बाजार में शिवलिंग

Gyanvapi Mosque Case: SC ने 'शिवलिंग' को संरक्षित रखने का आदेश बरकरार रखा, हिंदू पक्ष को दिया तीन हफ्ते का वक्त
सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर वाराणसी में खोजे गए 'शिवलिंग' की संरक्षण के मामले में अपने पहले के आदेश को आगे बढ़ा दिया है। अदालत ने कहा कि अगले आदेश तक इसका संरक्षण बढ़ाया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू पक्ष को जवाब देने के लिए तीन हफ्ते का वक्त दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू पक्षों को ज्ञानवापी विवाद पर केस को मजबूत करने के लिए वाराणसी के जिला न्यायाधीश के समक्ष आवेदन करने की अनुमति दी.
यहां दो भागों में बंटे शिवलिंग की होती है पूजा, जानें इसके पीछे का रहस्य
आपने अधिकतर जगह भगवान शिव की पूर्ण प्रतिमा भी पूजा होते हुए देखी होगी, लेकिन देश में एक ऐसी जगह जहां दो भागों में बंटे शिवलिंग की पूजा होती है। यही नहीं दो भागों का आकार भी एक जैसा नहीं है। वैसे इसे अर्धनारीश्वर शिवलिंग भी कहा बाजार में शिवलिंग जाता है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित काठगढ़ महादेव का यह मंदिर विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां दो भागों में बंटा शिवलिंग हैं।
अर्धनारीश्वर का रूप
दो भागों में विभाजित आदि शिवलिंग का अंतर ग्रहों एवं नक्षत्रों के अनुसार घटता-बढ़ता रहता है और शिवरात्रि पर दोनों का ‘मिलन’ हो जाता है। यह पावन शिवलिंग अष्टकोणीय है तथा काले-भूरे रंग का है। शिव रूप में पूजे जाते शिवलिंग की ऊंचाई 7-8 फुट है जबकि पार्वती के रूप में अराध्य हिस्सा 5-6 फुट ऊंचा है।
माना जाता है जब विश्व विजेता सिंकदर पंजाब पहुंचा तो उससे पूर्व मीरथल नामक गांव में पांच हजार सैनिको को खुले मैदान में आराम करने के लिए कहा। उसी समय सिंकदर ने देखा कि एक फकीर शिवलिंग की पूजा कर रहा में व्यस्त था तो सिंकदर ने उसे अपने साथ यूनान चलने को कहा, जिसे फकीर ने नकार दिया। इस बात से प्रभावित होकर सिंकदर ने काठगढ़ महादेव मंदिर बनाने के लिए चारदीवारी बनवाई और ब्यास नदी की ओर अष्टकोणीय चबूतरे बनवाए जो आज भी है।
शिवलिंग पर क्यों नहीं लगाया जाता कुमकुम, जानें इसका राज
News18 हिंदी 17 घंटे पहले News18 Hindi
Lord Shiv Puja: हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव को सभी देवताओं में प्रमुख माना गया है. भगवान शिव को करुणा व दयालु हृदय वाले देव भी कहा जाता है, इसलिए केवल सच्ची श्रद्धा से पूजा अर्चना करने पर ही महादेव प्रसन्न हो जाते हैं. भगवान शिव को सोमवार का दिन समर्पित है, इसलिए इस दिन पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि भगवान शिव की पूजा में धतूरा, बेल पत्र, शमी, दूध, मदार के फूल आदि शामिल करते हैं. परंतु कुछ वस्तुओं को शिवलिंग पर चढ़ाना शुभ नहीं माना जाता है. ऐसा करने से विपरीत प्रभाव पड़ता है. तो चलिए जानते हैं शिवलिंग पर कौन कौनसी चीजों को चढ़ाना शुभ नहीं होता.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुमकुम को बेहद शुभ व पवित्र माना गया है. किसी बाजार में शिवलिंग भी धार्मिक कार्यक्रम या पूजा पाठ में कुमकुम का उपयोग होता है. लेकिन, भगवान शिव की पूजा के दौरान बाजार में शिवलिंग शिवलिंग पर कुमकुम लगाना शुभ नहीं होता है, क्योंकि भोलेनाथ को वैरागी माना जाता है. इसलिए भगवान शिव को बाजार में शिवलिंग कुमकुम अर्पित करने से फल की प्राप्ति नहीं होती है.
