क्रिप्टो को क्रिप्टोकुरेंसी में डालना

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट के बाद क्रिप्टो एक्सचेंज ने निवेशकों से क्या कहा, जानिए
Crypto exchange News: संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने संबंधी बिल लाने की खबर के बाद आज सुबह से इसके निवेशकों में भगदड़ मची हुई है और पैनिक सैलिंग देखी जा रही है.
By: पीयूष पांडे, एबीपी न्यूज़ | Updated at : 24 Nov 2021 06:33 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
Crypto exchange News: देश में क्रिप्टो एक्सचेंज ने अपने निवेशकों से आग्रह किया है कि वो घबराहट में आकर अपनी क्रिप्टोकरेंसी को आननफानन में ना बेचें. क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज को ऐसा इसलिए कहना पड़ा क्योंकि आज सुबह से ही निवेशक इसमें भारी बिकवाली कर रहे हैं जिसके नतीजे के रूप में कई क्रिप्टो एक्सचेंज लगभग क्रैश होते हुए दिखे.
क्यों आई क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट
संसद के शीतकालीन सत्र में निजी क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने वाला बिल लाने के सरकार की योजना के बाद क्रिप्टो एक्सचेंज में भारी गिरावट दर्ज की गई. आज इस खबर के साथ ही एक और खबर भी आई कि देश की अपनी डिजिटल करेंसी आएगी. दोनों ही खबरों से मौजूदा क्रिप्टो इंवेस्टर्स ने पैनिक सैलिंग शुरू कर दी.
कब लाया जाएगा क्रिप्टोकरेंसी पर बिल
क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 को संसद के शीतकालीन सत्र में लाया जाएगा. बता दें कि ये सत्र 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है और इसका लेजिसलेटिव एजेंडा बीते कल यानी मंगलवार को जारी किया गया था. इसके असर को देखते ही सभी बड़ी डिजिटल करेंसीज में 15 फीसदी तक की बड़ी गिरावट देखी गई. इसके तहत बिटकॉइन में करीब 18.53 फीसदी, इथेरियम में 15.58 फीसदी और टेथर में 18.29 फीसदी की गिरावट देखी गई.
वजीरएक्स के फाउंडर ने क्या कहा
आज क्रिप्टो एक्सचेंज में दिख रही भारी क्रिप्टो को क्रिप्टोकुरेंसी में डालना बिकवाली को देखते हुए वजीरएक्स के फाउंडर और सीईओ निश्चल शेट्टी ने कहा कि कल रात से ही हमें एक्सचेंज पर भारी बिकवाली देखने को मिल रही थी जिसे हमारे वजीरएक्स के आईएनआर मार्केट में देखा गया. ये मुख्य तौर से इसी खबर के बाद आई जिसमें संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो बिल लाने की बात कही गई थी. वैसे भी बिल में ठीक उसी तरह का वर्णन है जो जनवरी 2021 में था. उस समय भी इस बिल के आने की खबरों के बाद निवेशकों के मन में काफी डर बैठ गया था.
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भारत के मार्केट में दिख रही थी अभूतपूर्व तेजी- निश्चल शेट्टी
निश्चल शेट्टी ने ABP न्यूज से बात करते हुए कहा कि भारतीय क्रिप्टो मार्केट में लगातार बढ़ती मांग के कारण क्रिप्टो बाजार में ग्लोबल बाजारों के मुकाबले 5 से 8 फीसदी का हल्का प्रीमियम देखा जा रहा था. हालांकि पैनिक सैलिंग या घबराहट में की जा रही बिकवाली के चलते भारतीय बाजार में भी गिरावट आई और ये कुछ अंतराल के लिए करीब 15 से 20 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा था. हालांकि अब मार्केट में रिकवरी देखी जा रही है और इस समय ये बाजार करीब 4 फीसदी डिस्काउंट पर ही ट्रेड कर रहा है.
