पर जमा और निकासी के तरीके

म्यूचुअल फंड स्कीम्स से पैसा कैसे निकाला जाता है? जानिए आसान तरीके
आज ज्यादातर म्यूचुअल फंडों में रिडम्पशन की सुविधा ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन भी उपलब्ध है. म्युचूअल फंड स्कीम्स से पैसा निकालने के कई तरीके हैं. आज हम आपको इन्हीं तरीकों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
म्यूचुअल फंड स्कीमों की एक बड़ी खूबी यह है कि इसमें पैसा निकालना आसान होता है. जितनी आसानी से आप इसमें निवेश कर सकते हैं, तकरीबन उतनी ही आसानी से फंड से अपना पैसा निकाल यानी रिडीम भी सकते हैं. आज ज्यादातर म्यूचुअल फंडों में रिडम्पशन की सुविधा ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन भी उपलब्ध है. म्युचूअल फंड स्कीम्स से पैसा निकालने के कई तरीके हैं. आज हम आपको इन्हीं तरीकों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
यदि अपने फंड की यूनिटें सीधे म्यूचुअल फंड हाउस यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) से खरीद कर निवेश पर जमा और निकासी के तरीके किया है, तो आपको कंपनी के पोर्टल पर लॉग-इन करने के लिए एक आईडी और पासवर्ड दिया गया होगा. पोर्टल में लॉग-इन करके आप ऑनलाइन ही मनचाही संख्या में फंड यूनिट को आसानी से रिडीम कर अपना पैसा निकाल सकते हैं.
आप चाहें तो अपनी सभी यूनिट्स (यदि लॉक-इन पीरियड में नहीं हैं) को रिडीम कर सकते हैं या फिर उनमें से केवल कुछ यूनिट्स को रिडीम कर बाकी को जारी रख सकते हैं. सभी यूनिट्स रिडीम करने पर आपका अकाउंट बंद हो जाएगा, पर कुछ ही यूनिट को रिडीम करने पर बाकी बची यूनिट्स उसी प्रकार निवेशित रहेंगी. इसके अलावा आप एएमसी के कार्यालय जाकर रिडेंप्शन फॉर्म जमा कर भी रिडीम कर सकते हैं.
यदि आपने किसी एजेंट के माध्यम से पर जमा और निकासी के तरीके फंड में निवेश किया है, तो एजेंट के माध्यम से ही रिडम्पशन भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको रिडेंप्शन फॉर्म भरकर एजेंट को या उसके कार्यालय में देना होगा. इसमें स्कीम का नाम, फोलियो नंबर के साथ-साथ यूनिट्स की संख्या आदि की जानकारी देनी होगी. एजेंट आपके फार्म को कंपनी के पास भेज देगा, जिसके बाद रिडंप्शन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. रिडंप्शन की राशि या तो एनईएफटी के माध्यम से आपके खाते में डाल दी जाएगी या आपके दिए गए पते पर चेक भेज दिया जाएगा.
आपने अगर सीधे एमएससी या किसी एजेंट से फंड यूनिट्स लेने के बजाय किसी इंवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म, ऐप या ऑनलाइन फंड हाउस पार्टनर पोर्टल के माध्यम से फंड में निवेश किया है, तो इसमें आपको रिडम्पशन रिक्वेस्ट की भी सुविधा दी गई होगी. इसकी प्रक्रिया भी ऑनलाइन और काफी सरल होती है. इसके जरिये लॉग-इन करके भी आप फंड को रिडीम कर सकते हैं. रिक्वेस्ट प्रोसेस होने के बाद आपकी धनराशि लिंक किए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी.
यदि म्यूचुअल फंड की यूनिट्स को आपने अपने डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट से खरीदा होगा तो रिडम्पशन इसी अकाउंट के यूनिट्स की बिक्री करके हो जाएगा. जैसे ही ऑनलाइन ट्रेडिंग प्रक्रिया पूरी हो जाती है, रकम को डीमैट खाते में रजिस्टर्ड बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है.
कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज़ (सीएएमएस) और कार्वी कंप्यूटर शेयर जैसी एजेंसियां विभिन्न म्यूचुअल फंडों के निवेशकों को पर जमा और निकासी के तरीके अपने कार्यालय से ही कई फंड को रिडीम करने की सुविधा उपलब्ध कराती है. इसमें रिडम्पशन फॉर्म डाउनलोड कर भरा हुआ फार्म कंपनी के ऑफिस में जमा करके निकासी की जा सकती है. रिडम्पशन फार्म जमा करने के उसे वेरीफाई किया जाता है. इसके बाद 2-4 दिनों के भीतर भुगतान निवेशक के रजिस्टर्ड बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है. या दिए गए पते पर चेक भेज दिया जाता है.
म्यूचुअल फंड से रकम की निकासी में ध्यान रखने वाली बात यह है कि अगर आपने इक्विटी फंडों में निवेश किया है और 365 दिनों के भीतर रकम निकाल रहे हैं, तब आपको एक फीसदी एक्जिट लोड देना पड़ेगा. हालांकि लिक्विड फंड, अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड्स आदि पर एग्जिट लोड नहीं लगता.
