क्या आप जमा के बिना व्यापार कर सकते हैं?

PM Kisan : किसानों को जल्द मिलेगी गुड न्यूज, 13वीं किस्त पर आई नई अपडेट, जानें कब खाते में आएंगे 2000-2000?
PM Kisan 13th Installment Update: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी किसानों के लिए अच्छी खबर है। 13वीं किस्त जनवरी तक जारी होने की संभावना है, ऐसे में अगर अगली किस्त बिना किसी रुकावट के पाने चाहते है तो जल्द ई केवायसी की प्रक्रिया और अपने आधार को बैंक से लिंक कर लें, अन्यथा किस्त पाने से वंचित रह सकते है। वही बिना ई-केवाईसी कराए किसी भी लाभार्थी किसान को योजना में 2 हजार रुपये की किस्त का लाभ नहीं दिया जाएगा।
इसके अलावा राशन कार्ड-किसानों को राशन कार्ड की कॉपी भी जमा कराना जरूरी है,इसके लिए उन्हें राशन कार्ड की सॉफ्ट कॉपी की पीडीएफ फाइल बनाकर अपलोड करना होगी। जिन किसानों ने अभी-अभी इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, वह भी ई-केवाईसी के साथ-साथ भूलेखों का सत्यापन जरूर करा लें। आप क्षेत्र के पटवारी या जिला/ब्लॉक के कृषि अधिकारियों से संपर्क करके इसको करवा सकते हैं।
योजना के नियम तहत, पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच दी जाती है। दूसरी किस्त 1 अगस्त से 30 नवंबर के बीच में आती है। तीसरी किस्त 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच आती है, ऐसे में संभावना है कि 13वीं किस्त अब तीन महीने यानि दिसंबर अंत से जनवरी तक किसानों के खाते में भेजी जा सकती है। यदि आपने भी अपना ई-केवाईसी नहीं कराया है तो जल्द करवा लें, वरना आपके खाते में 13वीं किस्त का भी पैसा नहीं आएगा।
क्या है पीएम किसान योजना
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना केन्द्र सरकार की एक बड़ी योजना है। इसके तहत केन्द्र सरकार हर साल आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को 6000 रुपये सालाना देती है।
- ये राशि हर चार महीने के अंतराल में दो -दो हजार रुपये करके तीन किस्तें में किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाती है। किसान अधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाकर अपडेट भी चेक करते रहे।
हेल्पलाइन नंबर
कोई दिक्कत आने पर किसान ईमेल आईडी [email protected], हेल्पलाइन नंबर- 155261 या 1800115526 (Toll Free) या फिर 011-23381092 पर क्या आप जमा के बिना व्यापार कर सकते हैं? संपर्क कर सकते हैं। किसान आप हेल्पलाइन नंबर 155261 / 011-24300606 पर कॉल कर सकते हैं। पीएम किसान योजना के टोल फ्री नंबर 18001155266 या डारेक्ट हेल्पलाइन नंबर 011-23381092 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
RBI Guidelines: नोटबंदी के बाद बंद हो जाएंगे ये सिक्के, जानिए कौन से हैं ये सिक्के
RBI Guidelines: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 रुपये और 50 पैसे के पुराने सिक्कों की कुछ कैटेगरी चलन से बाहर हो जाएंगी. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कप्रोनिकल (तांबा-निकल) 1 रुपये और 50 पैसे के सिक्के चलन से बाहर हो जाएंगे।
अगर आपके पास भी है 1 रुपये और 50 पैसे के सिक्के तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर आप 1 रुपये और 50 पैसे के सिक्के बैंक में जमा कराना चाहते हैं तो बिना किसी झंझट के इन्हें आसानी से बैंक में जमा करा सकते हैं. लेकिन एक बार पुराने सिक्के जमा हो जाने के बाद बैंक उन सिक्कों को वापस नहीं देंगे, बल्कि आपको नए सिक्के या नोट दिए जाएंगे।
अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 1 रुपये और 50 पैसे के कप्रोनिकल (तांबा-निकल) सिक्के चलन से बाहर हो जाएंगे। उन मीडिया रिपोर्ट्स में आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की किसी शाखा में लिखित नोटिस के हवाले से यह जानकारी प्रकाशित की गई है। हालांकि यह खबर लिखे जाने तक हमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( RBI ) की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
