निवेश करने का कौन सा तरीका?

मैं म्यूचुअल फंड्स में सीधे निवेश कैसे कर सकता हूँ?
अगर आपका KYC पूरा हो चुका है तो आप म्यूचुअल फंड में सीधे ऑफलाइन या ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करने में असहज महसूस करते हैं, तो आप नज़दीकी शाखा में जाकर फंड में निवेश कर सकते हैं।
ऑनलाइन म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सीधे निवेश करने का सबसे आसान तरीका है और आपको कमीशन भी नहीं देना पड़ता। आप फंड की वेबसाइट या उसके RTA की साइट या फिर फिनटेक प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। फंड की वेबसाइट पर सीधे निवेश करने पर आपको कई लॉगिन मैनेज करने पड़ते हैं।
डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का मतलब है कि आप फिनांशियल प्लान बनाने, अपने गोल के लिए सबसे सही फंड्स को चुनने, अपने पोर्टफोलियो को नियमित तौर पर मैनेज करने और ज़रूरत पड़ने पर उसमें फेरबदल करने की ज़िम्मेदारी लेते हैं। हर किसी को म्यूचुअल फंड में सही फंड चुनना और पोर्टफोलियो को मैनेज करना नहीं आता है। इसलिए डायरेक्ट प्लान उन निवेशकों के लिए है जो इसे आसानी से कर सकते हैं। अन्यथा, म्युचुअल फंड के बारे में कम जानकार लोगों को डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा निवेश करने की सलाह दी जाती है।
Investment Tips: अमीर बनने के लिए यहां करना होता है निवेश, बेहतरीन रिटर्न के साथ टैक्स में मिलती है छूट!
अगर आप भी अपनी मेहनत की कमाई को निवेश कर बेहतर रिटर्न पाने के लिए प्लानिंग कर रहे हैं तो ये खबर आप ही के लिए है. आज हम आपको 7 ऐसे तरीके बताएंगे जहां आप लॉन्ग या शॉर्ट टर्म के लिए इनवेस्ट कर सकते हैं.
- आम आदमी भी यहां इन्वेस्ट कर बेहतर रिटर्न पा सकते हैं
- गोल्ड और पोस्ट ऑफिस में निवेश है रिस्क फ्री
- म्यूचुअल फंड या शेयर में निवेश से रातोंरात बन सकते हैं लखपति
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नई दिल्ली: अगर आप भी अपने पैसों को अलग-अलग जगह इन्वेस्ट कर जल्दी अमीर बनने का सपना देख रहे हैं तो ये खबर आप ही के लिए है. आज हम आपको उन तरीकों के बारे में बताएंगे जहां निवेश करने से आपका अमीर बनने का सपना पूरा हो जाएगा. इससे न सिर्फ आपको बेहतर रिटर्न मिलेगा बल्कि टैक्स भी छूट मिलेगी. चलिए जानते हैं क्या हैं वो तरीके.
म्यूचुअल फंड में निवेश
SBI Mutual Fund देश की सबसे बड़ी म्यूचुअल फंड कंपनी है. ये करीब 100 से ज्यादा म्चूचुअल फंड स्कीमें चलाती है. इन दिनों लोग बड़ी तादाद में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एंट्री कर रहे हैं. इसके जरिए आप सिर्फ शेयर बाजार में ही नहीं, बल्कि डेट, गोल्ड और कमोडिटी में भी पैसे लगाए जा सकते हैं. अगर आपको पांच, सात या दस साल या इससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करना है, तो उसके लिए दूसरे म्यूचुअल फंड होंगे. अगर आप छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आप डेट फंड या लिक्विड फंड चुन सकते हैं. लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड सही रहेंगे.
Gold में भी करें इन्वेस्टमेंट
भारत में निवेश के लिए सोना (Gold) एक भरोसेमंद विकल्प होता है. सालों से लोग अपनी बचत को सोने में निवेश करते हैं. सोने में निवेश करने वाले पेपर गोल्ड, गोल्ड ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड म्यूचुअल फंड और डिजिटल गोल्ड को बेहतर विकल्प के तौर पर चुन रहे हैं. इन माध्यमों से सोने में निवेश करने पर सोने को खरीदना और बेचना आसान होता है. वहीं आपको सोने की सुरक्षा की भी चिंता नहीं होती है. आपको निवेश पर बेहतर रिटर्न भी मिलता है.