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र व पूजनीय माना जाता है. देवताओं की पूजा समेत मांगलिक कार्यक्रमों में तुलसी का उपयोग होता है. परंतु, शिवलिंग पर तुलसी बाजार में शिवलिंग को अर्पित करना अशुभ होता है. मान्यता है कि तुलसी को विष्णुप्रिया माना जाता है, इसलिए इसे शिवजी को अर्पित करने से विष्णु का अपमान समझा जाता है.
हल्दी को भी हिंदू धर्म में शुभ माना गया है. किसी बाजार में शिवलिंग भी शुभ काम में हल्दी का प्रयोग होता है. लेकिन, शिव की पूजा में हल्दी का उपयोग वर्जित होता है. माना जाता है कि हल्दी स्त्रियोचित वस्तु है और शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है. ऐसे में शिवलिंग पर बाजार में शिवलिंग हल्दी लगाना शुभ नहीं होता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान शिव को केतकी के फूल अर्पित नहीं करने चाहिए. मान्यता है कि केतकी को भगवान शिव से श्राप मिला था. इस वजह से इसको शिव की पूजा में शामिल नहीं किया जाता है.
भगवान शिव को केवड़ा नहीं चढ़ाना चाहिए, इससे शिव का ध्यान भंग होता है. केवड़ा से अत्यंत सुंगध प्रवाह होती है, जबकि शिव इन चीजों से दूरी रखते हैं. इसलिए शिवलिंग पर केवड़ा अर्पित नहीं करना चाहिए.
बनारस के समाजवादी नेता ने की शिवलिंग पर अमर्यादित टिप्पणी, मुकदमा दर्ज
वाराणसी। समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा बाजार में शिवलिंग के महानगर अध्यक्ष जावेद अंसारी पर जैतपुरा पुलिस ने मुकदमा बाजार में शिवलिंग दर्ज किया है। यह मुकदमा उनके द्वारा फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर शिवलिंग पर की गयी अभद्र टिप्पणी को लेकर किया गया है। मुकदमा दर्ज करने के लिए विवेक चंद्र जायसवाल ने थाना जैतपुरा में तहरीर दी थी और साक्ष्य उपलब्ध कराये थे।
जैतपुरा पुलिस ने समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जावेद अंसारी पर मुकदमा अपराध संख्या 79/22 की धारा 153बी, 505(2) और 67 आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया है।
तहरीर देने वाले डिगिया थाना जैतपुरा निवासी विवेक चंद्र जायसवाल ने बताया कि जिस दिन ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने की कोर्ट कमीशन में मौजूद वादी पक्ष के अधिवक्ताओं ने पुष्टि की उसी दिन से शेषमन बाजार, थाना जैतपुरा निवासी समाजवादी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्यक्ष जावेद अंसारी द्वारा लगातार शिवलिंग और भगवान शंकर के विरुद्ध अमर्यादित टिप्पणी फेसबुक, व्हाट्सएप सहित अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल किया जा रहा था।
इसपर ग्रुप एडमिन जो पूर्व पार्षद गिरीश श्रीवास्तव और विकास शाह है उन्हें अवगत करवाते हुए इस सम्बन्ध में एक प्रार्थना पत्र जैतपुरा थाने दिया गया है, जिसपर पुलिस द्वारा बाजार में शिवलिंग मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं इस सम्बन्ध बाजार में शिवलिंग में पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच में लग गयी है।
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