वित्त सचिव पहले ही दे चुके थे संकेत
कई मौकों पर पूर्व फाइनेंस सेक्रेटरी सुभाष चंद्र गर्ग इस बात की पैरवी कर चुके हैं कि क्रिप्टो के लिए करेंसी शब्द के यूज पर कुछ लगाम लगाई जानी चाहिए. निश्चल शेट्टी ने ये भी कहा कि " क्रिप्टो को कई वर्ग जैसे करेंसी, ऐसेट, यूटिलिटी और सिक्योरिटी के तहत क्लासीफाइड या वर्गीकृत किया जा सकता है तो करेंसी इसके कई रूपों में से एक हो सकता है. एक इंडस्ट्री के रूप में हमें इस बात का पूरा ज्ञान है कि आईएनआर (इंडियन नेशनल रुपी) देश में चलने वाली एकमात्र लीगल करेंसी है और क्रिप्टो एक ऐसेट है जिसे लोग खरीद और बेच सकते हैं.
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर क्रिप्टो बिल संसद में लाया जाता है तो इस पर कई विचार विमर्श होंगे और बिल को लेकर कई तरह के आयाम सामने आएंगे. साथ ही क्रिप्टो के रेगुलेशन पर भी काम किया जा रहा है और हमें अपने कानून के निर्माताओं पर भरोसा होना चाहिए.
पीएम मोदी भी जता चुके हैं चिंता
इस महीने में पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ऐसी बैठक की अध्यक्षता कर चुके हैं जिसमें क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य पर चर्चा की गई और इसमें सर्वसम्मति बनी कि क्रिप्टो को अनाधिकृत बाजारों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का जरिया न बनने दिया जाए.
ZebPay के अविनाश शेखर ने भी बताया अपना रुख
ZebPay के को-सीईओ अविनाश शेखर ने कहा कि हम इस बिल के विषय में और विवरण का इंतजार कर रहे हैं. सरकार ने पहले ही क्रिप्टो को समझने और इसके स्टेकहोल्डर्स, निवेशकों, एक्सचेंज और पॉलिसीमेकर्स पर होने वाले असर को जानने के लिए कई पॉजिटिव कदम उठाए हैं. हमें विश्वास है कि इनके साथ हुई चर्चा को ध्यान में रखकर और सभी इनपुट पर नजर डालते हुए सरकार कोई फैसला लेगी.
जितनी भी निजी क्रिप्टोकरेंसी हैं उनके चलते ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को 'गहरी चिंता' जताने पर मजबूर होना पड़ा. बिटकॉइन जो दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है वो फिलहाल करीब 60,000 डॉलर के रेट पर ट्रेड कर रही है जो इस साल की शुरुआत में इसके लेवल के दोगुने से भी ज्यादा है. इसके चलते ही इसे खरीदने के लिए निवेशकों में आपाधापी मची. बता दें कि आरबीआई ने जून 2021 में ही कहा था कि वो दिसंबर 2021 तक अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च करने पर कार्य कर रहा है.
ABP न्यूज से बात करते हुए कैशा के फाउंडर और सीईओ कुमार गौरव ने कहा कि "क्रिप्टोकरेंसी में पहले ही भारी मात्रा में पैसा आ चुका है, इसके वॉल्यूम काफी बड़े हैं और बीतते समय के साथ इसके इंवेस्टर्स लगातार बढ़े ही हैं. अगर इन पर पूरी तरह बैन लगाया जाता है तो अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा क्योंकि फिर ये सिर्फ ब्लैक मार्केट को बढ़ाने का ही काम करेंगी. सरकार भी इन सारी बातों को समझती है और जानती है कि इसके चलन को देखते हुए केवल ऐसे कदम उठाने होंगे जिससे ये मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गलत क्षेत्र में उपयोग नहीं की जाए- ऐसा हमें भरोसा है.
इंडस्ट्री के एस्टीमेट के अनुसार देखा जाए तो भारत में करीब 1.5 करोड़ से 2 क्रिप्टो को क्रिप्टोकुरेंसी में डालना करोड़ क्रिप्टो इंवेस्टर्स हैं जिनके पास मौजूद कुल क्रिप्टो ऐसेट्स की वैल्यू करीब 40,000 करोड़ रुपये हो सकती है यानी ये 5.39 अरब डॉलर के आसपास का कारोबार हो सकती है. वहीं दुबई के एक केंद्रीयकृत एक्सचेंज DIFX के मुताबिक भारत का क्रिप्टो को बैन करने वाला बिल लाने की बात निराशाजनक है.
