क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है?

Published - Sunday, 13 November, 2022
मेटा ट्रेडर 4
* MacOS कैटालिना के लिए अंतिम अपडेट मेटाट्रेडर को सही ढंग से लॉन्च करने की अनुमति नहीं देता है, इसलिए हम उन व्यापारियों को सलाह देते हैं जिन्होंने पहले से ही ओएस को अपडेट किया है, प्रस्तावित विकल्पों में से एक का उपयोग करने के लिए
- जोड़ना MetaTrader Web
- वर्चुअलाइजेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग करें: समानताएं या शराब
- मैक पर विंडोज को दूसरे ओएस के रूप में स्थापित करें
ट्रेडिंग अवसरों का आनंद लेने के लिए मेटा ट्रेडर क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? 4 डाउनलोड करें:
WebTrader
ब्राउज़र में चलाएं
Windows
डाउनलोड
MacOS
डाउनलोड
iPhone/iPad
डाउनलोड
Android
डाउनलोड
MT4 मल्टीटर्मिनल एक MT4 फीचर है, जो आपको एक ही समय में कई खातों का उपयोग करने की अनुमति देता क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? है, जिसमें फिर से लॉगिन करने की आवश्यकता नहीं होती है
यह सुविधा विशेष रूप से उन व्यापारियों के लिए डिज़ाइन की गई थी जो कई खातों का उपयोग करते हैं, और निवेश प्रबंधकों के लिए जो कई निवेश खातों का प्रबंधन करते हैं।
उपलब्ध भुगतान विधियों में से किसी का उपयोग करके धनराशि जमा करें
© 2007—2022 AMarkets Ltd., Beachmont Business Centre, 272, Kingstown, Saint Vincent and the Grenadines. सभी अधिकार सुरक्षित.
सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? वित्तीय सेवा प्राधिकरण (एफएसए) द्वारा पंजीकृत, पंजीकरण संख्या 22567 BC 2015। AMarkets वित्तीय आयोग, एक स्वतंत्र बाहरी विवाद समाधान (EDR) संगठन का एक सदस्य है। विवाद समाधान सेवाओं के अलावा, वित्तीय आयोग व्यापारियों के हितों की रक्षा करता है, प्रति मामले €20 000 तक का बीमा प्रदान करता है.
जोखिम की चेतावनी: वित्तीय साधनों में व्यापार करना एक जोखिम भरा कार्य है और इससे न केवल मुनाफा हो सकता है बल्कि नुकसान भी हो सकता है। संभावित नुकसान की राशि जमा की राशि से सीमित है। ग्राहक को स्वयं तय करना होगा कि क्या इस प्रकार की गतिविधि उसके लिए उपयुक्त है, अपनी वित्तीय क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए। कृपया ध्यान दें कि AMarkets नागरिकों और निवासियों को सेवाएं प्रदान नहीं करता है निम्नलिखित देशों.
Grey Market में किस IPO का क्या चल रहा भाव? जानिए आपको फायदा होगा या नुकसान?
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Sunday, 13 November, 2022
नई दिल्ली: जब भी कोई निवेशक किसी कंपनी के IPO में अप्लाई करता है तो उसकी नजर Grey Market पर जरूर रहती है. उसे देखने के बाद वह, खासकर रिटेल इन्वेस्टर्स यह तय करते हैं कि उन्हें किस कंपनी के IPO में अप्लाई करना चाहिए और किसमें नहीं. आइए, सबसे पहले यह समझते हैं कि आखिर ये Grey Market होता क्या है?