आईसीआईसीआई बैंक की एक शाखा में सिक्कों के संबंध में सूचना
नई दिल्ली क्षेत्र में स्थित आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की एक शाखा द्वारा लगाए गए नोटिस के अनुसार, कुछ सिक्कों को फिर से जारी करने की अनुमति नहीं है। इसका मतलब है कि एक बार बैंक में जमा करने के बाद, उन्हें बैंक द्वारा दोबारा जारी नहीं किया जाएगा। ये सिक्के केंद्रीय बैंक द्वारा संबंधित बैंकों से वापस ले लिए जाएंगे।
ये सिक्के अवैध नहीं हैं
हालांकि, इसका मतलब सिर्फ इतना है कि ऐसे सिक्के वैध मुद्रा नहीं होंगे। ये सिक्के लीगल टेंडर हैं, लेकिन इन्हें चलन से बाहर किया जा रहा है। दरअसल, ये पुराने सिक्के हैं क्या आप जमा के बिना व्यापार कर सकते हैं? और 1990 और 2000 के दशक की शुरुआत में आम इस्तेमाल में थे। बैंक की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक आरबीआई के निर्देश के तहत निम्नलिखित सिक्के दोबारा जारी नहीं किए जाएंगे-
1. Cupronickel coins of Re 1 (1 रुपये के कप्रोनिकल सिक्के)
2. Cupronickel coins of 50 paise (50 पैसे के कप्रोनिकल सिक्के)
3. Cupronickel coins of 25 paise (25 पैसे के कप्रोनिकल सिक्के)
4. Stainless steel coins of 10 paise (10 पैसे के स्टेनलेस स्टील के सिक्के)
5. Aluminium bronze coins of 10 paise (10 पैसे के एल्युमिनियम कांस्य के सिक्के)
6. Aluminium coins of 20 paise (20 पैसे के एल्युमिनियम के सिक्के)
7. Aluminium coins of 10 paise (10 पैसे के एल्युमिनियम के सिक्के)
8. Aluminium coins of 5 paise (5 पैसे के एल्युमिनियम के सिक्के)
LIC Jeevan Labh Policy: हर दिन 253 रुपये जमा करने पर मिलेंगे 54 लाख रुपये, LIC की इस स्कीम और भी खूबियां!
देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की तमाम स्कीमों में देश के करोड़ों लोगों ने निवेश कर रखा है. LIC के पास हर उम्र के ग्राहकों के लिए स्कीम है. LIC की कई स्कीम सेफ्टी और सेविंग दोनों ही प्रदान करती हैं. इस बीमा कंपनी की ऐसी ही एक पॉलिसी है जीवन लाभ योजना (Jeevan Labh Yojana). LIC की ये स्कीम पॉलिसीधारक मैच्योरिटी के बाद एकमुश्त राशि प्रदान करती है. अगर किसी पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उनके परिवार के लिए फाइनेंसियल मदद भी प्रदान करती है.
नॉन-लिंक्ड पॉलिसी
LIC की ये पॉलिसी नॉन-लिंक्ड योजना है. यानी यह शेयर बाजार पर निर्भर नहीं रहती है. यही वजह है कि ये योजना सुरक्षित भी मानी जाती है. अगर आप निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो इस स्कीम में निवेश कर आप एक मोटी राशि जमा कर सकते हैं. अगर आप 25 साल की उम्र में जीवन लाभ पॉलिसी लेते हैं, तो आपको इसकी मैच्योरिटी पर 54 लाख रुपये से अधिक की रकम मिलेगी.
हर साल भरना होगा इतना प्रीमियम
अगर आप 54 लाख रुपये की राशि पाना चाहते हैं, तो आपको 25 साल की अवधि वाली पॉलिसी लेनी होगी. इसमें आपको 20 लाख रुपये की राशि बीमा के लिए चुनना होगा. ऐसे में आपको हर साल 92,400 रुपये प्रीमियम के रूप में जमा करना होगा. LIC जीवन लाभ पॉलिसी को लेने की न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 59 साल है.
ऐसे में आपको हर साल 92,400 रुपये प्रीमियम के रूप में जमा करना होगा. इस तरह महीने के अनुसार आपको 7,700 रुपये और प्रतिदिन के हिसाब से 253 रुपये निवेश करना होगा. इसके बाद जब आपकी जीवन लाभ पॉलिसी मैच्योर हो जाएगी, तो आपको 54.50 लाख रुपये मिलेंगे.
उम्र सीमा
LIC के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति 21 साल के लिए पॉलिसी टर्म चुनता है तो इसके लिए उसकी उम्र पॉलिसी लेते समय 54 साल से कम होनी चाहिए. 25 साल के पॉलिसी टर्म के लिए व्यक्ति की उम्र सीमा 50 साल होनी चाहिए. पॉलिसी की मैच्योरिटी की अधिकतम उम्र सीमा 75 साल रखी गई है.
