को ध्यान में रखना जरुरी है कि आज हम सभी इन्टरनेट का इस्तेमाल मोबइल से ही ज्यादा करते है, और मोबाइल हर वक्त हमारे पास होता है,

इसलिए हमें ब्रोकर के पास अपना अकाउंट ओपन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल ट्रेडिंग एप्लीकेशन सही तरह से काम करने वाला और उसका USER INTERFACE भी बिलकुल आसन हो,

जिस ब्रोकरेज क्या होता है से हम आसानी से आर्डर PLACE कर सके,और अपने इन्वेस्टमेंट पे हमेशा नजर रख सके,

TYPE OF STOCK BROKER

स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सर्विस के आधार पर, भारत में MAINLY तीन तरह के स्टॉक ब्रोकर है,

  1. FULL SERVICE STOCK BROKER
  2. DISCOUNT BROKER

आइये अब इन तीनो के बारे मे थोड़ी डिटेल्स में बात करते है-

FULL SERVICE STOCK BROKER

फुल सर्विस ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को काफी सारी सर्विस देते है, फुल सर्विस देने के कारण इनका ब्रोकरेज फीस भी काफी ज्यादा होता है,

फुल सर्विस ब्रोकर में सबसे ज्यादा POPULAR कुछ स्टॉक ब्रोकर है – ICICI DIRECT, SHERKHAN, और ANGEL BROKING,

फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर के द्वारा दी जाने वाली कुछ मुख्य सर्विस, जैसे –

  1. स्टॉक एडवाइजरी सर्विस- (कौन सा शेयर कब ख़रीदे और कब बेचे ),
  2. स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा ,
  3. फ़ोन पे ट्रेड की सुविधा,
  4. IPO से शेयर खरीदने की सुविधा
  5. PORTFOLIO MANAGEMENT की सुविधा,

DISCOUNT STOCK BROKER

DISCOUNT स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को काफी कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सेवा देते है,

डिस्काउंट ब्रोकर का ज्यादा FOCUS अपने CUSTOMERS को TECHNOLOGY के इस्तेमाल से बेहतर से बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफोर्म बिलकुल कम ब्रोकरेज के साथ देना होता है,

DISCOUNT स्टॉक ब्रोकर में सबसे ज्यादा POPULAR कुछ स्टॉक ब्रोकर है – ZERODHA, 5paisa, और RKSV,

DISCOUNT BROKER इसलिए कम फ़ीस लेते है, क्योकि वो किसी तरह का STOCK ADVISORY और RESEARCH सर्विस नहीं देते है, और उनके ऑफिस भी बहुत कम होते है, उनका सारा काम ऑनलाइन होता है,

यहाँ तक कि ACCOUNT ओपन करने का काम भी ONLINE ही होता है

स्टॉक ब्रोकर के पास कौन सा Account ओपन किया जाता है?

Stock Broker के पास नॉर्मली दो account खोला जाता है –

  1. Trading Account
  2. Demat Acconnt

जब आप किसी बैंक के पास अपना ट्रेडिंग और Demat अकाउंट खोलते है, तो Normally उस बैंक में आपका Saving Account चाहिए होता है, और कुछ बैंक अपने ग्राहकों को 3 In One अकाउंट की सुविधा भी देते है, जिसमे Saving अकाउंट के साथ Demat और Trading Account भी खोल दिया जाता है,

कुछ प्रमुख इंडियन TOP STOCK BROKE LIST
TYPE OF SERVICE Broker Name Number of Clients
FULL ICICI SECURITIES LTD 5,91,504
FULL HDFC SECURITIES LTD 4,68,844
FULL SHAREKHAN LTD 3,50,509
FULL KOTAK SECURITIES LTD 2,57,563
FULL AXIS SECURITIES LTD 2,36,534
FULL INDIA INFOLINE LTD 2,22,348
FULL ANGEL BROKING PVT LTD 2,08,545
FULL MOTILAL OSWAL SECURITIES LTD 1,92,095
FULL KARVY STOCK BROKING LTD 1,74,690
FULL GEOJIT BNP PARIBAS FINANCIAL

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