क्या होता है IPO ग्रे-मार्केट
शेयर बाजार में जो ट्रेडिंग होती है उसकी निगरानी मार्केट रेगुलेटर सेबी करता है, इसे White Market कहते हैं, क्योंकि ये कानून के दायरे में होता है. दूसरी तरफ कुछ बिजनेस काले धंधे या Black Market होते हैं, जो कानून की नजर में गलत होते हैं, जैसे कोई चीज स्मगलिंग या चोरी करके बेची जाए, लेकिन इन सबके बीच में एक ग्रे एरिया होता है, जो न तो White Market के दायरे में आता है और न Black Market के दायरे में. यानी न तो वो कानूनी है और न ही गैर-कानूनी. बस क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? वो रेगुलेटेड नहीं है. ठीक ऐसे ही होते हैं IPO ग्रे मार्केट, जिसमें शेयरों की ट्रेडिंग तो होती है, लेकिन उन पर सेबी के नियम लागू नहीं होते. सेबी के नियम लिस्टेड कंपनियों पर ही लागू होते हैं, लेकिन अगर कोई IPO लिस्ट ही नहीं हुआ तो उस पर सेबी के नियम लागू नहीं हो सकते.
ग्रे-मार्केट निवेशकों के लिए कैसे मददगार है?
ग्रे मार्केट और कुछ नहीं बल्कि एक संकेत होता है कि कोई शेयर लिस्ट होने के बाद कैसा परफॉर्म करेगा. यदि कोई शेयर ग्रे-मार्केट में क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? IPO Price ने नीचे ट्रेड कर रहा होता है तो उसकी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं मानी जाती है और जो IPO Price से ऊपर ट्रेड कर रहा होता है, उसके प्रति क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? रिटेल इन्वेस्टर्स अट्रैक्ट होते हैं. भले ही ग्रे-मार्केट आधिकारिक नहीं है, लेकिन गैर-कानूनी भी नहीं है.
किस कंपनी के IPO का ग्रे-मार्केट में क्या चल रहा भाव
- Fusion Micro क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? Finance का IPO Price 368 रुपये है और इसका GMP 5 रुपये अधिक चल रहा है.
- Global Health का IPO Price 336 रुपये है और इसका GMP 20 रुपये अधिक चल रहा है.
- Bikaji Foods का IPO Price 300 रुपये है और इसका GMP 35 रुपये अधिक चल रहा है.
- Archeran Chemicals का IPO Price 407 रुपये है और इसका GMP 80 रुपये अधिक चल रहा है.
- Five Star Business Finance का IPO Price 474 रुपये है और इसका GMP 5 रुपये अधिक चल रहा है.
- Kaynes Technology का IPO Price 587 रुपये है और इसका GMP 85 रुपये अधिक चल रहा है.
- Inox Green Energy का IPO Price 65 रुपये है और इसका GMP 10 रुपये अधिक चल रहा है.
- Daps Advertising का IPO Price 30 रुपये है और इसका GMP 8 रुपये अधिक चल रहा है.
- Vital Chemtech का IPO Price 101 रुपये है और इसका GMP 80 रुपये अधिक चल रहा है.
- Amiable Logistics का IPO Price 81 रुपये है और इसका GMP 55 रुपये अधिक चल रहा है.
IPO ग्रे-मार्केट कैसे काम करता है
आमतौर पर IPO ग्रे-मार्केट तब एक्टिव होता है जब कोई कंपनी अपना IPO लाने का ऐलान करती है और उसका प्राइस बैंड तय करती है. प्राइस बैंड तय होने और लिस्टिंग के बीच में करीब 10-12 दिन का वक्त होता है, इस अवधि के दौरान भी ग्रे मार्केट में शेयरों की ट्रेडिंग क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? शुरू हो जाती है, भले ही IPO शेयर मार्केट में लिस्ट न हुआ हो. इस दौरान IPO एप्लीकेशन को खरीदा या बेचा जाता है, अगर किसी को शेयर अलॉट हो जाते हैं तो भी उन शेयरों को एडवांस में ही खरीदा और बेचा जाता है. इसको क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? ऐसे समझिए कि इसमें कोई सेलर IPO अलॉटमेंट के लिए एप्लीकेशन देता है, तो दूसरी ओर कोई खरीदार इश्यू की लिस्टिंग से पहले ही इश्यू प्राइस से ज्यादा पैसे देकर उन शेयरों को खरीदना चाहता है. ये सौदा बीच में मौजूद एक डीलर करवाता है. डीलर सेलर से कॉन्टैक्ट करके उन शेयरों को प्रीमियम पर ग्रे मार्केट में बेचने को कहता है. अगर सेलर लिस्टिंग के खतरे को मोल नहीं लेना चाहता और एक फिक्स मुनाफा कमाकर निकल जाना चाहता है तो वो शेयरों को एक फिक्स्ड अमाउंट पर ग्रे मार्केट में बेचने के लिए राजी हो जाता है. इसके बाद डीलर बायर को ये बताता है कि उसने शेयरों को सेलर से खरीद लिया है. ये शेयर बायर को ट्रांसफर कर दिए जाते हैं. अब इसके बाद बायर की मर्जी कि लिस्टिंग के बाद वो उन शेयरों को रखता है या बेच देता है.
