FOMC क्या है?

Gold Price 2 November : यहाँ देखे आज का सोने चांदी का भाव क्या है ?
Gold Price 2 November : वैश्विक बाजार में जिंसों में राहत भरी तेजी के बावजूद घरेलू बाजार में बुधवार को सोने की कीमतों में मामूली गिरावट आई ! 2 नवंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 50,930 FOMC क्या है? रुपये थी ! 22 कैरेट सोने के 10 ग्राम की कीमत औसतन 46,700 रुपये है ! एक किलोग्राम चांदी 58,900 रुपये में खरीदी जा सकती है !
Gold Price 2 November : यहाँ देखे आज का सोने चांदी का भाव क्या है ?
Gold Price 2 November
फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ( FOMC ) की बुधवार को होने वाली बैठक से पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में फेड की बैठक से पहले की चिंता के बावजूद मंगलवार को सोने की कीमतों ( Today Gold Price ) में कुछ तेजी देखी गई ! दिसंबर का सोना वायदा पिछली बार 0.46 फीसदी की तेजी के साथ 1,648.20 डॉलर प्रति औंसत पर कारोबार कर रहा था !
“डॉलर FOMC क्या है? के लाभ में ठहराव पर जिंसों में राहत की रैली देखी गई, हालांकि मांग की चिंता बनी हुई है क्योंकि मुख्य भूमि चीन में रविवार को 2,898 मामले दर्ज किए गए, जो लगातार दूसरे दिन 2,000 से ऊपर रहा ! FOMC नीति के फैसले से पहले कमजोर डॉलर पर COMEX सोने की कीमत ( Today Gold Price ) 0.8 प्रतिशत बढ़कर 1654 डॉलर प्रति औंसत हो गई, जबकि चांदी की कीमत ( Silver Price ) 3.5 प्रतिशत बढ़कर 19.8 डॉलर प्रति औंसत हो गई, ”रवींद्र राव, प्रमुख – कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च !
महानगरो में सोने की कीमते
उत्पाद शुल्क, राज्य करों और मेकिंग चार्ज के कारण सोने की कीमतें ( Today Gold Price ) प्रतिदिन बदलती हैं, जो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होती हैं ! बुधवार को मुंबई और कोलकाता में 10 ग्राम 22 कैरेट सोना ( 22 Carat Gold ) 46,540 रुपये में खरीदा और बेचा जा रहा है !
दिल्ली में इतना ही सोना ( Gold ) नई दिल्ली में 46,690 रुपये में खरीदा जा सकता है, जबकि चेन्नई में इसे 47,290 रुपये में खरीदा जा सकता है ! मुंबई ( Mumbai ), कोलकाता, दिल्ली और चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमतें ( 24 Carat Gold Price ) क्रमश: 50,770 रुपये, 50,770 रुपये, 50,920 रुपये और 51,590 रुपये हैं !
जीएसटी समेत 14 से 24 कैरेट सोने की ताजा कीमत
आज जीएसटी सहित सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोने ( 24 Carat Gold ) का औसत हाजिर भाव 52210 रुपये है ! इसमें 99.99 प्रतिशत सोना है और इससे कोई FOMC क्या है? आभूषण नहीं बनता है ! वहीं, 23 कैरेट सोने ( 23 Carat Gold ) की औसत कीमत अब जीएसटी के साथ 52001 रुपये है ! यह 50487 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से खुला ! इसमें 95% सोना होता है ! अगर इसमें जौहरी का लाभ जोड़ा जाए तो यह 57201 रुपये होगा ! ज्वैलरी मेकिंग चार्ज के साथ यह 60600 रुपये के पार पहुंच जाएगा !
22 कैरेट सोने की कीमत ( 22 Carat Gold Price ) 46432 रुपये प्रति 10 ग्राम है ! अब 3% जीएसटी के साथ, इस सोने की कीमत 47824 रुपये है ! इसमें 85% सोना है ! आभूषण बनाने का शुल्क और जौहरी के लाभ को जोड़ने के बाद, यह आपको लगभग रु ! 60000. जबकि, 18 कैरेट सोने ( Gold ) की दर 38018 रुपये प्रति 10 ग्राम है और जीएसटी के साथ इसकी कीमत अब 39158 रुपये हो गई है ! इसमें केवल 75 प्रतिशत सोना है ! आभूषण बनाने का शुल्क और मुनाफा जोड़ने के बाद, यह लगभग 50000 रुपये हो जाएगा !