पर जमा और निकासी के तरीके
A página que você está procurando não existe. Utilize nossa busca acima para encontrar o conteúdo que procura.
पर जमा और निकासी के तरीके
विशलिस्ट में जोड़ें
इस ऐप्लिकेशन के बारे में जानकारी
अधिक सुविधा, सुरक्षा और चपलता।
आप कार्यकर्ता के लिए लाभ:
अपने FGTS को सरल तरीके से ट्रैक करें। अपने FGTS खातों की कुल शेष राशि की जाँच करें, अपने नियोक्ता द्वारा किए गए चेक जमा करें, अपने विवरण प्रिंट करें और, यदि आप चाहें, तो भी आप अपने नकद-जन्मदिन का विकल्प चुन सकते हैं।
ऐप में सभी FGTS निकासी:
कानून द्वारा प्रदान पर जमा और निकासी के तरीके की गई सभी निकासी ऐप में उपलब्ध हैं और यदि आपको आवश्यकता है या आप हकदार हैं, तो आप ऐप में अनुरोध कर सकते हैं।
ऐप विशेषताएं:
- FGTS खातों की शेष राशि और विवरण की जाँच करें;
- निकासी प्रणाली के लिए विकल्प (आहरण-समाप्ति या निकासी-वर्षगांठ);
- जमा खाते (CAIXA या अन्य बैंकों) के संकेत के साथ निकासी, समाप्ति और सेवानिवृत्ति के कारणों के लिए डिजिटल निकासी;
- दस्तावेजों को जमा करने के साथ अन्य निकासी कारणों से निकासी का अनुरोध;
- निकासी के मामले में FGTS क्रेडिट के लिए CAIXA खाते या अन्य बैंकों का पंजीकरण;
- वित्तीय संस्थानों द्वारा एफजीटीएस सूचना के परामर्श के लिए प्राधिकरण;
- पता अद्यतन।
उपयोगकर्ता पंजीकरण:
यदि आपके पास अभी तक कोई उपयोगकर्ता नहीं है, तो आपको अपने सीपीएफ और आपके द्वारा सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले ई-मेल का उपयोग करते हुए, "रजिस्टर" विकल्प में, लॉगिन और पासवर्ड स्क्रीन पर एक नया पंजीकरण करना होगा। यह सरल, तेज और सुरक्षित है।
डेटा की पर जमा और निकासी के तरीके सुरक्षा
आपके डेटा की सुरक्षा, इस बात पर निर्भर करती है कि डेवलपर, डेटा को कैसे इकट्ठा और शेयर करते हैं. डेटा को निजी और सुरक्षित रखने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. ये आपकी जगह, उम्र, और ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के हिसाब से तय किए जाते हैं. यह जानकारी डेवलपर उपलब्ध कराता है और समय-समय पर इस जानकारी को अपडेट भी किया जा सकता है.
EPFO Withdrawal: PF के पैसे निकालने के लिए ऐसे करें क्लेम, ये है सबसे आसान ऑनलाइन प्रोसेस!
अगर आप मैच्योरिटी के पर जमा और निकासी के तरीके बाद निकासी कर रहे हैं तो पीएफ राशि निकालने की प्रक्रिया क्या है. आपको कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी और क्या है नियम आइए जान लेते हैं.
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) जिसे पीएफ (Provident Fund) भी कहा जाता है. यह एक सरकार समर्थित योजना है. नौकरी पेशा लोगों के लिए यह एक तरह की सेविंग स्कीम है. यह एक ऐसा फंड है जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों हर महीने कर्मचारी के मूल वेतन का 10 प्रतिशत योगदान करते हैं. पहले यह निजी संगठनों के लिए 12 प्रतिशत था. EPF खाते में जमा राशि का एक हिस्सा कर्मचारी द्वारा सेवानिवृत्ति, या इस्तीफे की स्थिति में निकाला जा सकता है. आप कोविड जैसी इमरजेंसी स्थिति में भी इस फंड से रकम की निकासी कर सकते हैं.
कर्मचारी द्वारा नौकरी बदलने की स्थिति में यह राशि एक कंपनी से दूसरी कंपनी में ट्रांसफर की जा सकती है. ईपीएफ खाते में सालाना 8.5 फीसदी का रिटर्न मिलता है. ईपीएफ खातों में जमा राशि पर सालाना आधार पर ब्याज मिलता है और कर्मचारी रिटायर होने के बाद अपने ईपीएफ खाते में जमा हुई पूरी राशि को पर जमा और निकासी के तरीके निकाल सकते हैं.
नौकरी छोड़ने के इतने समय बाद कर सकते हैं क्लेम
हालांकि, कुछ शर्तों को पूरा करने के बाद समय से पहले निकासी की जा सकती है. अगर आप मैच्योरिटी के बाद निकासी कर रहे हैं तो पीएफ राशि निकालने की प्रक्रिया क्या है. आइए जान लेते हैं. पीएफ निकासी के लिए फॉर्म 19/10सी दाखिल करना होता और फॉर्म 19/10सी नौकरी छोड़ने या सेवानिवृत्ति के दो महीने बाद ही भरा जा सकता है.