Unocoin के को-फाउंडर ने क्या कहा
ABP न्यूज से बात करते हुए Unocoin के को-फाउंडर और सीईओ सात्विक विश्वनाथ ने कहा कि हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि बिल के क्या क्या प्रावधान होंगे. ये निराशाजनक है कि बाजार इसे इस निगेटिव व्यू में ले रहा है. अभी ये बताना मुश्किल है कि देश के क्रिप्टो एक्सचेंज पर इसका कैसा असर होगा. खासतौर पर जब भारत डिजिटाइजेशन की तरफ बढ़ रहा है तो बैन लगाना एक अवसर को खोने जैसा होगा. देश में करीब 1.5 करोड़ क्रिप्टो निवेशक हैं और करीब 20 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं.
आपको बता दें कि हाल के दिनों में ऐसे विज्ञापनों की संख्या में काफी तेजी आई जो ये दावा करते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी निवेश एक सरल रास्ता है और ये बड़े अच्छे रिटर्न दिला सकता है. हालांकि इस दौरान ये डर लगातार बना हुआ है कि ऐसी करेंसी सामान्य निवेशकों को झूठे आश्वासन दे रही हैं जो चिंता का विषय है.
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Published at : 24 Nov 2021 06:26 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin cryptocurrency exchange Crypto exchange Cryptocurrency Fear Cryptocurrency Rate हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Cryptocurrency: बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर भारत में लगेगा प्रतिबंध, खुद की डिजिटल करेंसी की तैयारी में RBI
Cryptocurrency: बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर भारत में प्रतिबंध लगेगा. वहीं, आरबीआई खुद की डिजिटल करेंसी लाने की तैयारी में है.
Published: November 24, 2021 9:13 AM IST
Cryptocurrency: सरकार द्वारा एक नया वित्तीय विनियमन विधेयक पेश करने की घोषणा के बाद भारत निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पेश करने के लिए तैयार में है. लोकसभा की एक विज्ञप्ति के क्रिप्टो को क्रिप्टोकुरेंसी में डालना अनुसार, “भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने वाला विधेयक” अगले सप्ताह से शुरू होने वाले सत्र में संसद में लाए जाने वाले 26 कानूनों में से एक है.
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बता दें, भारत में वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी के लिए कोई विनियमन नहीं है – विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्राओं जैसे कि बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम का एक सेट जो किसी भी बैंकिंग नियामक द्वारा विनियमित नहीं है. आपको बता दें, क्रिप्टोकुरेंसी बिल ऐसे समय में सूचीबद्ध होने जा रहा है, जब इस विषय में ज्यादा लोग रुचि दिखा रहे हैं.
सभी ‘निजी क्रिप्टोकरेंसी’ पर प्रतिबंध लगाने वाला विधेयक
- ‘द क्रिप्टोक्यूरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’, यह पेश करने, विचार करने और पारित करने के लिए नए बिलों की सूची में से एक है.
- यह विधेयक भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण के लिए एक सुविधाजनक ढांचा तैयार करेगा.
- इस बिल में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने का भी प्रयास है.
- हालांकि, यह क्रिप्टोकुरेंसी की अंतर्निहित तकनीक और इसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कुछ अपवाद भी इससे जुड़े हैं.
पीएम ने युवाओं को क्रिप्टोकरंसी के जाल में नहीं फंसने की गुजारिश की
पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने दुनिया के लोकतंत्रों के बीच सहयोग का आग्रह किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी “गलत हाथों में न जाए”.
पीएम मोदी ने कहा था कि सभी राष्ट्रों को राष्ट्रीय अधिकारों को पहचानना चाहिए और साथ ही व्यापार, निवेश और व्यापक सार्वजनिक भलाई को बढ़ावा देना चाहिए. उदाहरण के लिए क्रिप्टो-मुद्रा या बिटकॉइन को लें. यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक राष्ट्र इस पर एक साथ काम करें और सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है.
13 नवंबर को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टोकुरेंसी के भविष्य पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की, इस चिंता के बीच कि अनियमित क्रिप्टो बाजार मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक वित्तपोषण के लिए रास्ते बन सकते हैं.
खुद की डिजिटल करेंसी की दिशा में काम कर रहा आरबीआई
भारतीय रिज़र्व बैंक ने कई मौकों पर इस बात पर प्रकाश डाला है कि उसे लगता है कि बिटकॉइन, एथेरियम और डॉगकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी कई अन्य लोगों के बीच वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करती है और निवेशकों से वादों से क्रिप्टोकरेंसी पर रिटर्न “लालच” नहीं होने के लिए कहते हुए बाजार मूल्य के अपने दावों पर भी सवाल खड़े करती है.
