टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है?

आपके पास पूरी तरह से तर्कहीन भय क्या है?टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है?
किस्मत कभी मेरा पक्ष नहीं लेती।
कर्मचारी स्पॉटलाइट: विनोदकुमार मंचिकांति
कर्मचारी हाइलाइट्स में आपका स्वागत है, हमारे अविश्वसनीय कर्मचारियों को उजागर करने के लिए समर्पित हमारा नवीनतम ब्लॉग। हमारे कर्मचारी हमारे व्यवसाय की रीढ़ हैं और हमारी सफलता का कारण हैं। आज हम भारत की हमारी शीर्ष प्रतिभाओं में से एक विनोदकुमार मंचिकांति पर प्रकाश डालेंगे! विनोद हमारे परिवार में 2006 की नवंबर में वापस आ गया, और अमेरिकी भर्ती के साथ अपनी शुरुआत की। वहां से, उन्होंने भारत में भर्ती के लिए अपना काम किया, बाजार में उपलब्ध सर्वोत्तम संसाधनों को काम पर रखा। अब वह हमारी व्यावसायिक विकास टीम के लिए काम करता है, उसके साथ अपनी भर्ती के लिए अपनी प्रतिभा और आंखें ला रहा है। ये विशेषताएँ ही उसे Aptude Family की महान संपत्ति बनाती हैं!
अपने खाली समय में, विनोद टीवी देखने का आनंद लेते हैं - विशेष रूप से सीआईडी (आपराधिक जांच विभाग) श्रृंखला और नृत्य शो। वह खरीदारी और यात्रा करना भी पसंद करते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? करते हैं।
मंदी की आहट! क्रिसिल, इक्रा ने भारत की GDP ग्रोथ रेट का अनुमान घटाया
मुंबईः रेटिंग एजेंसियों क्रिसिल और इक्रा ने सोमवार को चालू वित्त वर्ष 2022-23 और दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान में संशोधन किया है। वैश्विक वृद्धि के बाधित होने और फसल उत्पादन प्रभावित होने के चलते दोनों रेटिंग एजेंसियों ने वृद्धि का अनुमान कम किया है।
क्रिसिल ने वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही के लिए वृद्धि के अनुमान को 0.30 प्रतिशत घटाकर सात प्रतिशत कर दिया, जबकि इक्रा ने इसके 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई। क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने एक टिप्पणी में कहा, ‘‘हमने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के अपने अनुमान को 7.3 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दिया है। ऐसा मुख्य रूप से वैश्विक वृद्धि में मंदी के चलते किया गया, जिससे हमारा निर्यात और औद्योगिक गतिविधियां टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? प्रभावित होने लगी हैं।''
अमेरिका को 8.17 लाख करोड़ का झटका
राइस यूनिवर्सिटी के बेकर इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी के एनर्जी फेलो मार्क फिनाले के मुताबिक, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? अकेले अमेरिका को करीब 100 अरब डॉलर (8.17 लाख करोड़ रुपये) का झटका लगेगा. फिनले ने कहा, ‘हमारे देश में हर चीज डीजल के दम पर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचती है. सार्वजनिक परिवहन प्रणाली भी एक हद तक डीजल पर निर्भर है. ऐसे में इसकी कमी गंभीर असर दिखाएगी.
अमेरिका में डीजल लगातार महंगा होता जा रहा है. बेंचमार्क न्यूयॉर्क हार्बर की कीमतें इस साल अब तक लगभग 50% बढ़ी हैं. नवंबर की शुरुआत में यह 4.90 डॉलर प्रति गैलन (105.73 रुपये प्रति लीटर) था. नई दिल्ली में डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है.
सीधा असर भारतीय बाजार पर
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीजल के दाम में बढ़ोतरी का सीधा असर भारतीय बाजार में इसके दामों पर पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि देश में रिफाइनिंग क्षमता अच्छी है. ऐसे टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? में आपूर्ति की समस्या नहीं होगी लेकिन देश में जिन पैमानों पर डीजल के दाम तय होते हैं, उनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत सबसे ऊपर है. ऐसे में अगर दुनिया में डीजल महंगा हुआ तो भारत में भी कीमत बढ़ सकती है.
