क्या ओटीसी स्टॉक आपको अमीर बना सकते हैं

भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास – History of Indian stock market
नमस्कार दोस्तों, आज हम जानेगे भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास (History of Indian stock market in Hindi) क्या है। आज हम डीप से भारतीय शेयर मार्केट के इतिहास को जानने की कोशिश करेंगे, की केसे एक बरगद के पेड़ नीचे शुरू हुआ मार्केट आज दुनिया के Top 10 Largest Stock market मे गिनती होने लगा। दोस्तों इंटरनेट और ऑफलाइन बहोत रिसर्च करने के बाद यह आर्टिकल तैयार हुआ है। मे प्रयास करूंगा की आपको पूरी जानकारी दे पाउ, लेकिन अगर कुछ Point बाकी रह जाए तो कृपया करके Comment मे जरूर बताए।
शेयर मार्केट निवेशकों के लिए एक आम शब्द बन चुका है। और जो लोग निवेश करते है, उनके मुह पर पूरे दिन यह शब्द गूँजता रहता है। लेकिन अभी भी की लोगों को शेयर मार्केट को लेके कई सवाल है, की भारत मे शेयर बाजार की शुरुआत केसे हुई? पहले शेयर बाजार केसे काम करता था? भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास क्या है? भारत मे कितने Stock Exchange थे और अभी कितने है? और आज भारत मे शेयर बाजार की क्या स्थिति है। तो चलिए दोस्तों आज भारतीय शेयर मार्केट को आसान भाषा मे और गहराई से समजते है।
भारत मे शेयर मार्केट की शुरुआत केसे हुई?
आज़ादी मिलने के 107 वर्ष पहले ही भारत में शेयर बाज़ार की नींव पड़ चुकी थी। और दोस्तों अपको यह जानकार बहोत ही आश्चर्य होगा की शुरुआत के दिनों मे मुंबई स्थित टाउनहॉल के पास बरगद के पेड़ के नीचे ही शेयरों का सौदा किया जाता था। और शुरुआती दिनों मे लगभग 20-25 लोग ही मिलकर बरगद के पेड़ के नीचे शेयरों की खरीद और बिक्री करते थे। और फिर धीरे धीरे ऐसेही शेयरों की बिक्री होने लगी।
लेकिन फिर साल दर साल निवेशकों की संख्या बहोत बढ़ती गई, और फिर ईश.1875 में भारत मे पहला Stock Exchange का निर्माण हुआ, जोकि दलाल स्ट्रीट के पास बनाया गया, जिसे आज हम सब बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज-BSE क्या ओटीसी स्टॉक आपको अमीर बना सकते हैं के नाम से जानते है। और दोस्तों आपको यह जानकार बहोत खुसी होगी की BSE भारत का ही नही पूरे Asia का पहला स्टॉक एक्सचेंज है। और उसके कुछ सालों बाद ही ईस.1988 मे सरकार द्वारा SEBI-Security and Exchange Board of India की स्थापना की गई। लेकिन 30 जनवरी 1992 को Sebi ऐक्ट.1992 के तहत वैधानिक मान्यता मिली।
वेसे तो यह बहोत काम लाइने भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास बया करने के लिए लेकिन मेने पूरा प्रयास करके बहोत ही कम शब्दों मे आपके सामने प्रस्तुत किया है।
भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं? – How many stock exchanges are there in India?
आज ज्यादातर लोग दो ही स्टॉक एक्सचेंज को जानते है, 1) National Stock Exchange-NSE और 2) Bombay Stock Exchange-BSE. अगर हम आज की बात करे तो BSE और NSE भारत के दो महत्वपूर्ण Stock Exchange हैं। यह दोनों Exchange (BSE&NSE) मे लिस्ट हुई कंपनियों के शेयर, निवेशक ब्रोकर के साथ मिलकर सीधे खरीदते और बेचते हैं।
और विश्व के सबसे बड़े Stock Exchange लिस्ट मे BSE 10वे नंबर पर है।और आपकी जानकारी के लिए बात दु, Sensex की स्थापना Premchand Raichand जिनको हम ‘बिग बुल’ के नाम से जानते है उन्होंने की थी। और अगर बात की जाए भारत के दूसरे बड़े Stock exchange जिसे हम सब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज-NSE के नाम से जानते है। और NSE भारत का पहला पूर्ण तरीके से कंप्यूटराइज्ड Stock Exchange है. या यू कहा जाए की पूर्ण तरीके से पेपरलेस। दोस्तों NSE की स्थापना ईस.1992 मे की गई थी।
लेकिन दोस्तों आपको यह जानकार आश्चर्य होगा की भारत में इन दो Exchange के अलावा भी अन्य 21 Stock Exchange थे, जोकी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सीमा पर कार्य करते थे. वहीं 8 Stock Exchange आज भी कार्यरत हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे हैं। और अब SEBI के नए नियमों के आने के बाद इनमें से 20 क्षेत्रीय एक्सचेंज बंद हो गए। सभी Exchanges की सूची नीचे दी गई है।
ऑपरेटिंग कमोडिटी एक्सचेंज.
- इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX); कमोडिटी ट्रेडिंग देखें
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX)
- नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX)
ऑपरेटिंग स्टॉक एक्सचेंज.
- मुंबई बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), भारत के दो प्रमुख बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE), भारत के दो प्रमुख बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है।
- कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज, एक छोटा स्टॉक एक्सचेंज
- गिफ्ट सिटी में इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX),
- मुंबई में मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MSE)
- दिल्ली में एनएसई आईएफएससी लिमिटेड (NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज)
पूर्व स्टॉक एक्सचेंज (जोकि अभी बंध हो चुके है।)
- अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज (2018 में बंद हुआ)
- दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज (2017 में बंद हुआ)
- गुवाहाटी स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- जयपुर स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- मद्रास स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) (2015 में बंद हुआ)
- भारत का ओटीसी एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- पुणे स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- यूपी स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- वडोदरा स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- बैंगलोर स्टॉक एक्सचेंज (2014 में बंद हुआ)
- कोचीन स्टॉक एक्सचेंज, कोच्चि (2014 में बंद हुआ)
- इंटर-कनेक्टेड स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (2014 में बंद हुआ)
- लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज (2014 में बंद हुआ)
- भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंज (2005 में बंद हुआ)
- कोयंबटूर स्टॉक एक्सचेंज (2009 में ट्रेडिंग से बाहर निकलने का अनुरोध किया गया)
- हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंज (2007 में बंद हुआ)
- मगध स्टॉक एक्सचेंज (2007 में बंद हुआ)
- मैंगलोर स्टॉक एक्सचेंज (2004 में बंद हुआ)
आज़ादी के बाद कितना बदला भारतीय शेयर मार्केट?
दोस्तों अगर बात की जीए Share market के बदलाव की तो पहले के मुकाबले आज Share market मे काम करने का तरीका अब पहले से काफी स्पष्ट है. आज technology के माध्यम से एक आम आदमी शेयर मार्केट मे निवेश कर सकता है। जोकि पहले कुछ अमीर ही करते थे। नई नई तकनीक के आजाने से आज के समय में कोई भी काही से भी शेयर मार्केट मे निवेश कर सकता है। आप कोई भी Discount broker के अपना Demat and trading account open करके निवेश कर सकते है, जिनका ब्रोकरेज भी दूसरे ब्रोकर के मुकाबले बहोत कम रहता है।
आजके जमाने मे शेयर मार्केट मे इन्वेस्ट करना बहोत ही आसान हो गया है। और सबको अपने और अपने बचों और रितरड़मेंट के लिए निवेश करना बेहत जरूरी है। दोस्तों मेने भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास की पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है, लेकिन कुछ बाकी रह गया हो या मेरे बताने मे कुछ गलत हो तो Comment जरूर करें।
निष्कर्ष – Conclusion:
तो आज हमने यह जाना की भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास क्या है? और केसे भारत मे शेयर मार्केट की शुरुआत हुई थी? और आज भारतीय शेयर मार्केट की क्या स्थिति है, दोस्तों आज शेयर मार्केट मे निवेश करना बहोत ही आसान हो गया, आज आपको पहले की तरह कागजी कारवाई नहीं करनी पड़ती। आज पूरा सीस्टम एसा बना दिया गया है। आप अपने मोबाईल से घर बैठे बैठे बहोत ही छोटी रकम से निवेश करना स्टार्ट कर सकते है। और हम जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी निवेश करना शुरू कर देना चाहिए।
यह पोस्ट पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद,
आपको हमारा यह आर्टिकल (History of Indian stock market in Hindi) केसा लगा Comment करके हमे जरूर बताए। अगर यह आर्टिकल से आपको सही जानकारी मिली हो, तो अपने दोस्तों को भी Share करिए। और ऐसी ही Stock Market daily updates और Stock market की basic जानकारी के लिए हमे Social media पर Join जरूर करें। हम सभी सोशल मीडिया पे उपलब्ध है।
भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास – History of Indian stock market
नमस्कार दोस्तों, आज हम जानेगे भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास (History of Indian stock market in Hindi) क्या है। आज हम डीप से भारतीय शेयर मार्केट के इतिहास को जानने की कोशिश करेंगे, की केसे एक बरगद के पेड़ नीचे शुरू हुआ मार्केट आज दुनिया के Top 10 Largest Stock market मे गिनती होने लगा। दोस्तों इंटरनेट और ऑफलाइन बहोत रिसर्च करने के बाद यह आर्टिकल तैयार हुआ है। मे प्रयास करूंगा की आपको पूरी जानकारी दे पाउ, लेकिन अगर कुछ Point बाकी रह जाए तो कृपया करके Comment मे जरूर बताए।
शेयर मार्केट निवेशकों के लिए एक आम शब्द बन चुका है। और जो लोग निवेश करते है, उनके मुह पर पूरे दिन यह शब्द गूँजता रहता है। लेकिन अभी भी की लोगों को शेयर मार्केट को लेके कई सवाल है, की भारत मे शेयर बाजार की शुरुआत केसे हुई? पहले शेयर बाजार केसे काम करता था? भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास क्या है? भारत मे कितने Stock Exchange थे और अभी कितने है? और आज भारत मे शेयर बाजार की क्या स्थिति है। तो चलिए दोस्तों आज भारतीय शेयर मार्केट को आसान भाषा मे और गहराई से समजते है।
भारत मे शेयर मार्केट की शुरुआत केसे हुई?
आज़ादी मिलने के 107 वर्ष पहले ही भारत में शेयर बाज़ार की नींव पड़ चुकी थी। और दोस्तों अपको यह जानकार बहोत ही आश्चर्य होगा की शुरुआत के दिनों मे मुंबई स्थित टाउनहॉल के पास बरगद के पेड़ के नीचे ही शेयरों का सौदा किया जाता था। और शुरुआती दिनों मे लगभग 20-25 लोग ही मिलकर बरगद के पेड़ के नीचे शेयरों की खरीद और बिक्री करते थे। और फिर धीरे धीरे ऐसेही शेयरों की बिक्री होने लगी।
लेकिन फिर साल दर साल निवेशकों की संख्या बहोत बढ़ती गई, और फिर ईश.1875 में भारत मे पहला Stock Exchange का निर्माण हुआ, जोकि दलाल स्ट्रीट के पास बनाया गया, जिसे आज हम सब बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज-BSE के नाम से जानते है। और दोस्तों आपको यह जानकार बहोत खुसी होगी की BSE भारत का ही नही पूरे Asia का पहला स्टॉक एक्सचेंज है। और उसके कुछ सालों बाद ही ईस.1988 मे सरकार द्वारा SEBI-Security and Exchange Board of India की स्थापना की गई। लेकिन 30 जनवरी 1992 को Sebi ऐक्ट.1992 के तहत वैधानिक मान्यता मिली।
वेसे तो यह बहोत काम लाइने भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास बया करने के लिए लेकिन मेने पूरा प्रयास करके बहोत ही कम शब्दों मे आपके सामने प्रस्तुत किया है।
भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं? – How many stock exchanges are there in India?
आज ज्यादातर लोग दो ही स्टॉक एक्सचेंज को जानते है, 1) National Stock Exchange-NSE और 2) Bombay Stock Exchange-BSE. अगर हम आज की बात करे तो BSE और NSE भारत के दो महत्वपूर्ण Stock Exchange हैं। यह दोनों Exchange (BSE&NSE) मे लिस्ट हुई कंपनियों के शेयर, निवेशक ब्रोकर के साथ मिलकर सीधे खरीदते और बेचते हैं।
और विश्व के सबसे बड़े Stock Exchange लिस्ट मे BSE 10वे नंबर पर है।और आपकी जानकारी के लिए बात दु, Sensex की स्थापना Premchand Raichand जिनको हम ‘बिग बुल’ के नाम से जानते है उन्होंने की थी। और अगर बात की जाए भारत के दूसरे बड़े Stock exchange जिसे हम सब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज-NSE के नाम से जानते है। और NSE भारत का पहला पूर्ण तरीके से कंप्यूटराइज्ड Stock Exchange है. या यू कहा जाए की पूर्ण तरीके से पेपरलेस। दोस्तों NSE की स्थापना ईस.1992 मे की गई थी।
लेकिन दोस्तों आपको क्या ओटीसी स्टॉक आपको अमीर बना सकते हैं यह जानकार आश्चर्य होगा की भारत में इन दो Exchange के अलावा भी अन्य 21 Stock Exchange थे, जोकी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सीमा पर कार्य करते थे. वहीं 8 Stock Exchange आज भी कार्यरत हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे हैं। और अब SEBI के नए नियमों के आने के बाद इनमें से 20 क्षेत्रीय एक्सचेंज बंद हो गए। सभी Exchanges की सूची नीचे दी गई है।
ऑपरेटिंग कमोडिटी एक्सचेंज.
- इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX); कमोडिटी ट्रेडिंग देखें
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX)
- नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX)
ऑपरेटिंग स्टॉक एक्सचेंज.
- मुंबई बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), भारत के दो प्रमुख बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE), भारत के दो प्रमुख बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है।
- कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज, एक छोटा स्टॉक एक्सचेंज
- गिफ्ट सिटी में इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज (India INX),
- मुंबई में मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MSE)
- दिल्ली में एनएसई आईएफएससी लिमिटेड (NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज)
पूर्व स्टॉक एक्सचेंज (जोकि अभी बंध हो चुके है।)
- अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज (2018 में बंद हुआ)
- दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज (2017 में बंद हुआ)
- गुवाहाटी स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- जयपुर क्या ओटीसी स्टॉक आपको अमीर बना सकते हैं स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- मद्रास स्टॉक एक्सचेंज (एमएसई) (2015 में बंद हुआ)
- भारत का ओटीसी एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- पुणे स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- यूपी स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- वडोदरा स्टॉक एक्सचेंज (2015 में बंद हुआ)
- बैंगलोर स्टॉक एक्सचेंज (2014 में बंद हुआ)
- कोचीन स्टॉक एक्सचेंज, कोच्चि (2014 में बंद हुआ)
- इंटर-कनेक्टेड स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (2014 में बंद हुआ)
- लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज (2014 में बंद हुआ)
- भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंज (2005 में बंद हुआ)
- कोयंबटूर स्टॉक एक्सचेंज (2009 में ट्रेडिंग से बाहर निकलने का अनुरोध किया गया)
- हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंज (2007 में बंद हुआ)
- मगध स्टॉक एक्सचेंज (2007 में बंद हुआ)
- मैंगलोर स्टॉक एक्सचेंज (2004 में बंद हुआ)
आज़ादी के बाद कितना बदला भारतीय शेयर मार्केट?
दोस्तों अगर बात की जीए Share market के बदलाव की तो पहले के मुकाबले आज Share market मे काम करने का तरीका अब पहले से काफी स्पष्ट है. आज technology के माध्यम से एक आम आदमी शेयर मार्केट मे निवेश कर सकता है। जोकि पहले कुछ अमीर ही करते थे। नई नई तकनीक के आजाने से आज के समय में कोई भी काही से भी शेयर मार्केट मे निवेश कर सकता है। आप कोई भी Discount broker के अपना Demat and trading account open करके निवेश कर सकते है, जिनका ब्रोकरेज भी दूसरे ब्रोकर के मुकाबले बहोत कम रहता है।
आजके जमाने मे शेयर मार्केट मे इन्वेस्ट करना बहोत ही आसान हो गया है। और सबको अपने और अपने बचों और रितरड़मेंट के लिए निवेश करना बेहत जरूरी है। दोस्तों मेने भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास की पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है, लेकिन कुछ बाकी रह गया हो या मेरे बताने मे कुछ गलत हो तो Comment जरूर करें।
निष्कर्ष – Conclusion:
तो आज हमने यह जाना की भारतीय शेयर मार्केट का इतिहास क्या है? और केसे भारत मे शेयर मार्केट की शुरुआत हुई थी? और आज भारतीय शेयर मार्केट की क्या स्थिति है, दोस्तों आज शेयर मार्केट मे निवेश करना बहोत ही आसान हो गया, आज आपको पहले की तरह कागजी कारवाई नहीं करनी पड़ती। आज पूरा सीस्टम एसा बना दिया गया है। आप अपने मोबाईल से घर बैठे बैठे बहोत ही छोटी रकम से निवेश करना स्टार्ट कर सकते है। और हम जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी निवेश करना शुरू कर देना चाहिए।
यह पोस्ट पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद,
आपको हमारा यह आर्टिकल (History of Indian stock market in Hindi) केसा लगा Comment करके हमे जरूर बताए। अगर यह आर्टिकल से आपको सही जानकारी मिली हो, तो अपने दोस्तों को भी Share करिए। और ऐसी ही Stock Market daily updates और Stock market की basic जानकारी के लिए हमे Social media पर Join जरूर करें। हम सभी सोशल मीडिया पे उपलब्ध है।