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देश का पहला Cryptocurrency Index जारी, IC15 के बारे में जानें डिटेल में
दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी की बढ़ते दायरे के बीच सुपर ऐप क्रिप्टोवायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15 जारी किया
Published: January 7, 2022 11:10 PM IST
नई दिल्ली: दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी की बढ़ते दायरे के बीच सुपर ऐप क्रिप्टोवायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15
जारी करने की घोषणा की है. बता दें कि पिछले कुछ साल साल से क्रिप्टोकरेंसी एक संपत्ति वर्ग के रूप में उभरा है. इसकी स्वीकार्यता बढ़ने के साथ लोगों की इसमें रुचि बढ़ रही है.
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क्रिप्टोवायर (क्रिप्टो सुपर ऐप) ने एक बयान में कहा कि सूचकांक दुनिया के प्रमुख क्रिप्टो बाजारों (crypto markets exchange) पर सूचीबद्ध व्यापक रूप
से कारोबार वाली शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन पर नजर रखेगा और उसे मापेगा.
80 प्रतिशत से अधिक बाजार गतिविधियों पर नजर रखेगा
क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने कहा, यह सूचकांक (Cryptocurrency Index) 80 प्रतिशत से अधिक बाजार गतिविधियों पर गौर करेगा. इस प्रकार, मौलिक रूप से यह संबंधित बाजार की वास्तविक स्थिति को सामने लाएगा. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी. सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और
आधार तिथि एक अप्रैल, 2018 है.
सूचकांक संचालन समिति एक्सपर्ट रहेंगे शामिल
बयान के अनुसार, क्रिप्टोवायर की सूचकांक संचालन समिति हर तिमाही में इसे पुनर्संतुलित करेगी, उस पर नजर रखेगी और उसे क्रियान्वित करेगी. समिति में क्षेत्र के विशेषज्ञ, उद्योग से जुड़े लोग और शिक्षाविद शामिल हैं.
क्रिप्टो इंडेक्स IC15 में ये करेंसी शामिल
सूचकांक आईसी15 (IC15) में बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum), एक्सआरपी (XRP), लाइटकॉइन (Litecoin), बिनांस कॉइन (Binance Coin), सोलाना (Solana), टेरा (Terra) और चेनलिंक (ChainLink) जैसी क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं.
क्रिप्टो करेंसी के सख्त मानक
दुनिया मौजूद 400 कॉइन्स की सूची में शामिल होने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का बिजनेस कम-से-कम 90 प्रतिशत होना चाहिए. ट्रेडिंग वैल्यू में 100 शीर्ष करेंसी में इसका स्थान
होना चाहिए. सर्कुलेटिंग मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में योग्य क्रिप्टोकरेंसी शीर्ष 50 में भी होनी चाहिए. इसके बाद समिति शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी. सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और आधार तिथि 1 अप्रैल, 2018 है.
आरबीआई की कमेटी ने कहा था- क्रिप्टोकरेंसी को टोकन में रूप में नियमन किया जा सकता है
बता दें कि बीते दिनों क्रिप्टोकरेंसी के सवाल पर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) एमपीसी की सदस्य ने कहा कि उन्हें ‘क्रिप्टो-टोकन’ कहना अधिक उचित होगा. उन्हें मुद्रा के समान स्वीकार्य नहीं माना जा सकता. मुद्रा के रूप में उनके इस्तेमाल पर प्रतिबंध होना चाहिए, लेकिन टोकन में रूप में उनका नियमन किया जा सकता है. यह भी गौर करने की बात है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देशों को क्रिप्टोकरेंसीपर एक साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि यह गलत हाथों में न जाए. आभासी मुद्रा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा था, ”उदाहरण के लिए क्रिप्टोकुरेंसी या बिटकॉइन लें. यह महत्वपूर्ण है कि सभी देश इस पर मिलकर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है.”