पोस्ट आफिस मंथली इनकम स्कीम
पोस्ट आफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) आम आदमी के लिए निवेश का बेहतर विकल्प है. इससे मंथली कमाई का मौका मिलता है. साथ ही रिटर्न की गारंटी होती है, और तय ब्याज के हिसाब से आपका पैसा बढ़ता है. जानकारी के अनुसार, इसमें 6.6 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिल रहा है. अगर आप इस योजना में निवेश करना चाहते हैं तो 1500 से 4.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं. वहीं अगर आप ज्वॉइंट अकाउंट के तहत निवेश की योजना बना रहे हैं तो इसकी लिमिट 9 लाख रुपये है.
नेशनल पेंशन सिस्टम
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) को पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) मैनेज करती है. यह रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए बेहतर विकल्प है, जिसमें निवेश के जरिए आप अपनी मंथली पेंशन का इंतजाम कर सकते हैं. इसके साथ ही एकमुश्त फंड भी मिलता है. यहां आपके निवेश को एफडी, इक्विटी, कॉरपोरेट बांड, गवर्नमेंट फंड और लिक्विड फंड में लगाया जाता है. इसमें किए गए निवेश से इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ भी ले सकते हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
पब्लिक प्रोविडें फंड (PPF) एक लंबी निवेश करने का कौन सा तरीका? अवधि का निवेश है. भारत में इसे इन्वेस्टमेंट का सबसे लोकप्रिय साधन माना जाता है. आप अपने नजदीकी बैंक या डाकघर में जाकर PPF अकाउंट खुलवा सकते हैं. इसमें मेच्योरिटी पीरियड 15 साल का होता है. यह अकाउंट 500 रुपये से खोला जा सकता है और इसमें एक फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किया जा सकता है. इसे आगे भी 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. PPF अकाउंट पर अभी 7.9 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिल रहा है. खास बात है कि PPF 100 परसेंट डेट इंस्ट्रमेंट है, यानी इसका पूरा पैसा बॉन्ड्स वगैरह में लगता है. इसलिए ये पूरी तरह से सेफ है.
फिक्सड डिपॉजिट
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में निवेश का बेहद लोकप्रिय माध्यम है. क्योंकि इसमें आपको अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है साथ ही टैक्स की बचत भी होती है. एफडी अकाउंट किसी भी बैंक या डाकघर में खुलवाया जा सकता है. इसमें 7 दिन से 10 साल तक निवेश का विकल्प होता है. इसमें एक तय ब्याज पर आपका पैसा जमा हो जाता है. इसे लो रिस्क इन्वेस्टमेंट कटेगिरी में रखा गया है, जहां रिस्क बेहद कम होता है. ज्यादातर बैंक 5 साल की एफडी पर 6-8 प्रतिशत के बीच ब्याज दे रहे हैं. इतना ही नहीं, PPF खाते में पैसा कब जमा करना है इसकी कोई तय तारीख नहीं है. आप मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर पर PPF में पैसा जमा कर सकते हैं.
शेयरों में करें इन्वेस्ट
शेयर बाजार इन दिनों गुलजार है. मार्केट की मदमस्त चाल से निवेशक मालामाल हो रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एंट्री का अच्छा मौका है. हालांकि शेयरों में सीधे निवेश करना आसान नहीं है. सिर्फ ऑनलाइन निवेशक खुद ट्रेडिंग कर सकते हैं. जबकि, ऑफलाइन में ब्रोकर की सेवाएं लेनी पड़ेंगी. डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद-फरोख्त करते हैं. इसमें रिटर्न की कोई गारंटी भी नहीं है. सही शेयरों का चुनाव मुश्किल काम है. इसके साथ ही शेयर की सही समय पर खरीदारी और सटीक वक्त पर निकलना महत्वपूर्ण है.
म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश के मुख्तलिफ तरीके क्या हैं-प्रत्यक्ष/वितरक के ज़रिये/ब्रोकरेज हाउस/ऑनलाइन/ऑफलाइन?