सोने की मांग में वृद्धि
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, कीमतों ( Gold Price ) में उतार-चढ़ाव और मंदी की आशंकाओं के बावजूद, तीसरी तिमाही में सोने की मांग में तेजी देखी गई है ! घरेलू बाजार में जुलाई-सितंबर तिमाही में इसमें 14 फीसदी की तेजी मुख्य रूप से त्योहारों की भीड़ के कारण बढ़ी ! Q3 में सोने ( Gold ) की मांग ( OTC को छोड़कर ) 28 प्रतिशत बढ़कर 1,181 ट्रिलियन थी ! वर्ष-दर-तारीख मांग में 2021 में इसी अवधि की तुलना में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पूर्व-महामारी के स्तर पर लौट आई !
बिगड़ती वैश्विक आर्थिक पृष्ठभूमि के बावजूद आभूषणों की खपत 523 ट्रिलियन तक पहुंच गई, जो सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई ! हालांकि, मजबूत डॉलर ( Dollar ) के कारण निवेशकों की अनिच्छा को प्रदर्शित करते हुए निवेश ( Investment ) मांग में लगभग 47 प्रतिशत की तीसरी तिमाही में गिरावट देखी गई !
फेड मीटिंग से पहले क्रिप्टोकरेंसीज की कीमत में 4 फीसदी तक गिरावट, यहां जानिए फ्रेश प्राइस
जानकारों की मानें तो 2-3 मई को फेड मीटिंग में एक बार फिर से ब्याज दरों में इजाफा देखने को मिल सकता है। जिसके दबाव में दुनिया की टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथेरियम, सोलाना, शीबा इनु, डॉगकोइन, आदि में पिछले 24 घंटों में 4 प्रतिशत तक की भारी गिरावट देखने को मिली है।
बिजनेस डेस्क। महीने के आखिरी दिन यानी 30 अप्रैल को क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है। जानकारों की मानें तो 2-3 मई को फेड मीटिंग में एक बार फिर से ब्याज दरों में इजाफा देखने को मिल सकता है। जिसके दबाव में दुनिया की टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथेरियम, सोलाना, शीबा इनु, डॉगकोइन, आदि में पिछले 24 घंटों में 4 प्रतिशत तक की भारी गिरावट देखने को मिली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी के दाम किस तरह से देखने को मिल रहे हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी FOMC क्या है? बिटकॉइन की कीमत आज 31,57,657 रुपए प्रति सिक्के पर बिक रही है, जो 24 घंटे पहले इसकी कीमत से 61,651 रुपए या 1.92 FOMC क्या है? फीसदी कम है। बिटकॉइन की वर्तमान बाजार पूंजी 56.3 ट्रिलियन रुपए है। इथेरियम की कीमत आज 2,31,575 रुपए बोली जा रही है, जो 24 घंटे पहले इसके विक्रय मूल्य से 6,715 रुपए या 2.82 प्रतिशत कम है। वर्तमान इथेरियम बाजार पूंजी 26.1 ट्रिलियन रुपए है जबकि इसकी वर्तमान बाजार मात्रा 1.3 ट्रिलियन रुपए है।
शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में से एक सोलाना की कीमत आज 7,742 रुपये पर बिक रही है, जो 24 घंटे पहले उद्धृत इसकी कीमत से 225 या 2.83 प्रतिशत कम है। इसका वर्तमान बाजार मूल्यांकन 2.4 ट्रिलियन रुपए है जबकि इसकी वर्तमान बाजार मात्रा 89.40 बिलियन रुपए है। लूना या टेरा की कीमत आज 6,996 के भाव पर है, 24 घंटे पहले इसकी बिक्री मूल्य में 13.35 की गिरावट के आसपास प्रवेश कर रहा है। इसका वर्तमान बाजार पूंजीकरण 2.3 ट्रिलियन रुपए है जबकि इसकी वर्तमान व्यापार मात्रा 132.9 बिलियन रुपए है।