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पहला 100% क्रिप्टो संपत्ति लेनदेन
ब्रागा में T3 अपार्टमेंट को तीन बिटकॉइन के लिए खरीदा गया था, यानी €110,000 के बारे में। इसका मतलब यह है कि पुर्तगाल और यूरोप में पहली बार, यूरो में किसी भी रूपांतरण के बिना केवल क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके एक घर का कारोबार किया गया था।
नया विनियमन
पिछले महीने लॉन्च किए गए ऑर्डर ऑफ नोटरी के नए विनियमन के साथ, अब 100% क्रिप्टो ऑपरेशन करना संभव है। किस तरह? एक एक्सचेंज के माध्यम से: खरीदार विक्रेता को अपनी क्रिप्टोकरेंसी सौंपता है और संपत्ति के अधिकार के लिए डिजिटल पैसे का आदान-प्रदान होता है। ध्यान दें कि, इस विनियमन से पहले, घर खरीदते समय, ऑपरेशन करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी को यूरो में बदलना सबसे पहले आवश्यक था।
“यह विलेख एक ऐतिहासिक मील के पत्थर का प्रतिनिधित्व करता है, एक भौतिक संपत्ति के लिए एक डिजिटल संपत्ति का हस्तांतरण - एक घर - यूरो में किसी भी रूपांतरण के बिना”, अपने फेसबुक पेज पर ज़ोम पर प्रकाश डाला गया, जिसने ऑपरेशन में भाग लिया।
ज़ोम के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी कार्लोस सैंटोस के लिए, “मध्यस्थता का भविष्य क्रिप्टो परिसंपत्तियों से गुजरेगा, इसलिए हम मानते हैं कि यह लेनदेन संभावित व्यवसाय की एक पूरी नई दुनिया शुरू करेगा”, उन्होंने एक बयान में उद्धृत किया।
घातीय वृद्धि
“इस प्रकार के व्यवसाय में एक घातीय वृद्धि होगी और पुर्तगाल डिजिटल अर्थव्यवस्था के संदर्भ में बहुत आशाजनक संकेत दिखा रहा है, इसलिए हम मानते हैं कि यह ऑपरेशन विकास और मूल्य निर्माण के लिए एक महान अवसर हो सकता है”, नूनो दा सिल्वा विएरा, एक वकील और भागीदार कहते हैं। एंटास दा कुन्हा ईसीआईजेए का कानूनी खुफिया अभ्यास क्षेत्र।
क्रिप्टो ब्लूज़ को हराने के लिए तीन सिक्के: ग्नोक्स (जीएनओएक्स), एपेकोइन (एपीई) और एवे (एएवी)
स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स, क्रिप्टो परिसंपत्तियों और विकेंद्रीकृत विनिमय सेवाओं में बढ़ती रुचि के कारण कंपनियों ने विकेंद्रीकृत वित्त (डीआईएफआई) में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। इनमें से कई DeFi परियोजनाओं को कई बार वित्त पोषित किया गया है और क्रिप्टो को क्रिप्टोकुरेंसी में डालना एक महत्वपूर्ण उपयोगकर्ता आधार है।
द्वारा Advertiser, in क्रिप्टो · 25 Month5 2022, 12:32 · 0 टिप्पणियाँ
क्रिप्टो ब्लूज़ को हराने के लिए तीन सिक्के: ग्नोक्स (जीएनओएक्स), एपेकोइन (एपीई) और एवे (एएवी)
कई लोग यह भी जानते हैं कि ब्लॉकचेन ब्याज, गैस शुल्क और अन्य ब्लॉकचेन प्रगति से कैसे लाभ होता है। DeFi दुनिया पर एक नज़र डालते हुए, ये ऐसी परियोजनाएँ हैं जिनके 2022 में बढ़ने की उम्मीद है।
जीनोक्स (जीएनओएक्स)
“मेकिंग डेफी ईज़ी” की टैगलाइन के साथ, Gnox उन उपयोगकर्ताओं के लिए है जो DeFi आय के संपर्क में आना चाहते हैं, लेकिन विभिन्न पूलों का प्रबंधन और पुल नहीं करना चाहते हैं।
इसका लक्ष्य बिना किसी अतिरिक्त कदम की आवश्यकता के अपने धारकों को समान स्तर की सेवा प्रदान करना है। वे क्रिप्टोकुरेंसी नवागंतुकों को खरीदने, पकड़ने और लाभ के लिए आमंत्रित करते हैं जबकि ग्नोक्स ग्रंट काम को संभालता है।