लोग ग्रे मार्केट में ट्रेड क्यों करते हैं
जब कोई IPO बाजार में आने वाला होता है तो लोगों में उसे लेकर काफी उत्सुकता रहती है, खासतौर पर तब जब कोई बड़ा IPO आता है. जैसे कि मान लीजिए कि Paytm का IPO. लोगों को लगता है कि अगर ये इश्यू बाजार में आएगा तो काफी अच्छा लिस्ट होगा, तो क्यों न इसे लिस्टिंग से पहले ब्लॉक करके रख लिया जाए. मान लीजिए कि शेयर का इश्यू प्राइस 1000 रुपये है और उसे ग्रे मार्केट में 20 रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम पर खरीदा गया और शेयर 40 रुपये के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है तो निवेशक को 20 रुपये प्रति शेयर का फायदा हो जाएगा.
ग्रे-मार्केट के खतरे
सबसे बड़ा खतरा तो ये है कि ये सेबी के दायरे में नहीं आता है, इसमें सबकुछ जुबानी होता है कुछ भी कॉन्ट्रैक्ट लिखित में नहीं होता है. इसलिए कब कोई मुकर जाए, इसका खतरा हमेशा बना रहता है. हालांकि सेलर और बायर के बीच में हमेशा एक डीलर होता है जो ये दोनों के बीच में इस डील को कराता है और ये सुनिश्चित कराता है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो पाए.
क्या होता है ग्रे-मार्केट प्रीमियम
ग्रे मार्केट का पूरा कामकाज ही प्रीमियम की धुरी पर घूमता है. इसे समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं. मान लीजिए किसी कंपनी ABC ने अपना क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? IPO लाने का ऐलान किया, इश्यू प्राइस तय किया 1000 रुपये, 15 शेयरों का लॉट है.
ग्रे मार्केट का कोई खरीदार इसे 300 रुपये ज्यादा देकर पर भी लेने को राजी है, उसे लगता है कि ये करीब 1600 रुपये प्रति शेयर के ऊपर ही लिस्ट होगा, इसलिए उसे कम से कम 300 रुपये प्रति शेयर का फायदा हो जाएगा. ऐसे में वो खरीदार किसी विक्रेता से 300 रुपये के प्रीमियम पर शेयर खरीदने की डील कर लेता है. इसमें विक्रेता को एक लॉट पर 300X15 यानी 4500 रुपये का फिक्स प्रॉफिट मिल जाता है. जब भी शेयर लिस्ट होगा विक्रेता को 15 शेयर खरीदार को ट्रांसफर करने होंगे. ऐसे में जो ग्रे मार्केट प्रीमियम होगा वो 300 रुपये होगा. मगर विक्रेता को ये लगता है कि इश्यू की लिस्टिंग काफी अच्छी हो सकती है क्या कॉपी ट्रेडिंग एक अच्छा विचार है? और 300 रुपये का प्रीमियम कम है, इसे 500 रुपये होना चाहिए तो यहीं से शुरू होता है डिमांड और सप्लाई का खेल, और तय होता है ग्रे मार्केट का प्रीमियम.
VIDEO : इस बैंक ने पेश किया स्पेशल FD स्कीम, अब मिलेगा ज्यादा ब्याज; जानें नियम-शर्तें