डॉगकोइन की कीमत आज 11.17 रुपए है, बीते 24 घंटे में 4.10 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इसका वर्तमान मार्केट कैप 1.40 ट्रिलियन रुपए है जबकि इसकी वर्तमान बाजार मात्रा 106.90 बिलियन रुपए है। शिब या शीबा इनु की कीमत आज 0.001825 रुपए पर बिक रही है, जो 24 घंटे पहले के बिक्री मूल्य से 2.30 प्रतिशत कम है। हालांकि, टीथर अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के विपरीत चलता रहा। टीथर की कीमत आज 81.78 रुपए प्रति सिक्का पर बिक रही है, जो 24 घंटे पहले इसकी कीमत से 0.08 प्रतिशत या 0.09 प्रतिशत अधिक है।
इकनॉमी का गंभीर काम करने वाले वहां बना रहे रैप,यहां वही पुराना राग
US फेडरल ओपन मार्केट कमेटी से उलट हमारी मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी में रिस्क लेने वाले नहीं
सितंबर आते-आते भारत ने दो निंदनीय वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए. बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के बीच हमारी जीडीपी में सबसे बड़ी गिरावट आई और हमने कोविड 19 संक्रमण के मामले में एक दिन में 80,000 नए मामले का रिकॉर्ड भी बनाया. लेकिन अभी के लिए मैं दूसरे क्षेत्रों में संकट की ओर रुख करता हूं, इस वादे के साथ कि आखिर में सारी चीजों को एक-दूसरे से जोड़ दूंगा. इसलिए यहीं रहिए और आगे पढ़िए.
नेतृत्व का जीवन-मरण वाला फैसला
एक बुरी तरह घायल सिपाही टेबल पर अंतिम सांसे गिन रहा था. लेकिन दुख की बात ये कि सर्जन के औजार संक्रमित हो सकते हैं.
क्या होगा अगर वो संभवत: संक्रमित स्कैलपेल (सर्जन का ब्लेड) का इस्तेमाल करे और उससे सिपाही को गैंगरीन हो जाए? क्या उसे हत्या का दोषी ठहराया जाएगा?
डॉक्टर चुपचाप गोली निकाल देता है.
एक ऊंची इमारत में बड़ी आग लगी है जिसमें सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं.
दुर्भाग्य से फायर चीफ के सामने समस्या ये है कि उनका फायर होज (पानी छिड़कने वाला पाइप) अटक गया है. क्या उन्हें पास के केमिकल फैक्टरी के टैंक से ‘ज्वलनशील’ पानी से आग बुझाने का खतरा उठाना चाहिए.
फायर चीफ चुपचाप अपने कर्मचारियों से फैक्टरी से पानी लाकर स्प्रे करने को कहते हैं.
कैप्टेन चीजली “सली” सलेनबर्गर ने 2009 में अपने एयरक्राफ्ट को हडसन नदी पर लैंड कराया था (फोटो: Pinterest)
15 जनवरी 2009 को कैप्टन चीजली “सली” सुलेनबर्गर (बांध कर रखने वाली फिल्म सली में टॉम हैंक्स का किरदार) ने एक जीवन-और-निश्चित-मौत की स्थिति का सामना किया. उनके प्लेन एयरबस ए 320-214 ने न्यू यॉर्क सिटी के लागार्डिया एयरपोर्ट से उड़ान भरी ही थी कि एक पक्षी से टक्कर के बाद उसके दोनों इंजन खराब हो गए.
अगर वो वापस न्यू यॉर्क लौटने या न्यू जर्सी के टीटरबोरो एयरपोर्ट पर लौटने की कोशिश करते तो उनका विमान मैनहैटन की ऊंची इमारतों से टकरा जाता.
उन्होंने शांत दिमाग से बर्फीली हडसन नदी में विमान को उतारने का फैसला किया. सभी 155 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया, जहां तक याददाश्त जाती है, ऐसा पहले कभी नहीं सुना.
कैप्टन सली पर अमेरिका एयर सेफ्टी रेगुलेटर्स ने संभावित रूप से घातक गलत अनुमान लगाने के लिए मुकदमा चलाया. लेकिन जिनकी जान उन्होंने बचाई उनकी नजरों में वो किसी हीरो से कम नहीं थे.