Gnox पहला DeFi कमाई प्रोटोकॉल है जो सभी प्रकार के निवेशकों को अपने खजाने के माध्यम से “यील्ड फार्मिंग एज़ ए सर्विस” प्रदान करता है।
Gnox अपने खजाने का उपयोग पुरस्कारों को उधार देने और पुनः प्राप्त करने के लिए करेगा, जिससे मंच स्थायी और लगातार बढ़ते मुनाफे को सुनिश्चित करते हुए निवेशकों को मूल्य प्रदान कर सके।
वे थोड़े से खजाने से शुरू करेंगे, लेकिन जैसे-जैसे यह बढ़ता है उनकी क्रय शक्ति बढ़ती जाएगी। इससे अधिक अनूठी विशेषताओं को विकसित करने और दीर्घकालिक धारकों के लिए अधिक प्रोत्साहन उत्पन्न करने की उनकी क्षमता में सुधार होगा।
एपेकॉइन (APE)
एपेकोइन मार्च 2022 में बोरिंग एप यॉट क्लब द्वारा लॉन्च की गई एक नई क्रिप्टोकरेंसी है, जो एक संपन्न आभासी समुदाय है क्रिप्टो को क्रिप्टोकुरेंसी में डालना जिसने संस्कृति, कला, गेमिंग और मनोरंजन में रुचि रखने वाले मशहूर हस्तियों सहित विभिन्न लोगों को आकर्षित किया है।
यह क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रशासन, बहीखाता पद्धति, परियोजना प्रबंधन, और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक अन्य जिम्मेदारियों के प्रभारी होंगे कि डीएओ समुदाय नए वेब 3 अनुप्रयोगों और सेवाओं का निर्माण कर सकता है, जैसे कि एपीई एनएफटी सिक्का।
एपीई सिक्का बाजार में नया है, लेकिन जल्दी ही शीर्ष -100 ट्रेडिंग क्रिप्टो तक पहुंच गया है। इसे कई बड़े एक्सचेंजों में भी जोड़ा गया था, जिससे लॉन्च होने के बाद अगले दिन परिसंपत्ति की कीमत बढ़कर $17 हो गई।
एपेकोइन का मूल्य आसमान छूने का अनुमान है। यदि APE सफलतापूर्वक मेटावर्स और NFT बाजार दोनों में अपनी स्थिति को मजबूत करता है, तो क्रिप्टोक्यूरेंसी 30 की पहली तिमाही तक $2030 तक पहुंच सकती है।
आवे (Aave)
Aave 2017 में अपनी स्थापना के बाद से विकेंद्रीकृत ऐप्स को अनुमति देने में एक स्तंभ रहा है। Aave, पूर्व में ETHLend, Ethereum ब्लॉकचेन तकनीक और DeFi टोकन पर आधारित एक ओपन-सोर्स लिक्विडिटी पूल है।
Aave का कार्यक्रम उपयोगकर्ताओं को DeFi पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर 20 से अधिक विभिन्न क्रिप्टो परिसंपत्तियों का व्यापार करने की अनुमति देता है, जिसमें स्थिर स्टॉक और अन्य डिजिटल मुद्राओं के विविध स्पेक्ट्रम शामिल हैं।
जबकि क्रिप्टो क्षेत्र में अधिक भीड़ बढ़ रही है, Aave एक बाजार निर्माता के रूप में अपनी निरंतर स्थिति के लिए उल्लेखनीय है। शुरू करने के लिए, Aave प्रोटोकॉल लोगों को ब्याज कमाने और विकेंद्रीकृत तरीके से संपत्ति उधार लेने में सक्षम बनाता है। क्योंकि यह ओपन-सोर्स है, इसलिए व्यवसायों और ग्राहकों के लिए क्रिप्टो बाजार में उपज खेती, तरलता पूल और यहां तक कि स्टेकिंग (अपने स्वयं के डेफी सिक्का, एएवीई सिक्का के माध्यम से) जैसी गतिविधियों में शामिल होना सरल है।
निष्कर्ष
विकेंद्रीकृत वित्त क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार को अधिक सुलभ, लोकतांत्रिक और स्थिर बनने में मदद करेगा। व्यापारी, निवेशक, उद्यमी और संस्थान इसका उपयोग कर सकते हैं। इस लेख में उल्लिखित लोगों की तुलना में DeFi के कई अधिक उपयोग हैं, जो उपयोगकर्ताओं को उनकी आवश्यकता की तकनीक देते हैं।