निवेशक आवेदन पत्र को विधिवत पूर्ण कर, एक चेक या बैंक ड्राफ्ट के साथ शाखा दफ्तर या नामांकित इन्वेस्टर सर्विस सेंटर्स (ISC) जो म्यूच्यूअल फंड्स के होते हैं, के पास या म्यूच्यूअल फंड्स के ही रजिस्ट्रार और ट्रान्सफर एजेंट्स के पास दाखिल कर, निवेश आरम्भ कर सकते हैं|
निवेशक सम्बंधित म्यूच्यूअल फंड्स के वेबसाइट पर ऑन लाइन भी निवेश कर सकते हैं|
अलावा इसके, वित्तीय मध्यस्थों, उदाहरण स्वरुप म्यूच्यूअल फंड वितरक जो AMFI के साथ पंजीकृत है, की सहायता से अथवा प्रत्यक्ष रूप से निवेशक निवेश कर सकता है जिसमें किसी वितरक के सहभागिता की आवश्यकता नहीं है|
म्यूच्यूअल फंड वितरक एक व्यक्ति विशेष हो सकता है या गैर वैयक्तिक अस्तित्व हो सकता है जैसे बैंक, ब्रोकरिंग हाउस या फिर ऑनलाइन वितरण चैनल प्रदाता भी हो सकता है|
निवेशक ऑनलाइन भी निवेश कर सकता है, इसलिए कि ये मंच सारे आवश्यक सुरक्षा उपायों से युक्त हैं जो निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं| ये वस्तुतः सहूलियत और सुविधा का मामला है|
Money Guru: सेक्टर फंड में इन्वेस्टमेंट करने के पहले जरूर जान लें ये बातें, निवेश पर मिलेगा अच्छा रिटर्न
Money Guru: अगर आप भी किसी स्पेसिफिक सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, तो इसके पहले कुछ जरूरी बातों को ध्यान रखना आवश्यक होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ.
Money Guru: किसी स्पेसिफिक सेक्टर में निवेश का एक्सपोजर अपने पोर्टफोलियों में चाहते हैं तो कई ऐसे सेक्टर हैं, जिनमें आप म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए यह मालूम करना भी जरूरी है कि कौन सा सेक्टर अभी निवेश करने के लिए सही है. इसके साथ ही यह भी जानना जरूरी होता है कि किसी सेक्टर में निवेश करने के क्या पैमाने होते हैं. वहीं किसी सेक्टर में निवेश करने के लिए कौन सा समय सबसे सही होता है और कब एग्जिट कर लेना चाहिए. किसी भी सेक्टर में निवेश करने के पहले इन तमाम बारीकियों को जान लेना चाहिए. आपके लिए इन सभी सवालों का जवाब लेकर आए हैं ऑप्टिमा मनी के एमडी पंकज मठपाल और क्रिडेन्स वेल्थ एडवायजर्स के सीईओ कीर्तन शाह.
सेक्टर निवेश
- किसी सेक्टर में निवेश निवेश करने का कौन सा तरीका? करने का तरीका
- अलग-अलग सेक्टर में निवेश करने का मौका
- सेक्टर के अच्छा करने पर रिटर्न में फायदा
- 80% निवेश किसी एक सेक्टर में जरूरी
- बाकी 20% डेट या हाइब्रिड सिक्योरिटी में निवेश
- सेक्टोरल निवेश डायवर्सिफिकेशन के लिए अच्छा
सेक्टर फंड-किनके लिए?
- ज्यादा जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए
- टैक्टिकल पोर्टफोलियो का हिस्सा बना सकते हैं
- पहले कोर पोर्टफोलियो बनाएं,फिर सेक्टर निवेश
- कोर पोर्टफोलियो निवेश करने का कौन सा तरीका? में लार्ज,मिज,स्मॉलकैप शामिल
- सेक्टर निवेश में सही समय पर एंट्री और एग्जिट जरूरी
किन सेक्टर में MF निवेश
- बैंकिंग
- इंफ्रा
- फार्मा
- टेकनेलॉजी
- कंजम्पशन
- एनर्जी
कितनी तरह की थीम?