Federal Reserve Rate Hike: आपको फिर लग सकता है बढ़ी EMI का झटका, अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद RBI ले सकता है फैसला
अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने अपनी ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है। जो 15 सालों के सबसे उच्चतम स्तर पर हैं। ब्याज दरों में इजाफा के साथ इसे 3.75 फीसदी से 4 फीसदी तक कर दिया है। अब रिजर्व बैंक FOMC क्या है? भी रेपो रेट में बढ़ोतरी का फैसला कर सकता है। अगर रेपो रेट फिर बढ़ा, तो आपके कर्ज की ईएमआई भी बढ़ेगी।
November 3, 2022
नई दिल्ली। आम जनता को एक बार फिर बैंकों से बड़ा झटका लग सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने एक बार फिर अपनी बेंचमार्क ब्याज दरों में इजाफा दिया है। इस फैसले के बाद अमेरिका के शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए हैं। कहा जा रहा है कि ये फैसला महंगाई को कम करने के लिए लिया गया है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक के इस फैसले का असर भारत में भी दिख सकता है। आशंका जताई जा रही है कि भारतीय रिजर्व बैंक भी एक बार फिर महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रेपो रेट को बढ़ाने के लिए मजबूर हो सकता है। अगर वाकई ऐसा होता है तो जनता पर एक बार फिर बढ़ी ईएमआई का बोझ आ जाएगा।
चौथी बार बढ़ाई ब्याज दरें
अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने अपनी ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है। जो 15 सालों के सबसे उच्चतम स्तर पर हैं। ब्याज दरों में इजाफा के साथ इसे 3.75 फीसदी से 4 फीसदी तक कर दिया है। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब यूएस फेड ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की हो। ऐसा लगातार चौथी बार और साल में छठीं बार किया गया है। यूएस फेड के इस फैसले के बाद शेयर बाजार को जोरदार झटका लगा है। मार्केट लुढ़क कर मंदी के साथ बंद हुआ है। बीते दिन अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज के प्रीमियर इंडेक्स जोंस 505 पॉइंट गिरावट, नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स 3.36 फीसदी गिरावट, S&P 500 इंडेक्स 96.41 गिरावट के साथ बंद हुआ हैं। बीता बुधवार अमेरिकी शेयर बाजार के लिए काफी बुरा रहा है।
आगे चलकर कम हो सकती हैं ब्याज दर
इस फैसले पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने बयान जारी किया है। फेड के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि इस बार बेंचमार्क ब्याज दरों इजाफा किया गया है लेकिन जल्द ही राहत भी दी जाएगी। वृद्धि के अभियान को बंद करने के लिए दरों में बदलाव करने की जरूरत है लेकिन चीजों को बैलेंस करने के लिए आगे चलकर ब्याज दरों में बढ़ोतरी को थोड़ा कम करने पर विचार किया जाएगा। हालांकि ये तभी होगा जब महंगाई दर और ग्रोथ रेट बैलेंस हो जाएगा।
US FED Decision: यूएस फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों का यथावत रखा, बॉन्ड खरीद को लेकर लिया ये बड़ा फैसला
US FED Decision On Intrest Rates: दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के बैंक फेडरल रिजर्व ने फिलहाल ब्याज दरों में बढ़ोतरी का एलान नहीं किया है। यूएस फेड ने ब्याज दरें 0.00-0.25 फीसदी पर कायम रखा है। इसके साथ ही बैंक ने बॉन्ड खरीदारी को तेजी से घटाने को लेकर भी बड़ा फैसला किया है।
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के बैंक फेडरल रिजर्व ने फिलहाल ब्याज दरों में बढ़ोतरी का एलान नहीं किया है। यूएस फेड ने ब्याज दरें 0.00-0.25 फीसदी पर कायम रखते हुए, बॉन्ड खरीदारी को तेजी से घटाने का फैसला लिया है।