भारत में डीजल की सबसे ज्यादा खपत परिवहन और कृषि क्षेत्र में होती है. महंगाई का सबसे ज्यादा असर इन्हीं दो सेक्टरों पर पड़ता है. डीजल के दाम बढ़ने से इसे खेती से बाजार में लाना महंगा हो जाता है. इससे आम आदमी और किसान दोनों का बजट बिगड़ सकता है.
पेट्रोल और डीजल के आज के भाव
पिछले 5 महीने से ज्यादा समय से देश में तेल की कीमतें लगभग स्थिर बनी हुई हैं. हालांकि, जुलाई में महाराष्ट्र में पेट्रोल 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल 3 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ लेकिन अन्य राज्यों में कीमतें जस की तस रहीं.
दिल्ली 96.72 89.62
मुंबई 106.31 94.27
भोपाल 108.65 93.90
जयपुर 96.20 93.72
चंडीगढ़ 96.20 84.26
रायपुर 102.45 95.44
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मंडी में फोरलेन कटिंग से तीन गांवों पर मंडराया खतरा, प्रशासन ने बंद करवाया काम
Update: Wednesday, November 23, 2022 @ 7:58 PM
मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में फोरलेन (Four lane) का चल रहा कार्य बंद करवा दिया गया है। इसका कारण फोरलेन के लिए की जा रही कंटिग के चलते कई गांव (Three Villages) खतरे के जद में आ गए हैं। जिसके चलते जिला प्रशासन ने फोरलेन कंपनी को तुरंत प्रभाव से टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? काम बंद करने को कहा है। बता दें कि द्रंग विधानसभा क्षेत्र के तहत औट पंचायत के थलौट, नागरानी और फागु टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। गांव के ऊपर पहाड़ी पर बड़ी बड़ी दरारें आ गई हैं। गांव पर आते खतरे को देखते हुए यहां फोरलेन निर्माण कार्य पर रोक (Stop Four Lane Work) लगा दी।
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एसडीएम बालीचौकी सिद्धार्थ आचार्य ने मंगलवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा भी लिया है। वहीं उन्होंने ग्रामीणों से भी बात की। उन्होंने बताया कि पहाड़ी पर दरारें आ गई हैं, और वह धीरे धीरे बढ़ रही हैं। जिसके चलते पहाड़ी के तले बसे तीन गांवों में 32 मकानों, 16 गौशालाओं और तीन मंदिर के साथ एक सरायं पर खतरा मंडराने लगा है। खतरे को देखते हुए ग्रामीणों ने भू-वैज्ञानिकों (Geologists) से घटनास्थल का दौरा कराने की मांग उठाई है। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने एनएचएआई (NHAI) के अधिकारियों को यहां निर्माण कार्य पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
OMG! मेरठ के किसान ने उगाया 16 फीट लंबा गन्ना, दोगुनी हुई आमदनी, जानिए कैसे हुआ कमाल
By : IndiaNewsHindi
| 7 Oct 2022 11:28 AM GMT
मेरठ। पश्चिमी यूपी को गन्ना बेल्ट के रूप में जाना जाता है। इधर, गन्ना हर जगह झूलता पाया जा सकता है। यहां के किसानों में गन्ने के सुधार को लेकर क्या जुनून है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि मेरठ के एक किसान ने रिकॉर्ड सोलह फीट गन्ना दिखाया है. इस किसान ने ऐसी प्रथाएं अपनाईं कि गन्ने की ऊंचाई बढ़ती चली गई। इतना ही नहीं मेरठ की महिलाओं ने भी गन्ने की गुठली के उत्पादन में टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है? अहम योगदान दिया है. समानांतर में, उन्हें रोजगार भी प्रदान किया गया है। यह बीज गन्ने की ऊंचाई को भी प्रभावित करता है।