पॉलिसी की अवधि के दौरान अगर किसी वजह से पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को इसका फायदा मिलता है. नॉमिनी को बोनस के साथ-साथ सम एश्योर्ड का बेनिफिट भी बीमा कंपनी देती है. एलआईसी के इस प्लान में इंवेस्ट करने वाले व्यक्ति लोन भी ले सकते हैं.
ITR डॉक्यूमेंट नहीं होने पर भी बैंक से मिल सकता है लोन, जानिए कैसे?
इनकम टैक्स रिटर्न किसी भी तरह का लोन लेने के लिए बेहद जरूरी दस्तावेज माना जाता है। लेकिन अगर कोई दस्तावेज नहीं है तो ऐसी स्थिति में कर्ज किसे मिलेगा। जब भी कोई व्यक्ति लोन के लिए आवेदन करता है, बैंक या कोई अन्य वित्तीय संस्थान आवेदक द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की पुष्टि करता है, जिसमें आयकर रिटर्न दस्तावेज भी शामिल है। नौकरीपेशा वर्ग के लोग जिनके वेतन से टैक्स कट गया है वे इसे आसानी से जमा कर सकते हैं लेकिन कुछ लोग जो नौकरीपेशा वर्ग के नहीं हैं उन्हें लोन के लिए आवेदन करते समय इनकम प्रूफ या इनकम टैक्स रिटर्न जैसे दस्तावेज उपलब्ध कराने में दिक्कत होती है. ऐसे में उसे कर्ज लेने के लिए क्या करना चाहिए? बिना इनकम टैक्स रिटर्न डॉक्यूमेंट के उन्हें लोन कैसे मिल सकता है।
व्यक्तिगत ऋण
एक व्यक्तिगत ऋण एक असुरक्षित ऋण है। इसमें कर्ज लेने वाले को कर्ज देने के लिए किसी तरह की संपत्ति गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है। यह ऋण उम्मीदवार की आय और उसके द्वारा प्रदान किए गए विवरण के आधार पर स्वीकृत किया जाता है। कुछ बैंकों या वित्तीय संस्थानों ने पर्सनल लोन के लिए मिनिमम इनकम और क्रेडिट स्कोर अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में जिन लोगों के पास आय का नियमित और स्थायी स्रोत है। यदि उसने किसी वित्तीय संस्थान से क्या आप जमा के बिना व्यापार कर सकते हैं? ऋण नहीं लिया है और ऋण लेने के बाद भी समय पर भुगतान किया है और अपने पुनर्भुगतान क्या आप जमा के बिना व्यापार कर सकते हैं? का प्रमाण उपलब्ध कराता है, तो उसके ऋण मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
व्यक्तिगत ऋण के मामले में मासिक वेतन अनिवार्य है। यह स्थिति वित्तीय संस्थान को ऋण देने के लिए तैयार कर देती है। वित्तीय संस्थान को विश्वास हो जाता है कि उधारकर्ता के पास धन का प्रवाह होगा और वह ऋण चुकाने में सक्षम होगा।
आईटीआर दस्तावेज जमा करने होंगे
जो लोग स्वरोजगार के माध्यम से आय पर निर्भर हैं, उन्हें ऋण के लिए आवेदन करते समय आईटीआर दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होती है। बड़ी राशि के ऋण के लिए आवेदन करते समय यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। लेकिन नौकरीपेशा वर्ग के व्यक्ति के मामले में यह बात नहीं आती है, क्योंकि नौकरीपेशा वर्ग के व्यक्ति के पास आय प्रमाण, फॉर्म-16 जैसा दस्तावेज होता है। यदि ऋण देने वाली वित्तीय संस्था स्व-नियोजित की आय से संतुष्ट है और उम्मीदवार का वित्तीय इतिहास सही है, तो बिना आईटीआर दस्तावेजों के व्यक्तिगत ऋण आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
ऋण के लिए सुरक्षा का उपयोग
अगर आप लोन लेने के लिए कोलेटरल या सिक्योरिटी का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसी स्थिति में लोन आसानी से मिल जाता है। ऐसे में वित्तीय संस्थान बिना आईटीआर दस्तावेजों के भी कर्ज देने को राजी हो जाते हैं। इस प्रकार के ऋण पर जोखिम कम होता है। ऋण के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार द्वारा एफडी या म्यूचुअल फंड जैसे संपार्श्विक निवेश के रूप में होते हैं। ऐसी सुरक्षा संपार्श्विक के विरुद्ध ITR के बिना ऋण उपलब्ध कराया जाता है।