मार्च 2022 तक बॉन्ड खरीदारी बंद
यूएस फेड के अनुसार, फिलहाल ब्याज दरों को यथावत रखा गया है लेकिन अगले साल ब्याज दरों में तीन बार बढ़ोत्तरी की जाएगी। इसके साथ ही बैंक ने हर महीने 30 अरब डॉलर की बॉन्ड टेपरिंग करने का फैसला लिया गया है। मार्च 2022 तक बॉन्ड खरीदारी बंद की जाएगी। यूएस फेड ने कहा है कि 2022 में 3 बार रेट बढ़ाने की संभावना है। 2023 में दो बार रेट बढ़ाने की संभावना है, वहीं 2024 में भी दो बार रेट बढ़ाए जाने की उम्मीद है। बैंक ने ये भी कहा है कि अर्थव्यवस्था में तेजी के लिए पॉलिसी समीक्षा लगातारी जारी है।
महंगाई के अनुमान को बढ़ाया
बैंक ने 2021 का महंगाई आउटलुक 4.2 फीसदी से बढ़ाकर 5.3 फीसदी कर दिया है। जबकि 2022 के लिए महंगाई अनुमान 2.6 फीसदी किया है। इसके अलावा 2021 का बेरोजगारी दर अनुमान 4.8 फीसदी से घटकर 4.3 फीसदी किया गया है। वहीं, 2021 का जीडीपी अनुमान 5.9 फीसदी से घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया गया है। जबकि 2022 का जीडीपी ग्रोथ अनुमान 3.8 फीसदी से बढ़ाकर 4 फीसदी किया गया है।
फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों में तेजी
फेड पॉलिसी की घोषणा के बाद अमेरिकी बाजार में तेजी देखने को मिली है। डाउ जोंस में 350 अंकों से ज्यादा का उछाल आया। वहीं, एस एंड पी 500 में 1.6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जबकि नासडैक 2.15 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ। इस बीच डॉलर में गिरावट आई है लेकिन बॉन्ड यील्ड बढ़ा है। ब्रेंट और गोल्ड की कीमतों में तेजी आई है।
विस्तार
दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के बैंक फेडरल रिजर्व ने फिलहाल ब्याज FOMC क्या है? दरों में बढ़ोतरी का एलान नहीं किया है। यूएस फेड ने ब्याज दरें 0.00-0.25 फीसदी पर कायम रखते हुए, बॉन्ड खरीदारी को तेजी से घटाने का फैसला लिया है।
मार्च 2022 तक बॉन्ड खरीदारी बंद
यूएस फेड के अनुसार, फिलहाल ब्याज दरों को यथावत रखा गया है लेकिन अगले साल ब्याज दरों में तीन बार बढ़ोत्तरी की जाएगी। इसके साथ ही बैंक ने हर महीने 30 अरब डॉलर की बॉन्ड टेपरिंग करने का फैसला लिया गया है। मार्च 2022 तक बॉन्ड खरीदारी बंद की जाएगी। यूएस फेड ने कहा है कि 2022 में 3 बार रेट बढ़ाने की संभावना है। 2023 में दो बार रेट बढ़ाने की संभावना है, वहीं 2024 में भी दो बार रेट बढ़ाए जाने की उम्मीद है। बैंक ने ये भी कहा है कि अर्थव्यवस्था में तेजी के लिए पॉलिसी समीक्षा लगातारी जारी है।
महंगाई के अनुमान को बढ़ाया
बैंक ने 2021 का महंगाई आउटलुक 4.2 फीसदी से बढ़ाकर 5.3 फीसदी कर दिया है। जबकि 2022 के लिए महंगाई अनुमान 2.6 फीसदी किया है। इसके अलावा 2021 का बेरोजगारी दर अनुमान 4.8 फीसदी से घटकर 4.3 फीसदी किया गया है। वहीं, 2021 का जीडीपी अनुमान 5.9 फीसदी से घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया गया है। जबकि 2022 का जीडीपी ग्रोथ अनुमान 3.8 फीसदी से बढ़ाकर 4 फीसदी किया गया है।
फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों में तेजी
फेड पॉलिसी की घोषणा के बाद अमेरिकी बाजार में तेजी देखने को मिली है। डाउ जोंस में 350 अंकों से ज्यादा का उछाल आया। वहीं, एस एंड पी 500 में 1.6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जबकि नासडैक 2.15 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ। इस बीच डॉलर में गिरावट आई है लेकिन बॉन्ड यील्ड बढ़ा है। ब्रेंट और गोल्ड की कीमतों में तेजी आई है।