बैंकिंग सेक्टर के लिए संकेत
- बढ़ता क्रेडिट ग्रोथ
- सुधरता मार्जिन
- कैपेक्स साइकल
- घटता NPA
बैंकिंग सेक्टर का प्रदर्शन
सेक्टर 3साल 5साल 7साल
बैंकिंग 11.41% 9.24% 13.64%
कीर्तन के पसंदीदा फंड
SBI Banking & Financial Services
ICICI Pru. Banking & Financial Services
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए संकेत
चीन+1 पॉलिसी
PLI स्कीम
बढ़ता निर्यात
कीर्तन के पसंदीदा फंड
ICICI Pru. Manufacturing
ABSL Manufacturing
Kotak Manufacturing(Ind)
IT सेक्टर के लिए संकेत
अमेरिका,UK,युरोप में मंदी की आशंका
मार्जिन पर दबाव
एट्रिशन रेट की समस्या
SBI YONO App से म्यूचुअल फंड में SIP कैसे करें? इन 4 स्टेप में समझें पूरी प्रक्रिया
एसआईपी के माध्यम से आप जितना अधिक निवेश करते हैं, आपका पैसा समय के साथ बढ़ता जाता है. इसमें चक्रवृद्धि के हिसाब से रिटर्न मिलता है और छोटी राशि भी बाद में बड़ी रकम बनकर उभरती है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: May 03, 2022 | 8:15 PM
स्टेट बैंक के योनो ऐप (SBI YONO) से म्यूचुअल फंड में निवेश करना आसान है. यह काम अपने मोबाइल फोन से किया जा सकता है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) एसबीआई म्यूचुअल फंड चलाता है. एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) देशभभर में लाखों निवेशकों को डेट, हाइब्रिड और इक्विटी में फंड उपलब्ध कराने का काम करता है. इस म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे लोकप्रिय तरीका सिस्टमेटिक इनवेस्टम प्लान (SIP) है. आप चाहें तो एसबीआई योनो ऐप के माध्यम से एसआईपी के जरिये एसबीआई म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. जिन लोगों के पास निवेश करने के लिए कम पैसे हैं, वे एसआईपी के जरिये लंबे समय तक निवेश कर अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं.
एसआईपी के लिए 5 सबसे फायदेमंद एसबीआई म्यूचुअल फंड की बात करें तो इनमें एसबीआई स्मॉल कैप फंड, एसबीआई ईटीएफ निफ्टी बैंक फंड, एसबीआई मैग्नम मल्टी कैप फंड, एसबीआई डायनेमिक बॉन्ड फंड और मैग्नम चिल्ड्रेन बेनिफिट प्लान शामिल हैं. इसमें कोई ऐसा फंड नहीं है जिसने 5 साल में लगभग 10 परसेंट से कम रिटर्न दिया हो. पहले स्थान पर एसबीआई स्मॉल कैप फंड है जिसने 22.27 परसेंट रिटर्न दिया है.
एसआईपी का फायदा
एसआईपी की मदद से फंड में तय समय सीमा के लिए निवेश कर सकते हैं. इसके लिए बहुत अधिक पैसे की जरूरत नहीं और न्यूनतम 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं. निवेशक के बैंक अकाउंट से हर महीने एक निश्चित रकम चुने गए म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है. इसके बाद निवेशक को उसके पैसे के बदले नेट एसेट वैल्यू के आधार पर म्यूचुअल फंड यूनिट की एक निश्चित संख्या दी जाती है.
आप चाहें तो बाद में एसआईपी में जमा किए जाने वाले पैसे को घटा या बढ़ा सकते हैं. अपने आर्थिक स्थिति को देखते हुए एसआईपी की राशि को कम या अधिक कर सकते हैं. एसआईपी के माध्यम से आप जितना अधिक निवेश करते हैं, आपका पैसा समय के साथ बढ़ता जाता है. इसमें चक्रवृद्धि के हिसाब से रिटर्न मिलता है और छोटी राशि भी बाद में बड़ी रकम बनकर उभरती है.
इसे एक उदाहरण से समझें. मान लें आपने पहली बार 1000 रुपये से एसआईपी में निवेश किया. उस वक्त एसबीआई म्यूचुअल फंड का नेट एसेट वैल्यू अगर 50 रुपये है तो आपको इस स्कीम में 20 यूनिट मिलेंगे. अगली बार फिर 1000 रुपये निवेश किया और उस वक्त एनएवी 60 रुपये हो गया तो आपको एसबीआई म्यूचुअल फंड का 16.6 यूनिट ही मिलेगा. अभी इक्विटी म्यूचुअल फंड में सबसे अच्छा रिटर्न देने में एसबीआई स्मॉल कैप फंड का नाम है. इस फंड ने पिछले 5 साल में 22 परसेंट से अधिक रिटर्न दिया है. एक साल, तीन साल और 5 साल फंड की श्रेणी में इसने ग्राहकों को बंपर रिटर्न दिया है.
अगर आप एसबीआई म्यूचुअल फंड के एसआईपी में निवेश करना चाहते हैं तो एसबीआई योनो ऐप की मदद ले सकते हैं. महज 4 स्टेप में एसबीआई योनो से एसआईपी कर सकते हैं.